होली पर उत्तर पश्चिम मैदानी इलाकों में बारिश, पहाड़ों पर बर्फबारी के आसार
14 मार्च को उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हल्की बारिश की संभावना के साथ आसमान में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वोत्तर भारत के राज्यों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और चोटियों पर बर्फबारी होने की संभावना है।'

नई दिल्ली (आरएनआई) उत्तर पश्चिम भारत के पहाड़ी और मैदानी इलाकों में होली के दिन शुक्रवार को लोगों को रंग और गुलाल ही तरबतर नहीं करेंगे, बल्कि आसमान से बरसने वाली बौछारें भी भिगोएंगी। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड की चोटियों पर बारिश के साथ भारी हिमपात होने की संभावना है। गुजरात से लेकर पश्चिम बंगाल और झारखंड से लेकर ओडिशा तक अगले चार दिनों के दौरान पारा चढ़ेगा और कुछ जगहों पर लू भी चल सकती है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में अगले दो दिनों तक तापमान में कोई विशेष बदलाव होने की संभावना नहीं है।
14 मार्च को उत्तर-पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में हल्की बारिश की संभावना के साथ आसमान में आमतौर पर बादल छाए रहेंगे। जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पूर्वोत्तर भारत के राज्यों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश और चोटियों पर बर्फबारी होने की संभावना है। देश के बाकी हिस्सों में मौसम मुख्य रूप से शुष्क रहेगा। बुधवार को राजस्थान के बाड़मेर में अधिकतम तापमान 41.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 7.7 डिग्री अधिक है। एक दिन पहले जोधपुर, चित्तौड़गढ़, सिरोही, डूंगरपुर और पाली में भी अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था।
मौसम विभाग ने कहा कि 13 मार्च को गुजरात भीषण गर्मी के साथ लू चलने की संभावना है। 13 और 14 मार्च को विदर्भ में, 13-16 मार्च के दौरान ओडिशा में; 14-16 तारीख के दौरान झारखंड में और 16 मार्च को गंगीय पश्चिम बंगाल में भीषण गर्मी पड़ने और अलग-अलग स्थानों पर लू चलने संभावना है। उत्तर पश्चिम भारत के मैदानी इलाकों में अगले 48 घंटे के दौरान अधिकतम तापमान में कोई महत्वपूर्ण बदलाव होने की उम्मीद नहीं है। उसके बाद तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट आ सकती है।
हिमाचल प्रदेश के रोहतांग सहित ऊंची चोटियों पर बुधवार को बर्फबारी हुई। चंबा और लाहौल घाटी में हिमखंड गिरे, जिससे सड़क बंद हो गई। मनाली-केलांग हाईवे तीन पर तेलिंग नाला में हुए हिमस्खलन से हाईवे करीब दो घंटे अवरुद्ध रहा। राष्ट्रीय आपदा प्राधिकरण ने कुल्लू, लाहौल-स्पीति, किन्नौर व चंबा जिला में हिमखंड का अलर्ट जारी किया है। कुल्लू में 16, लाहौल-स्पीति में 121 सड़कें और बिजली के 27 ट्रांसफार्मर ठप हैं। मैदानी जिलों में धूप खिली रहने से अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस पार गया।
जम्मू-कश्मीर में मौसम के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं। विश्व विख्यात पर्यटन स्थल गुलमर्ग सहित अन्य पहाड़ी क्षेत्रों में जहां लगातार बर्फबारी और बूंदाबांदी से मौसम सुहावना हो गया है, वहीं, जम्मू समेत संभाग के इलाकों में तपिश बढ़ी है। केंद्र शासित प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में रात का पारा सामान्य से दो से पांच डिग्री ऊपर चल रहा है।
जम्मू में दिनभर धूप खिले रहने से पसीने छूटने लगे हैं। यहां दिन का पारा सामान्य से 3.9 डिग्री चढ़कर 29.5 और न्यूनतम तापमान 16.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बनिहाल में अधिकतम तापमान 13.8, बटोत में 13.7, कटड़ा में 25.0, भद्रवाह में 12.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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