हिन्दू समाज ने प्रशासन को दिया सात दिन का अल्टीमेटम, कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी, मुस्लिम उपद्रवियों के कब्जों पर चले बुलडोजर रद्द हो हनुमान भक्तों पर हुई प्राथमिकी

Apr 26, 2025 - 22:08
Apr 26, 2025 - 22:09
 0  540
हिन्दू समाज ने प्रशासन को दिया सात दिन का अल्टीमेटम, कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी, मुस्लिम उपद्रवियों के कब्जों पर चले बुलडोजर रद्द हो हनुमान भक्तों पर हुई प्राथमिकी

गुना (आरएनआई) शहर के कर्नलगंज क्षेत्र में  मुस्लिम उपद्रवियों द्वारा हनुमान जन्मोत्सव के जुलूस पर हमला एवं पथराव की घटना को करीब एक पखवाड़ा हो चुका है, किन्तु अब तक आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सामने नहीं आई है, जबकि इसको लेकर सकल हिन्दू समाज गत 14 अप्रैल को विभिन्न संगठनों के माध्यम से ज्ञापन प्रस्तुत कर मांग कर चुका है। इसके बावजूद मुस्लिम उपद्रवियों पर अब तक कड़ी कार्रवाई नहीं होने से सकल हिन्दू समाज में आक्रोष व्याप्त है। शनिवार को एक बार फिर हिंदू समाज के प्रतिष्ठित नागरिकों ने प्रशासन को ज्ञापन सौपकर उक्त गंभीर मामले की ओर ध्यान आकर्षित कराया है।

 ज्ञापन में कहा गया है कि घटना के बाद जो कार्रवाई की गई, वह निष्पक्ष नहीं होकर तुष्टिकरण से ग्रस्त रही। सात सूत्रीय इस ज्ञापन में मुस्लिम उपद्रवियों के अतिक्रमण पर बुलडोजर चलाने के साथ हनुमान भक्तों पर दर्ज की गई प्राथमिकी को खत्म करने की मांग की गई  है।

 मांगों को लेकर सात दिवस का समय प्रशासन को दिया गया है। इस अवधि में कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी गई है। इस मौके पर सीपी रघुवंशी, बख्तावर सिंह, हरि सिंह यादव,आनंद कृष्णानी, अरविंद रघुवंशी, घनश्याम खटीक, अशोक सिंह कुशवाह, श्याम सुंदर लिटौरिया, सोनेन्द्र सिंह तोमर, डॉ. भूपेन्द्र सिंह धाकरे, नर्मदा शंकर भार्गव, डॉ. सचिन सोनी, बाल शाश्वत जी महाराज एवं रमेश मालवीय आदि मौजूद रहे। 


सुनियोजित था हमला
ज्ञापन में बताया गया है कि यह  हमला सुनियोजित था। हमले के दौरान आमजन द्वारा मोबाइल से बनाए गए वीडियो के अवलोकन से स्पष्ट होता है कि मदीना मस्जिद में पहले से मुस्लिम लोग मौजूद थे। उन्होंने जुलूस आता देखकर नारेबाजी शुरू की और आक्रामक होकर जुलूस में हनुमान बने युवक से मारपीट की और जुलूस पर हमला कर मस्जिद और आसपास के घरों से पथराव कर दिया।

 इस घटना में प्रत्यक्ष रूप से शामिल आरोपियों के साथ साथ साजिशकर्ताओं को भी हिरासत में लिया जाना था, किन्तु अभी तक ऐसी कोई कार्यवाही सामने नहीं आई है, वहीं आरोपियों के मकान, दुकान अतिक्रमण में होने को ज्ञापन में रेंखाकित करते हुए उन पर बुलडोजर चलने की मांग भी ज्ञापन में शामिल है। अब तक ऐसा नहीं होने को  लापरवाही से जोड़ा गया है। 

मस्जिद की भी जांच की उठाई मांग
ज्ञापन में मदीना मस्जिद की जांच की मांग भी उठाई गई है।  साथ ही कहा गया है कि मस्जिद की सीढिय़ा सडक़ पर है। जिससे यातायात बाधित होता है। सीढिय़ों को तोडऩे के साथ ही रास्ते से अतिक्रमण हटाने की मांग भी की गई है।  इसके साथ ही कर्नल गंज में भैंसों का व्यापार करने की आड़ में सरकारी जमीन पर तबेले निर्मित किए गए हैं। इन तबेलों में गौवंश का अवैध परिवहन एवं वध करने को ज्ञापन में रेंखाकित करते हुए तबेले हटाने की मांग की गई है। साथ ही मस्जिद से माइक हटाने की मांग भी की गई।  

पुलिस की भूमिका पर खड़े किए सवाल
ज्ञापन में पुलिस की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े करते हुए कहा गया है कि  विगत 15 वर्षों में कर्नलगंज क्षेत्र में सांप्रदायिक तनाव फैलाने की तीन घटनाएं घट चुकी हैं, किन्तु स्थानीय स्तर पर प्रशासन व पुलिस ने कभी भी यहां के मुस्लिम असामाजिक तत्वों पर प्रभावी कार्यवाही नहीं की है। जिस कारण उनमें कानून का भय समाप्त हो गया है और वो कानून व्यवस्था बिगाडऩे में कतई नहीं झिझकते । ज्ञापन में इसको लेकर मैदानी स्तर पर पुलिस का संरक्षण बताया गया है।  इसके लिए तथ्य प्रस्तुत करते हुए बताया गया कि   12 अप्रैल को हिंदू जुलूस पर हमले की एफआईआर अपराध क्रमांक 212/2025 पर दर्ज कराई गई थी।  कारण कि पीडि़त  पक्ष सिर्फ हिंदू था। चूंकि मुस्लिम पीडि़त न होकर आरोपी हमलावर था । इस कारण से एक भी मुस्लिम व्यक्ति ने इस घटना को लेकर एक भी एफआईआर दर्ज नहीं कराई।  इसके बावजूद पुुलिस ने 48 घंटे बाद एक एएसआई महेश लकड़ा को फरियादी बनाकर सिटी कोतवाली गुना में अपराध क्रमांक 218/2025 पर जुलूस व उसमें शामिल लोगों के विरुद्ध  एफआईआर दर्ज कराई। जिसमें हमलावर जुलूस में शामिल लोगों को बताया गया। 

ज्ञापन के मुताबिक  पुलिस अधिकारियों की यह मानसिकता अत्यंत आपत्तिजनक व निंदनीय है, ऐसा करना धार्मिक आधार पर हिंदुओं पर हमला करने की मानसिकता को बल देना है। इसी प्रकार अपराध क्रमांक 215, 216, 217, 219 में निर्दोष व्यक्तियोंको आरोपी बनाया गया। इन सभी प्राथमिकी पर खात्मा रिपोर्ट लगाने  के साथ ही लापरवाही पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की गई है।

Follow RNI News Channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6X

Files

What's Your Reaction?

Like Like 0
Dislike Dislike 0
Love Love 0
Funny Funny 0
Angry Angry 0
Sad Sad 0
Wow Wow 0