हरदोई में तेज हवा के साथ हुई बेमौसम बरसात के चलते फसलें हुई जमींदोज, किसानों को भारी नुकसान की आशंका
हरदोई (आरएनआई) बीते दो दिन से तेज हवा के साथ रुक रुककर हो रही बेमौसम बरसात से खेतों में किसानों की फसलें जमींदोज हो गयी है।धान की फसल गिर जाने से किसानों को भारी नुकसान की आशंका बनी हुई है। ज्ञातव्य हो कि गत जुलाई माह में गर्रा नदी मे आयी भंयकर बाढ़ से गर्रा के तटवर्ती गांवों में किसानो की फसलें पहले ही खराब हो गयी थी।बाढ़ के बाद किसानों ने जैसे तैसे दुबारा धान की फसलो को तैयार किया लेकिन दो दिन से तेज हवा के साथ रुक रुक कर हो रही बरसात ने किसानों को दुबारा बड़ी चोट दी है। किसान आवारा जानवरों से जूझते हुए एक पन्नी के सहारे बरसात की भीषण अंधेरी रात में खेतों में बैठकर धान की फसल को तैयार कर रहा था। बेचारे किसान को यह कहा पता था कि उसे इन्द्र देव के कोप का भाजन बनना पड़ेगा। इन्द्र देव के भीषण कोप के कारण उसके सपने धरे के धरे रह गये। तेज हवा और बारिश के कारण धान की फसल जमीन में गिर गयी। धान की फसल गिरने से किसानों को भारी नुकसान की आशंका है। फसल खराब होने चलते किसानों के सामने आर्थिक संकट की स्थिति खड़ी हो सकती है।जिसका प्रभाव उसके व उसके परिवार पर तो पड़ेगी ही साथ ही गेहूं, सरसों,आलू आदि फसलों को बोने में भी किसानों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। जिससे अन्न उत्पादन पर भी प्रभाव पड़ने की आशंका बलवती हो चली है। शाहाबाद क्षेत्र के गांव गुजीदेई में किसान लालाराम यादव, लक्ष्मीकांत पाठक, अजीत पाठक, ओमपाल,छंगा ,दमगढा में जागीर सिंह, राजीव यादव, राकेश, सोनपाल समेत सैकड़ों किसानो कि धान की फसल जमींदोज हुई है।इसी प्रकार परेली में विनोद पाठक , हरि ओम पाठक, लालू शुक्ल,आलमवीर सिंह, ज्ञानसिंह, सरदार मानसिंह समेत सैकड़ों किसान प्रभावित हुए हैं। तेज हवा और बारिश से क्षेत्र के आगमपुर,पेडहथा, सिकंदरपुर,रनुआपुर, गहोरा,तडेर, समेत सैकड़ों गांवों में धान की फसल गिरने से हजारों किसान प्रभावित हुये है।
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