हरदोई के श्री राम जानकी हनुमत धाम में भव्य श्री राम कथा का शुभारंभ: भक्ति, धर्म और आध्यात्म का संगम
हरदोई (आरएनआई) हरदोई के मंगलीपुरवा फाटक स्थित श्री राम जानकी हनुमत धाम मंदिर में श्री राम कथा का शुभारंभ भव्यता और वैदिक विधि-विधान के साथ हुआ। इस आयोजन का उद्देश्य भगवान श्री राम के आदर्श चरित्र और उनके जीवन से प्रेरणा लेकर समाज में धर्म, सत्य और कर्तव्य का प्रचार-प्रसार करना है। कथा का आयोजन अयोध्या धाम में श्री रामलला के विराजमान होने की प्रथम वर्षगांठ तथा श्री राम जानकी हनुमत धाम में विराजमान राघव सरकार की दसवीं प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में किया गया। कार्यक्रम का आरंभ काशी से पधारे आचार्य नारायण दत्त पांडे और राहुल पांडेय के मार्गदर्शन में वैदिक विधियों से हुआ। वेदी पूजन, षोडशोपचार, सर्वतोभद्र पूजन, और दैवीय शक्तियों का आवाहित पूजन किया गया। इसके बाद व्यास पीठ का पूजन और मंगलाचरण के साथ कथा का आरंभ हुआ।
कथा के प्रथम दिवस पर अयोध्यावासी कथा व्यास सुखनंदन शरण जी महाराज ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जीवन और उनकी लीलाओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने श्री राम कथा के महात्म का वर्णन करते हुए कहा कि इसका श्रवण करना जीवन की सभी बाधाओं और दुखों को समाप्त करता है और व्यक्ति को मुक्ति का मार्ग दिखाता है। महाराज ने माघ मास में प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ स्नान के महत्व पर भी चर्चा की और इसे शुभ फलदायी बताया।कथा के दौरान गाए गए भक्ति भजनों ने श्रद्धालुओं को भक्ति रस में सराबोर कर दिया। "जय जय राम कथा", "राम जी तुम बड़े दयालु हो", और "जय श्री राम कथा" जैसे भजनों ने समा बांध दिया। श्रद्धालु झूमते हुए भजनों का आनंद ले रहे थे। भजनों के साथ संगीत का उत्कृष्ट संयोजन सभी को मंत्रमुग्ध कर गया। श्री राम कथा के शुभारंभ पर हनुमान चालीसा का संगीतमय पाठ हुआ जिसने श्रद्धालुओं के मन को शांत और ऊर्जा से भर दिया। इस पाठ के साथ कथा व्यास सुखनंदन शरण जी महाराज व्यास पीठ पर विराजमान हुए। श्री राम कथा के मुख्य यजमान श्री हनुमान जी महाराज के साथ-साथ अखिलेश सिंह, मुकुल सिंह आशा और मुकेश सिंह ने विधिवत पूजन कर आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनके द्वारा किए गए प्रयासों से श्रद्धालुओं को एक सुगठित और भव्य अनुभव प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम में संगीत मंडली ने भी खास भूमिका निभाई। अनुराग मिश्रा, गोविंद पाठक और व्यास जी की टीम ने अपने वाद्य यंत्रों और मधुर स्वरों से वातावरण को और अधिक पावन बना दिया। उनकी प्रस्तुतियों ने न केवल कथा को रोचक बनाया बल्कि श्रद्धालुओं को गहरे भक्ति भाव में डूबने के लिए प्रेरित किया। हरदोई और आसपास के क्षेत्रों से आए श्रद्धालुओं ने भारी संख्या में कथा में भाग लिया। परिवारों और बच्चों के साथ पहुंचे श्रद्धालु भगवान श्री राम के आदर्श चरित्र को सुनने और उनकी महिमा का गुणगान करने के लिए उत्साहित थे।
आयोजन का धार्मिक महत्व
कथा व्यास ने भगवान राम के जीवन के प्रेरणादायक पहलुओं पर चर्चा की, जैसे उनका धर्म और सत्य का पालन, उनका आदर्श राजा का रूप, और समाज में उनके द्वारा स्थापित मूल्य। उन्होंने भक्तों को भगवान राम के इन आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने की प्रेरणा दी।
माघ मास और कुंभ स्नान का महत्व
कथा के दौरान महाराज ने माघ मास और प्रयागराज में चल रहे कुंभ स्नान के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने भक्तों से इस अवसर का लाभ उठाने और अपने जीवन को पवित्र करने की अपील की। मंदिर परिसर को सुंदर सजावट और रोशनी से सजाया गया था। स्थानीय समुदाय ने आयोजन की व्यवस्था में विशेष योगदान दिया। पूरे आयोजन को भव्यता और अनुशासन के साथ संपन्न किया गया। कथा के पहले दिन के भव्य समापन के बाद श्रद्धालु आगामी प्रसंगों के वर्णन के लिए उत्साहित हैं। आने वाले दिनों में कथा के और भी रोचक प्रसंगों का वर्णन किया जाएगा, जिसमें अधिक श्रद्धालुओं के जुड़ने की संभावना है। श्री राम कथा के विश्राम के समय मंगल में आरती गाई गई इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक कौशल जी, उन्नाव विभाग के विभाग प्रचारक कौशल जी, जिला प्रचारक रवि प्रकाश जी, जिला कार्यवाह संजीव खरे जी, सहकारी बैंक के अध्यक्ष अशोक सिंह, नगर प्रचारक विशाल जी, भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजय सिंह गुड्डू, शिशुपाल सिंह, कर्ण सिंह राणा, रजनीश सिंह, नवल किशोर, विपिन त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।
श्री राम कथा ने हर श्रद्धालु को भगवान श्री राम के आदर्शों को अपने जीवन में उतारने और भक्ति के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी। श्री राम कथा के इस आयोजन ने न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक रूप से भी सकारात्मक संदेश दिया। भक्ति, धर्म, और आध्यात्म का यह संगम लंबे समय तक श्रद्धालुओं के हृदय में बना रहेगा।
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