हमास-इस्राइल में फिर तेज हुई जंग
युद्ध शुरू होने के बाद से फलस्तीन के 35,984 लोग मारे गए हैं और 80,643 अन्य घायल हुए हैं। फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया कि कई पीड़ित अभी भी मलबे के नीचे दबे हैं या सड़कों पर हैं।
यरुशलम (आरएनआई) दुनिया के कई देश युद्ध में घिरे हुए हैं। जहां रूस-यूक्रेन जंग को दो साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है। इधर, हमास और इस्राइल बीते सात महीने से लड़ाई लड़ रहे हैं। अब तक 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जहां सभी देश संघर्ष विराम की उम्मीद लगाए हुए थे। वहीं, अब एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। हमास के तेल अवीव के वाणिज्यिक केंद्र पर हमले के बाद इस्राइल ने राफा में एक शिविर पर हवाई हमले तेज कर दिए हैं। इस हमले में कथित तौर पर कम से कम 35 फलस्तीनी मारे गए हैं। अब हमलों को लेकर भी हमास और इस्राइल में बहस छिड़ गई है।
गाजा के अधिकारियों का कहना है कि विस्थापित लोगों के एक केंद्र पर इस्राइल ने हमला किया, जिसमें दर्जनों लोग मारे गए। जबकि इस्राइली सेना ने कहा कि उसने सिर्फ हमास के सदस्यों को निशाना बनाया था।
हमास संचालित क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि हमलों में 35 लोगों की जान चली गई और दर्जनों घायल हो गए, जिनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं थीं। वहीं, इस्राइली सेना ने कहा कि उसने सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर हमला किया था। साथ ही उसने वेस्ट बैंक में हमले करने के जिम्मेदार हमास के दो वरिष्ठ अधिकारियों को भी मार गिराया।
गाजा में हमास द्वारा संचालित सरकारी मीडिया ने इस्राइल द्वारा किए हमले को नरसंहार करार दिया। कहा कि राफा के पास फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी द्वारा संचालित एक केंद्र को निशाना बनाया कर हमला किया गया।
इस्राइली सेना ने बताया कि उसके विमान ने राफा में हमास के ठिकाने पर हमला किया। इस हमले में यासीन राबिया और खालिद वनागर की मौत हो गई। दोनों दोनों कब्जे वाले वेस्ट बैंक में फलस्तीनी आतंकवादी समूह के वरिष्ठ अधिकारी थे। सेना ने कहा, 'हम उन रिपोर्टों से अवगत हैं, जिसमें कहा जा रहा है कि हमले में कई नागरिकों को नुकसान पहुंचा है। हम इसकी समीक्षा कर रहे हैं।'
फलस्तीनी आतंकी संगठन हमास ने लंबे समय के बाद गाजा से रविवार को इस्राइल पर रॉकेट दागे। इससे राजधानी तेल अवीव में सायरन बज उठे और लोग सहम गए। इस हमले में फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। जनवरी के बाद गाजा की तरफ से लंबी दूरी के रॉकेट दागे जाने का पहला मामला है। हालांकि, गाजा सीमा पर हमास के आतंकी इस्राइली समुदाय पर छिटपुट रॉकेट व मिसाइलें दागते रहे हैं। हमास ने हमले का दावा करते हुए कहा कि मध्य गाजा में रॉकेट लॉन्च के धमाके सुने जा सकते हैं। इस्राइली सेना ने कहा कि गाजा सिटी के राफा से दो गए आठ रॉकेट इस्राइली सीमा में प्रवेश कर गए। इसी इलाके में इस्राइली सेना ने हाल में आतंकियों के खिलाफ अभियान चलाया था।
हमास ने हमलों की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसने अपने नागरिकों के नरसंहार के जवाब में तेल अवीव को लंबी दूरी के रॉकेट से निशाना बनाया था। इस बीच, आईडीएफ ने एक बयान में बताया कि इस्राइली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने गाजा में अभियान पर जानकारी लेने के लिए इस्राइली सैन्य अधिकारियों से मुलाकात की। बयान के मुताबिक, गैलेंट ने बलों को एक संबोधन दिया और उन्हें बताया कि हमास को खत्म करने और गाजा में बंधक बनाए गए लोगों को वापस लाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
युद्ध शुरू होने के बाद से फलस्तीन के 35,984 लोग मारे गए हैं और 80,643 अन्य घायल हुए हैं। फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया कि आईडीएफ ने गाजा पट्टी में आठ नरसंहार किए। इसमें आगे कहा गया है कि कई पीड़ित अभी भी मलबे के नीचे दबे हैं या सड़कों पर हैं। इसलिए एंबुलेंस और नागरिक सुरक्षा दल उन तक नहीं पहुंच सकते। उधर, रॉयटर्स ने जानकारी दी कि रफाह में इस्राइली हमलों में कम से कम 20 फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई। एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक, फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि रफाह पर इस्राइल के हवाई हमले में 22 लोग मारे गए हैं, जो शिविरों में रह रहे थे। सीएनएन के मुताबिक, मृतकों का यह आंकड़ा बढ़कर 35 हो गया है।
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