सिख अलगाववादियों की हत्या में भारत के शामिल होने के पुख्ता संकेत-ट्रूडो समर्थक
एनडीपी नेता जगमीत सिंह ने कहा कि जैसा कि पीएम ट्रूडो ने बताया था कि कनाडा की खुफिया एजेंसी ने जानकारी दी है, जो संकेत देती है कि कनाडाई नागरिक की हत्या में विदेश सरकार का हाथ है।
ओटेवा, (आरएनआई) एक बार फिर खालिस्तानी समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर कनाडा सांसद ने बयान दिया है। वहां की सत्तारूढ़ पार्टी की सहयोगी न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के एक नेता का कहना है कि कनाडा के एक नागरिक की हत्या में विदेशी सरकार के शामिल होने के स्पष्ट संकेत हैं।
एनडीपी नेता जगमीत सिंह ने मंगलवार को ओटेवा में कहा कि जैसा कि पीएम ट्रूडो ने बताया था कि कनाडा की खुफिया एजेंसी ने जानकारी दी है, जो संकेत देती है कि कनाडाई नागरिक की हत्या में विदेश सरकार का हाथ है। बता दें, सिंह की न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी कनाडा की संसद के निचले सदन में चौथी सबसे बड़ी पार्टी है।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो द्वारा भारत के खिलाफ लगाए गए आरोपों को बेहद गंभीर बात बताते हुए सिंह ने कहा कि उनके विचार उन्हें मिली खुफिया जानकारी पर आधारित थे। इसलिए कनाडा सरकार से इस बात की गहन जांच कराने का आग्रह करते रहेंगे, जिससे जिम्मेदार लोगों को सामने लाया जा सके।
पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में सिंह ने कहा कि अमेरिका भारत से पारदर्शिता के कनाडा के आह्वान का बहुत समर्थन करता रहा है। उन्होंने कहा, 'हम उन चीजों पर जोर देना जारी रखेंगे।
इस मामले की जानकारी सामने लाने के लिए एक विशेष दूत के तौर पर पूर्व गवर्नर-जनरल डेविड जॉनसन को नियुक्त किया था, जिनके द्वारा तैयार दस्तावेजों से यह जानकारी मिली। हालांकि, अब जॉनसन ने इस पद से इस्तीफा दे दिया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, पूर्व गवर्नर-जनरल की रिपोर्ट ने निष्कर्ष निकाला कि ट्रूडो की सरकार पिछले दो संघीय चुनावों में हस्तक्षेप करने के विदेशी प्रयासों पर जानबूझकर या लापरवाही से कार्रवाई करने में विफल नहीं हुई।
जॉनसन द्वारा पेश किए गए दस्तावेजों को मैंने देखा और दो चीजें मेरे लिए बहुत स्पष्ट थीं। एक यह कि इस मामले की पूरी तरह से सार्वजनिक जांच होनी चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा कि उनकी राय जॉनसन से अलग थी।
दस्तावेजों को पढ़ने के बाद यह वास्तव में प्रधानमंत्री और प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से तात्कालिकता या कार्रवाई की कमी को दर्शाता है। इसे पढ़ने के बाद जो जानकारी सामने आई, उससे कोई जल्दबाजी नहीं थी और प्रधानमंत्री ने सूचना के जवाब में कार्रवाई में तत्परता नहीं दिखाई।’ उन्होंने आगे कहा कि कनाडा में सिखों को निशाना बनाए जाने का डर वास्तविक है।
लंबे समय से सिख समुदाय के लोगों को भारत सरकार की ओर से निशाना बनाया जाता रहा है। लंबे समय से इस पर किसी का ध्यान नहीं गया था, लेकिन बहुत से लोगों ने जी-7 देश के प्रधानमंत्री को ऐसी खुफिया जानकारी देते हुए सुना है जो विदेशी सरकार द्वारा एक कनाडाई की हत्या से जुड़ी है।’ उन्होंने कहा कि जो लोग महसूस करते हैं, उस आशंका की यह जानकारी पुष्टि करता है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भारत के कई अन्य धार्मिक समुदाय से जुड़े लोग, जो भारत सरकार या उसकी नीतियों के आलोचक रहे हैं। उन्होंने इस डर को साझा किया है।
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