‘साहब का खास आदमी हूं, रेलवे में दिलवा दूंगा नौकरी…’ चपरासी ने युवक को थमाया फर्जी जॉइनिंग लेटर; कैसे खुली पोल?
यूपी के गोरखपुर का मामला है। इस सम्बंध में एसपी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर कैंट थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस जांच कर रही है।
गोरखपुर (आरएनआई) उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के कैंट थाना क्षेत्र से नौकरी के नाम पर ठगी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां रेलवे के एक अधिकारी के बंगले पर काम करने वाले चपरासी ने एक युवक को झांसा दिया कि वह साहब का बहुत खास आदमी है और नौकरी लगवा देगा। बेरोजगार युवक ने मां के गहने बेचकर चपरासी को पांच लाख रुपये दे दिए। इसके बाद उसने फर्जी जॉइनिंग लेटर थमा दिया। ऑफिस में जाने पर युवक को सच्चाई का पता लगा। पीड़ित ने कैंट पुलिस से शिकायत कर केस दर्ज करवाया है।
पीड़ित युवक का नाम विनोद कुमार है। उसने पुलिस को बताया कि वह मूल रूप गोरखपुर के बेलीपार थानाक्षेत्र सिथित महावीर छपरा गांव का निवासी है। वह बेरोजगार है। पढ़ाई के बाद भी उसे नौकरी नहीं मिल रही थी। ऐसे में एक दिन अचानक आरोपी मनीष से मुलाकात हुई तो उसने कहा कि मैं एक बड़े साहब के वहां काम करता हूं। साहब मेरे ऊपर बहुत विश्वास करते हैं। उनके माध्यम से तमाम लोगों को मैं नौकरी दिलवा चुका हूं ,लेकिन कहीं भी नौकरी बिना पैसे के नहीं मिलेगी। यदि तुम पैसा खर्च करने के लिए तैयार हो तो मैं तुम्हारे लिए बात करूंगा।
विनोद ने बताया कि मैं मनीष की बातों में आ गया। मैंने पूछा कितना खर्च होगा उसने कहा बहुत खर्च नहीं होगा तो उसने बताया शुरू में तुम्हें पांच लाख देने पड़ेंगे। बाद में जॉइनिंग के बाद पांच लाख और देना होगा। इस प्रकार नौकरी के लिए कुल दस लाख रुपये देने होंगे। ऐसे में मैं उसकी बातों में आ गया। मैं घर आया और परिवार वालों से जब बात किया कि पैसा देने पर नौकरी मिल जाएगी तो सभी तैयार हो गए। पैसा घर में नहीं था। ऐसे में हम लोगों ने मां की ज्वेलरी बेचने व जमीन बंधक रखने का निर्णय लिया। इस तरह मैं ₹500000 एकत्र कर लिया तब मनीष को फोन किया तो उसने कहा कि 10 मई को साहब के बंगले पर आ जाइए।
युवक ने बताया किऐसे में मैं मुख्य संरक्षा अधिकारी मुकेश मेहरोत्रा के सरकारी बंगले पर पहुंच गया। वहां पर मनीष मुझसे मिला और नगद पैसा ले लिया। उसके बाद मैं उसको अपनी नौकरी के लिए फोन करता रहा। वह आजकल- आजकल करता रहा। इसी दौरान 10 सितंबर को वह मेरे पास फोन किया कि तुम आ जाओ। आते समय अपने साथ आधार, पैनकार्ड, अपना दो पासपोर्ट साइज का फोटो, मार्कशीट की फोटोकॉपी सभी लेकर आ जाओ।
पीड़ित ने बताया कि मैं सभी डॉक्यूमेंट लेकर मनीष के पास पहुंचा तो पूरे दिन साहब के बंगले पर बैठाए रहा। इस दौरान उसने एक फार्म पर कई जगह सिग्नेचर भी करवा। शाम के समय उसने जॉइनिंग लेटर दिया और कहा बधाई हो, तुम्हें नौकरी मिल गई साहब के ऑफिस में ही तुम चपरासी के पद पर लग जाओगे, लेकिन तुम इस बात को किसी को बताना नहीं, अन्यथा सब करे कराए पर पानी फिर जाएगा। तुम एक अक्टूबर, 2024 को साहब के ऑफिस में जाकर ज्वाइन कर लेना। उसके बाद कोशिश कर बकाया पांच लाख धीरे-धीरे व्यवस्था करके दे देना।
पीड़ित ने पुलिस को बताया कि जब मैं ज्वानिंग लेटर लेकर ऑफिस में पहुंचा तो पता चला की वह फर्जी है। वहां के लोगों ने बताया कि इसमें तो तुम्हारे खिलाफ ही केस दर्ज हो सकता है। ऐसे में मैने मनीष को फोन किया तो वह कहने लगा कि लगता है तुम पहले ही नौकरी के विषय में सभी को बता दिए थे। इस नाते गड़बड़ी हो गई। मैं फिर उसको फोन किया और अपना पैसा वापस मांगने लगा तो वह टालमटोल करने लगा। इस सम्बंध में एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर कैंट थाने में केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस साक्ष्यों व तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की करवाई करेगी।
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