सरपंच हत्याकांड में शरद पवार ने सीएम फडणवीस को लिखा पत्र
मासाजोग के सरपंच संतोष देशमुख को नौ दिसंबर को बीड में एक ऊर्जा फर्म पर जबरन वसूली की कोशिश को विफल करने के प्रयास के लिए अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। इस मामले को लेकर लगातार सियासी हलचल मची हुई है।
मुंबई (आरएनआई) सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड को लेकर महाराष्ट्र में सियासत तेज है। अब एनसीपीएसपी प्रमुख शरद पवार ने सीएम देवेंद्र फडणवीस को देशमुख हत्याकांड और उसके बाद पूरे राज्य में पैदा हुई स्थिति के बारे में पत्र लिखा है।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि बीड में संतोष देशमुख की मौत के खिलाफ आंदोलन कर रहे सभी जन प्रतिनिधियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
पुलिस के अनुसार, सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के पीछे एक बड़ी जबरन वसूली का मामला है। बीड जिले में पवन चक्कियां स्थापित करने वाली एक ऊर्जा कंपनी से कथित तौर पर दो करोड़ रुपये की वसूली की जा रही थी। देशमुख ने इस जबरन वसूली का विरोध किया था, जिसके बाद नौ दिसंबर को उनका अपहरण किया गया और फिर हत्या कर दी गई। उनकी मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया, जिसके बाद चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया। वहीं, कुछ दिन पहले, महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मीक कराड ने पुणे में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। कराड को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। अभी तक कुल सात आरोपी इस मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं।
इस मामले में सीएम फडणवीस लगातार नजर बनाए रखे हुए हैं। उन्होंने साफ कहा कि वह किसी भी दोषी को नहीं बख्शेंगे। सीएम ने हाल ही में कहा था, 'बीड मामले में सरकार और पुलिस पूरी ताकत व दृढ़ता से काम कर रही हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। देशमुख एक लोकप्रिय सरपंच थे, इसलिए उनकी हत्या को राजनीतिक रूप से इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए। यहां तक कि अगर आरोपी फरार हैं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। हम उन लोगों को भी नहीं छोड़ रहे हैं, जिन्होंने आरोपियों की मदद की। एजेंसियों को मामले की सही तरीके से जांच करने दिया जाना चाहिए।'
28 मई 2024 को विंड मिल कंपनी के कर्मचारियों का अपहरण किया गया। बदले में दो करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई। कहा गया कि अगर काम दोबारा से चालू करना है तो पैसे दे दो। यह कंपनी अपने विंड मिल प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधीग्रहण करने वाली थी।
6 दिसंबर 2024 को घुले की अगुवाई में मासाजोग गांव में स्थित कंपनी की इस साइट पर लोग पहुंचे। इन लोगों ने वहां मौजूद गार्ड और कर्मचारियों पर हमला किया। इसकी सूचना जब सरपंच देशमुख को मिली तो वो भी कुछ गांव वालों को लेकर मौके पर पहुंचे। इसके बाद दोनों गुटों में झड़प हुई। इसके बाद धुले को गिरफ्तार किया गया। जो बाद में जमानत पर बाहर आ गया।
9 दिसंबर 2024 को धुले ने अपने साथियों के साथ मिलकर पहले सरपंच देशमुख की कार रोकी और बाद में उनका अपहरण किया। इसके कुछ घंटे बाद ही सरपंच देशमुख का शव मिला।
10 दिसंबर 2024 को मासाजोग गांव के लोग ने इस हत्या को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू किया। उनके इस प्रदर्शन को मराठा आरक्षण की मांग कर रहे मनोज जारंग का भी साथ मिला।
11 दिसंबर 2024 को पुलिस ने इस पूरे मामले को लेकर मामला दर्ज किया और अपनी जांच शुरू की। बाद में इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया।
इस मामले में वाल्मिक कराड की पत्नी मंजिली कराड से भी पुलिस ने इस मामले को लेकर पूछताछ की है। सीआईडी ने मंजिली कराड, उनके दो बॉडीगार्ड, अजित पवार गुट के बीड जिला अध्यक्ष समेत कई लोगों के खिलाफ जांच की है। पुलिस ने बीड के जिला अध्यक्ष संध्या सोनावणे से भी पूछताछ की है। इस पूरे मामले में संध्या सोनावाणे और तीन अन्य की जांच सीआईडी ने की है। इन लोगों से रविवार को आठ घंटे से भी ज्यादा देर तक पूछताछ की गई है। इस पूछताछ के बाद संध्या सोनावणे ने मीडिया को बताया कि राजनीति में रहते हुए हर किसी से संपर्क हो जाता है। उन्होंने आगे कहा कि मुझे आगे जब भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा मैं आगे भी पूछताछ में सहयोग करूंगी।
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई के वरिष्ठ नेता विजय वडेट्टीवार ने बीड सरपंच संतोष देशमुख की हत्या की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। वडेट्टीवार ने कहा कि सरकार बीड में भ्रष्टाचार और बिगड़ती कानून व्यवस्थी की स्थिति को लेकर अपनी आंख मूंदे हुए है। कराड को राजनीतिक आशीर्वाद प्राप्त है। मैं सिर्फ इतना चाहता हूं कि इस पूरे मामले में सरपंच देशमुख के परिवार को न्याय मिलना चाहिए।
Follow RNI News Channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6X
What's Your Reaction?