सत्संग के बिना अधूरा मनुष्य जीवन : आचार्य मृदुलकांत शास्त्री महाराज
(डॉ. गोपाल चतुर्वेदी)
वृन्दावन (आरएनआई) अक्रूर घाट स्थित श्रीपंचमुखी हनुमान मंदिर में गौसेवा मिशन के द्वारा गौ-राष्ट्र रक्षा, श्रीकृष्ण जन्मभूमि व काशी विश्वनाथ मुक्ति हेतु प्रख्यात संत, गौ कृपा मूर्ति स्वामी कृष्णानन्द महाराज "भूरी वाले" के पावन सानिध्य में 40 दिवसीय श्रीहनुमंत जन्म महोत्सव अत्यंत श्रद्धा एवं हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।जिसके अंतर्गत चल रही सप्त दिवसीय अष्टोत्तरशत श्रीमद्भागवत कथा में व्यासपीठ से अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त भागवत प्रवक्ता आचार्य मृदुलकांत शास्त्री ने अपनी सरस वाणी में सभी भक्तों-श्रृद्धालुओं को सत्संग की महिमा बताते हुए कहा कि सत्संग ही मानव जीवन को सार्थक बनाता है।सत्संग के बिना मनुष्य जीवन अधूरा है।जब तक जीव माता के गर्भ में रहता है, तब तक वो बाहर निकलने के लिये छटपटाता रहता है।तब वह बाहर निकलने के लिये ईश्वर से अनेक प्रकार के वायदे करता है। मगर जन्म लेने के पश्चात सांसारिक मोह माया में फंस कर वह भगवान से किए गए वायदों को भूल जाता है।जिसके परिणामस्वरूप उसे चौरासी लाख योनि भोगनी पड़ती है।इसलिए सत्संग ही जीव के जन्म व मृत्यु के भय का नाश करता है।
उन्होंने कहा कि बाल भक्त ध्रुव और प्रहलाद को बाल्यकाल में ही देवर्षि नारद मुनि के रूप में दिव्य सत्संग प्राप्त हुआ।उन्ही की कृपा से बाल भक्त ध्रुव और प्रहलाद को बाल्यावस्था में ही भगवान नारायण की प्राप्ति हुई।
इस अवसर पर गीता मनीषी महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानन्द महाराज, मथुरा-वृन्दावन के महापौर विनोद अग्रवाल, उप-सभापति मुकेश सारस्वत, याज्ञिक रत्न आचार्य विष्णुकांत शास्त्री, प्रख्यात भजन गायक नंदू महाराज, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, आचार्य नेत्रपाल शास्त्री, भाजपा नेता विनीत शर्मा, स्वामी अवधेशानंद महाराज एवं युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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