संसद में हंगामे के बीच प्रियंका ने पूछा सवाल, मंत्री ने दिया यह जवाब; क्यों उठा फलस्तीन करा मुद्दा?
शनिवार को प्रियंका गांधी और केरल के अन्य सांसदों ने वायनाड भूस्खलन त्रासदी के पीड़ितों के लिए राहत पैकेज की मांग की। उन्होंने इसके लिए संसद में प्रदर्शन भी किया।
नई दिल्ली (आरएनआई) संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से जारी है। इस बार अभी तक का सत्र काफी ज्यादा हंगामेदार रहा। आज कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी फलस्तीन के प्रति अपना समर्थन दिखाने के लिए एक थैला लेकर संसद पहुंची। इस थैले में फलस्तीन लिखा था। संसद की कार्यवाही शुरू होने पर कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी ने लोकसभा में सवाल पूछा। उनका सवाल अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में इंसान और जानवरों के बीच बढ़ते संघर्ष को लेकर था। उन्होंने बताया कि एक साल में जानवरों के हमले में 90 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। कांग्रेस सांसद ने सवाल किया कि जानवरों के हमले में प्रभावित होने वाले किसानों और आम लोगों के लिए मुआवजा का क्या इंतजाम है? उनके इस सवाल पर केंद्रीय मंत्र ने जवाब दिया।
पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने प्रियंका गांधी के सवाल का जवाब दिया। उन्होंने कहा, "वायनाड के तीन तालुका क्षेत्रों में मैं खुद भी गया था। हम लोगों ने पूरी टीम बनाई गई थी। प्रशासन और वन विभाग के साथ मिलकर काम किया गया। यह जो कॉन्स्टेंसी क्षेत्र है, वह केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक का बड़ा इलाका है, इसके तहत ही ये कॉन्स्टेंसी आती है। हमारी सरकार के द्वारा जो कार्य कराए गए, उसकी कॉपी मैं आपको उपलब्ध करा दूंगा।
इससे पहले शनिवार को प्रियंका गांधी और केरल के अन्य सांसदों ने वायनाड भूस्खलन त्रासदी के पीड़ितों के लिए राहत पैकेज की मांग की। उन्होंने इसके लिए संसद में प्रदर्शन भी किया। संसद भवन के मकर द्वार के पास प्रियंका गांधी अन्य सांसदों के साथ वायनाड के साथ भेदभाव बंद करो, के नारे भी लगाए। इस दौरान वायनाड सांसद प्रियंका गांधी ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा, "सरकार वायनाड को विशेष पैकेज देने से इनकार कर रही है। हमने गृह मंत्री अमित शाह से अनुरोध किया और प्रधानमंत्री को चिट्ठी भी लिखी। हिमाचल प्रदेश में भी बड़े पैमाने पर तबाही हुई है। वे भी केंद्र से मदद की मांग कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि राजनीतिक कारणों से केंद्र सरकार पीड़ितो को उनकी उचित सहायता से वंचित कर रही है। उन्होंने कहा, "भारत के नागरिक होने के नाते सभी के साथ एक जैसा व्यवहार होना चाहिए। प्राकृतिक आपदाओं को लेकर कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए।
फलस्तीन के प्रति समर्थन दिखाने के लिए कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी सोमवार को एक थैला लेकर संसद पहुंची। थैले में फलस्तीन लिखा था। कांग्रेस सांसद गाजा में इस्राइल की कार्रवाई के खिलाफ अपनी आवाज उठा रही हैं। नई दिल्ली में फलस्तीन दूतावास के प्रभारी अबेद एलराजेग अबू जजेर ने पिछले हफ्ते प्रियंका गांधी को वायनाड उपचुनाव में जीत पर बधाई दी थी। इस साल जून के महीने में प्रियंका गांधी ने इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की आलोचना की थी। उन्होंने नेतन्याहू पर गाजा के लोगों पर बर्बरता का आरोप लगाया था। प्रियंका गांधी ने लोकसभा में कहा कि सरकार को बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का मुद्दा पड़ोसी देश के सामने उठाना चाहिए। उन्होंने पीड़ितों के लिए सरकार से समर्थन मांगा।
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