संगम तट पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, महाकुंभ में अब तक 60 लाख लोगों ने लगाई डुबकी
विचारों, मतों, संस्कृतियों, परंपराओं स्वरूपों का गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती की त्रिवेणी के तट पर महामिलन 45 दिन तक चलेगा। पौष पूर्णिमा के प्रथम दिन करीब 60 लाख लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई।
प्रयागराज (आरएनआई) एसएसपी कुंभ राजेश द्विवेदी ने कहा, "हमें सूचना मिली कि एक लड़की खो गई है। वह यहां प्रयागराज में एक छात्रावास में रहती है। हमने उसकी मदद की और उसे गंतव्य तक पहुंचाया।
पौष पूर्णिमा की प्रथम डुबकी के साथ महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है। अब तक 60 श्रद्धालुओं ने स्नान किया है।
उत्तर प्रदेश के एडीजी भानु भास्कर ने कहा कि मेला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है। सुबह 3 बजे से ही सभी फोर्स तैनात कर दी गई है। स्नान वाले स्थानों पर पूरी पुलिस व्यवस्था है। सभी अधिकारी लगातार निगरानी कर रहे हैं। कहीं कोई दिक्कत नहीं है।
प्रयागराज में महाकुंभ के पहले दिन पौष पूर्णिमा पर आज सुबह 7.30 बजे तक 35 लाख लोगों ने त्रिवेणी संगम में पवित्र डुबकी लगाई। उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से आंकड़ा जारी किया गया है।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि महाकुंभ 2025 आज से शुरू हो गया है, करीब 60 लाख लोगों ने आस्था की डुबकी लगाई है, इस बार यह आस्था और आधुनिकता का संगम है। हमने पारंपरिक पुलिस व्यवस्था से इतर तकनीक का अधिक से अधिक इस्तेमाल कर श्रद्धालुओं को बेहतर व्यवस्था दी है। आज पुष्प वर्षा भी होगी। सबकुछ सुचारू और निर्बाध चल रहा है। इस बार कुंभ भव्य, दिव्य, डिजिटल और सुरक्षित हो, इसके लिए सभी इंतजाम किए जा रहे हैं।
महाकुंभ शुरू होने पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पौष पूर्णिमा की बधाई दी है। एक्स पर सीएम योगी ने लिखा कि विश्व के विशालतम आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम 'महाकुम्भ' का आज से तीर्थराज प्रयागराज में शुभारंभ हो रहा है। अनेकता में एकता की अनुभूति के लिए आस्था एवं आधुनिकता के संगम में साधना एवं पवित्र स्नान के लिए पधारे सभी पूज्य सन्तों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक स्वागत है। मां गंगा आप सभी की मनोकामना पूर्ण करें। महाकुम्भ प्रयागराज के शुभारंभ एवं प्रथम स्नान की मंगलमय शुभकामनाएं। सनातन गर्व-महाकुम्भ पर्व।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पौष पूर्णिमा के मौके पर अपने आधिकारिक एक्स पर पोस्ट साझा कर लिखा कि पौष पूर्णिमा पर पवित्र स्नान के साथ ही आज से प्रयागराज की पुण्यभूमि पर महाकुंभ का शुभारंभ हो गया है। हमारी आस्था और संस्कृति से जुड़े इस दिव्य अवसर पर मैं सभी श्रद्धालुओं का हृदय से वंदन और अभिनंदन करता हूं। भारतीय आध्यात्मिक परंपरा का यह विराट उत्सव आप सभी के जीवन में नई ऊर्जा और उत्साह का संचार करे, यही कामना है।
जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज ने कहा कि जल हमारी सनातन संस्कृति का पर्याय है। जल में जीवन देने वाले गुण हैं। हमारे देवताओं का अस्तित्व जल से है। नारायण, ब्रह्मा, अन्य हिंदू माह 'माघ' आज पौष पूर्णिमा से शुरू हो रहा है। कई भक्त यहां स्नान के अलावा 'अनुष्ठान' के लिए आए हैं। कई लोग यहां मानव जीवन के अर्थ और सार की तलाश में आए हैं।
Follow RNI News Channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6X
What's Your Reaction?