श्री शिव महापुराण कथा में वृंदावन से पधारे परम श्रद्धेय श्री गौरदास जी महाराज
श्री शिव महापुराण कथा में वृंदावन से पधारे
शाहजहांपुर। (आरएनआई) आदर्श दिव्यांग कल्याण संस्थान द्वारा आयोजित राजकीय क्रीडा स्थल रामलीला मैदान खिरनी बाग शाहजहांपुर में साय 4:00 से 8:00 तक चल रही श्री शिव महापुराण कथा में वृंदावन से पधारे परम श्रद्धेय श्री गौरदास जी महाराज ने आज शक्ति के अवतरण की कथा सुनाते हुए श्रद्धालुओं को बताया सनातन धर्म में पूरे ब्रह्मांड में शक्ति अर्थात नारी को पूर्ण सम्मान दिया गया है श्री जन्माष्टमी श्री रामनवमी आदि अनेकों त्यौहार वर्ष में एक बार मनाए जाते हैं किंतु नवदुर्गा ऐसा त्यौहार है जो वर्ष में चार बार मनाया जाता है दो बार प्रकट और दो बार गुप्त नवरात्रि के रूप में मनाए जाते हैं सनातन हिंदू धर्म में कथा यज्ञ आदि काअनुष्ठान यदि गृहस्ती है तो पति के साथ धर्म पत्नी का होना अति आवश्यक है दोनों का गठजोड़ होने के साथ ही धर्म के शेष कार्य संपन्न हो पाते हैं महाराज जी ने आगे बताया कि हमारे शास्त्रों में वर्णित है की पति जो भी धर्म पुण्य का काम करता है उसका आधा फल उसकी पत्नी को मिलता है और जो पाप करता है उसका सारा फल उसे ही भोगना पड़ता है और पत्नी जो भी धर्म दान पुण्य काम करती है सारा फल उसको ही मिलता है इसमें पति शामिल नहीं है किंतु धर्मपत्नी से कोई पाप हो जाता है तो आधा फल उसके पति को भोगना पड़ता है ऐसा इसलिए है की धर्मपत्नी पर गृहस्थी चलाने संतान उत्पन्न करने उनका पालन एवं रक्त की शुद्धता का भार पत्नी पर होता है पति पर नहीं हमारे यहां बीवी नहीं होती धर्मपत्नी अर्धांगिनी होती है पत्नी यथार्थ जो पति को पतन से बचाए और धर्मपत्नी अर्थ पति को धर्म कार्य में लगाए अर्धांगिनी अर्थात पति का आधा अंग साथ ही महाराज जी ने यह भी बताया के हमारे धर्म में तलाक नहीं होता जन्मों-जन्मों का संबंध होता है कथा को आगे बढ़ाते हुए महाराज जी ने बताया कि हम सबको सनातन धर्म में बताएं 16 संस्कारों का पालन अपने जीवन में करना चाहिए उसमें सबसे प्रथम गर्भाधान संस्कार है महाराज जी ने यह भी बताया हिंदुओं को छोटी धारण करनी चाहिए तिलक लगाना चाहिए इसी उद्देश्य से उन्होंने भक्तजनों से आग्रह किया की भारत सरकार बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ पर तीव्र गति से कार्य कर रही है हम सब का यह काम है धर्म है बेटियों को भी बेटों के बराबर दर्जा दें उनकी रक्षा करें उन्हें पढ़ा लिखा कर आगे बढ़ाएं क्योंकि आज के परिवेश में जब बेटियां चांद पर जा सकती हैं तो बेटियां हमारा मान बढ़ाने में कोई कसर नहीं रखेगी बेटियों ने भारत का सम्मान विश्व पटल पर अंकित कराया है इसलिए आज मैं खुले मन से आप सब भक्तजनों से श्रद्धालुओं से आग्रह करता हूं इस कथा के माध्यम से आप सबसे कह रहा हूं बेटियों को भी स्वीकारो आज की कथा में आचार्य विवेकानंद शास्त्री ने शिव महापुराण आयोजन के अध्यक्ष दीपक शर्मा धर्मपत्नी मीना शर्मा से पूजन करा कर कथा का शुभारंभ कराया आज के आयोजन को सफल बनाने में कथा के मुख्य आयोजक हरीशरण बाजपेई भाजपा नेता जेपी मिश्रा सतीश वर्मा महेश चंद्र सक्सेना एडवोकेट राजीव रस्तोगी राजेंद्र गुप्ता मनोज गुप्ता मिंटू आदि का सहयोग रहा समिति के प्रदेश सचिव नीरज बाजपेई ने सभी का आभार प्रकट किया।
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