श्री राम कथा में केवट प्रसंग ने भक्तों को किया भावविभोर

Jan 27, 2025 - 16:35
Jan 27, 2025 - 16:36
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श्री राम कथा में केवट प्रसंग ने भक्तों को किया भावविभोर

>हरदोई (आरएनआई ) श्री राम जानकी हनुमत धाम में आयोजित श्री राम कथा के षष्ठम दिवस पर कथा व्यास सुखनंदन शरण जी महाराज ने मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम के जीवन के विभिन्न प्रसंगों का भावपूर्ण वर्णन कर श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया। इस अवसर पर विशेष रूप से केवट प्रसंग सुनाया गया, जिसमें भगवान श्री राम और केवट के बीच हुए संवाद ने उपस्थित भक्तों के हृदय को गहराई तक छू लिया। महाराज जी ने इस प्रसंग के माध्यम से बताया कि भक्ति में समर्पण और प्रेम का स्थान सर्वोपरि है। उन्होंने केवट की आपार भक्ति का उल्लेख करते हुए कहा कि केवट ने अपने सारे अवगुण भगवान के समक्ष रखकर केवल उनकी कृपा पर विश्वास किया।

"राघव चरण जल जात हो, आज केवट चरण पखारें, अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे," इस प्रसंग का उल्लेख करते हुए कथा व्यास ने समझाया कि भगवान का प्रेम उनके भक्तों की सच्ची भक्ति और समर्पण के आगे सभी अवगुणों को क्षमा कर देता है। समय के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, "समय का पहिया चलता है, किसी का भाग्य बदलता है।" भगवान श्री राम ने केवट की भक्ति और सेवा को देखकर यह सिखाया कि भक्ति में व्यक्ति का कर्म और भाव ही उसे विशेष बनाता है। कथा के दौरान व्यास पीठ की भव्य साज-सज्जा ने भक्तों का ध्यान आकर्षित किया, जिसे कविता गुप्ता, अर्पिता सिंह और आरती वर्मा ने पूरी निष्ठा और कलात्मकता से सजाया। इस अवसर पर कथा व्यास सुखनंदन शरण जी महाराज का विद्यालय के बच्चों और शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया गया। श्री डाल सिंह मेमोरियल स्कूल के छात्रों ने अपनी प्रस्तुतियों से वातावरण को और भी मधुर बना दिया।

      कथा आयोजन से पूर्व, श्री डाल सिंह मेमोरियल स्कूल परिसर में गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस विशेष अवसर पर श्री धाम अयोध्या से पधारे कथा व्यास सुखनंदन शरण महाराज ने विद्यालय संस्थापक अखिलेश सिंह और प्रबंधक मुकेश सिंह के साथ ध्वजारोहण किया। इसके बाद स्कूल परिसर देशभक्ति गीतों और नारों से गूंज उठा। महाराज जी के साथ आई संगीत मंडली ने अपनी प्रस्तुति से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

       बच्चों ने भी विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से देशभक्ति की भावना का प्रदर्शन किया। उनकी सराहनीय प्रस्तुतियों ने सभी का मन मोह लिया। विद्यालय के शिक्षकों और छात्रों ने इस अवसर को एक त्योहार की तरह मनाया। महाराज जी ने अपने प्रेरणादायक वक्तव्य में छात्रों को शिक्षा और संस्कार का महत्व बताया और कहा कि शिक्षा गुरु और दीक्षा गुरु दोनों का स्थान समान रूप से पूजनीय है। श्री राम कथा के अंतिम चरण में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम की मंगल आरती गाई गई। इस अवसर पर आरती में भाग लेने वालों में विद्यालय के प्रमुख सदस्य, स्थानीय भक्तगण और बच्चों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। व्यास सुखनंदन शरण जी महाराज ने भगवान श्री राम के आदर्शों को आत्मसात करने का संदेश देते हुए भक्तों को भगवान की मर्यादा, त्याग और कर्तव्यपरायणता से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।

यह आयोजन केवल कथा और भक्ति तक सीमित नहीं था, बल्कि इसमें शिक्षा, संस्कार और देशभक्ति का अद्भुत समन्वय देखने को मिला। कथा के विश्राम पर उपस्थित भक्तों ने महाराज जी के प्रवचनों और उनकी कथा शैली की सराहना की। इस अवसर ने न केवल भक्तों को आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर किया, बल्कि बच्चों के लिए भी प्रेरणादायक संदेश छोड़ा। श्री राम कथा का यह आयोजन भक्ति, देशभक्ति और शिक्षा का संगम बनकर सभी के हृदयों में अमिट छाप छोड़ गया।

       इस अवसर पर भाजपा जिला प्रभारी/ प्रदेश मंत्री उत्तर प्रदेश भाजपा शंकर लाल लोधी, पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीकृष्ण शास्त्री, क्षेत्रीय कार्यालय मंत्री डॉ विमल सिंह, जिला महामंत्री सत्येंद्र राजपूत, भाजपा नेता सूरज सिंह सोमवंशी ,अशोक सिंह आजाद, गौरव सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख नवनीत गुप्ता, अमरीश सक्सेना जी, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के योगेन्द्र सिंह, दीपू सिंह, कमलेन्द्र सिंह, रितेश सिंह, धर्मवीर गुप्ता, अखिल सिंह चंदेल, पवन सिंह चंदेल, आदित्य चौहान जी, भरत पांडेय, अजय सिंह, आशुतोष आजाद, हरिदास सिंह, नीरज तिवारी, हरिओम मिश्रा, अंकित त्रिपाठी सहित भक्त गण मौजूद रहे।

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Laxmi Kant Pathak Senior Journalist | State Secretary, U.P. Working Journalists Union (Regd.)