शिव महापुराण कथा का धूमधाम से शुभारंभ
शाहजहांपुर, 21 अगस्त: सावन माह के पुनीत अवसर पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आदर्श दिव्यांग कल्याण संस्थान द्वारा आयोजित श्री शिव महापुराण कथा एवं रुद्राभिषेक के दूसरे दिन का पूजन डॉक्टर सुरेश कुमार अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के द्वारा आचार्य विवेकानंद शास्त्री जी के कर कमलों से संपन्न हुआ उन्होंने पूजन उपरांत महाराज जी को माला पहनाकर एवं तिलक लगाकर कथा का शुभारंभ कराया आज दूसरे दिवस की कथा में वृंदावन से पधारे अंतर्राष्ट्रीय कथा वाचक गौर दास जी महाराज ने अपने श्री मुख से हनुमान जी के चरित्र का वर्णन करते हुए कहा की हनुमान जी को भगवान राम की सभा में सीना क्यों चीरना पड़ा उन्होंने बताया कि यह विदित था कि तारकासुर के अत्याचार से पूरा ब्रह्मांड कांप उठा था उसी समय लक्ष्मी नारायण भगवान भगवान शंकर के सम्मुख प्रकट हुए और उन्होंने कहा कि हे प्रभु अब कार्तिकेय के जन्म का समय आ गया क्योंकि कार्तिकेय के हाथों से ही तारकासुर का बध होगा यह कहकर लक्ष्मी नारायण भगवान मोती रूप में भगवान शंकर के हृदय में समाहित हो गए इसके उपरांत लंका विजय के बाद भगवान राम का राजतिलक संपन्न हुआ और भगवान राम सीता जो की लक्ष्मी नारायण का स्वरूप थे सभा में बैठकर सभी को उपहार देकर सम्मानित कर रहे थे उसी समय माता सीता ने देखा हनुमान जी शांत मुद्रा में विराजमान है उन्होंने हनुमान जी को मोती की दिव्यमाला प्रदान की हनुमान जी ने माता सीता से प्राप्त मोती की माला के एक-एक मोती दांतों से तोड़कर बिखेर दिए सभा में यह देखकर सभी दंग रह गए उसी समय वानर राज सुग्रीव ने कहा की हनुमान जी तुम्हें क्या हो गया है माता सीता की दिव्यमाला तोड़कर क्यों फेंक रहे हो हनुमान जी ने कहा ऐसी माला मेरे किस काम की जिसमें मेरे प्रभु सीताराम दिखाई ना दे तब सुग्रीव ने कहा यदि मोती की माला मैं भगवान सीताराम नहीं दिख रहे हैं इसलिए तोड़ कर फेंक रहे हो तो क्या तुम्हारे शरीर में भी भगवान राम सीता दिखेंगे और नहीं दिखते हैं तो ऐसे शरीर का क्या काम हनुमान जी ने भगवान राम को प्रणाम किया और उनसे आज्ञा ली जोर से चिल्लाकर सीता राम का नाम लेकर सीना फाड दिया और उसमें राम सीता के सभी ने सुंदर दर्शन किए उसी समय वानर राज सुग्रीव ने हनुमान जी के सीने में भगवान सीताराम के अलौकिक दर्शन किए और हनुमान जी से क्षमा मांगी इसीलिए कहा जाता है जो भी व्यक्ति सीताराम का जाप करता है हनुमान जी सदैव उसकी रक्षा करते हैं महाराज ने हनुमान जी के इस अलौकिक चरित्र के दर्शन भक्तजन को कराएं जिससे भक्तजन मंत्रमुग्ध होकर सीता राम का जाप करने लगे कथा प्रांगण में स्वामी जी के श्री मुख से हजारों से भक्तों ने कथा का श्रवण किया आरती पूजन के उपरांत समिति ने सभी शिव भक्तों को प्रसाद वितरण किया सभी भक्तों ने महाराज जी के श्री मुख से अद्भुत चरित्र सुनकर प्रशंसा की आज के आयोजन को सफल बनाने में मुख्य रूप से अध्यक्ष दीपक शर्मा मुख्य आयोजक हरि शरण बाजपेई सीमा वाजपेई अध्यक्ष मात्र मंडल सेवा भारती शैली गुप्ता सोनिया गुप्ता महिमा शुक्ला पवन दीक्षित सतीश वर्मा आराधना गुप्ता जितेंद्र नाथ तिवारी ब्लॉक प्रमुख कांट श्री दत्त शुक्ला एवं समिति के प्रदेश सचिव नीरज बाजपेई ने सभी का आभार प्रकट किया
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