शादीशुदा महिला से प्यार का अंजाम, रोहतक में पति ने योगा टीचर को 7 फीट नीचे जिंदा दफनाया
बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी के योगा टीचर का शव तीन महीने बाद गड्ढे से बरामद हुआ। प्रेम प्रसंग में आरोपियों ने अपहरण के बाद योगा टीचर को जिंदा दफना दिया था।

रोहतक (आरएनआई) रोहतक में योगा टीचर को जिंदा दफनाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। वारदात के पीछे प्रेम प्रसंग को कारण बताया जा रहा है। योगा टीचर का शव तीन महीने बाद 24 मार्च को चरखी दादरी के पैंतावास गांव में मिला। पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है। मृतक की पहचान झज्जर निवासी जगदीप के रूप में हुई है। जगदीप बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी में योगा टीचर था। पुलिस ने बताया कि अपहरण के 10 दिन बाद हुई गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की गई।
तीन महीने की तलाश के बाद योगा टीचर का शव 7 फीट गढ्ढे से बरामद हुआ। मांडोठी गांव के जगदीप का 24 दिसंबर को अपहरण हुआ था। आरोपियों ने मृतक जगदीश के साथ मारपीट की और हाथ पैर बांधकर जिंदा गड्ढे में दफना दिया। पुलिस ने गढ्ढे से शव बरामद कर मंगलवार को पीजीआई में पोस्टमॉर्टम कराया। जगदीप की कॉल डिटेल के माध्यम से पुलिस मुख्य आरोपी तक पहुंची। हरदीप और धर्मपाल को रिमांड पर लेकर पुलिस ने पूछताछ शुरू की।
पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा हुआ। पुलिस ने बताया कि जगदीप का प्रेम प्रसंग किराए के घर से शुरू हुआ था। घर की महिला से जगदीप के प्रेम प्रसंग की पति को लगी। पति ने मारपीट के बाद जगदीप को जबरन गाड़ी में डाला। पैंतावास गांव ले जाकर पहले से तैयार 7 फीट गहरे गड्ढे में जगदीप को जिंदा दफन कर दिया गया।
जिंदा दफन करने से पहले जगदीप के हाथ पैर बांध दिए गए थे। बताया जा रहा है कि गड्ढे की खुदाई बोरवेल के नाम पर कराई गई। सीआईए-1 प्रभारी ने बताया कि हरदीप और धर्मपाल के साथी भी हत्याकांड में शामिल हैं। बाकी आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने बताया कि वारदात से पहले योगा टीचर के मुंह पर टेप बांध दिए गए थे। पुलिस एक-एक कड़ी जोड़कर मुख्य आरोपी तक पहुंच गई।
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