शरद पवार ने Z+ सुरक्षा लेने से किया इनकार, कहा- मुझे नहीं पता सुरक्षा क्यों बढ़ाई जा रही
केंद्र ने केंद्रीय एजेंसियों द्वारा खतरे के आकलन की समीक्षा के बाद उन्हें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की वीआईपी सुरक्षा शाखा की जेड प्लस सुरक्षा दी थी।
मुंबई (आरएनआई) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एसपी के प्रमुख शरद पवार ने आज गृह मंत्रालय द्वारा दी गई जेड प्लस कैटेगरी की सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया। गृह मंत्रालय ने कुछ दिन पहले उन्हें जेड प्लस सुरक्षा देने का फैसला लिया था, जिसमें सीआरपीएफ के 58 कमांडोज उनकी सुरक्षा में तैनात किए जाने थे। जानकारी सामने आ रही है कि उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों द्वारा सुझाए गए कुछ उपायों को मानने से इनकार कर दिया है।
केंद्र ने केंद्रीय एजेंसियों द्वारा खतरे के आकलन की समीक्षा के बाद उन्हें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की वीआईपी सुरक्षा शाखा की जेड प्लस सुरक्षा दी थी। पवार का कहना है कि उन्हें यह नहीं पता कि उनकी सुरक्षा क्यों बढ़ाई जा रही है।
83 वर्षीय महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय राजधानी में अपने घर के अंदर अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों को तैनात करने, शहर के भीतर यात्रा करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वाहन को बदलने और उनके वाहन के अंदर दो सुरक्षाकर्मियों द्वारा उन्हें सुरक्षा देने के प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है। हालांकि,पवार सुरक्षा उपायों को बढ़ाने के तहत दिल्ली में अपने घर की चारदीवारी की ऊंचाई बढ़ाने के लिए तैयार हो गए हैं।
पूर्व रक्षा मंत्री ने यह बात शुक्रवार को यहां एक बैठक में सुरक्षा एजेंसियों सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के प्रतिनिधियों को बताई है। उनके अलावा, दिल्ली अग्निशमन सेवा, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग, नई दिल्ली नगरपालिका परिषद और केंद्रीय गृह मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया।
गृह मंत्रालय ने कुछ दिन पहले उन्हें जेड प्लस सुरक्षा देने का फैसला लिया था, जिसमें सीआरपीएफ के 58 कमांडोज उनकी सुरक्षा में तैनात किए जाने थे।
शरद पवार पहले भी जेड प्लस सुरक्षा को लेकर अपनी उदासीनता जाहिर कर चुके हैं। अभी हाल ही में जब उन्हें ये सुरक्षा दिए जाने का फैसला लिया गया था, पवार ने तब भी इस पर तंज कसा था। जेड प्लस सुरक्षा मिलने को लेकर उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया में इसे जासूसी का जरिया बताया था। पवार ने कहा था कि उन्हें दी गई जेड प्लस सुरक्षा उनके बारे में प्रामाणिक जानकारी प्राप्त करने का एक तरीका हो सकता है, क्योंकि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव नजदीक हैं।
जेड-प्लस सुरक्षा मिलने पर शरद पवार ने संदेह जताते हुे कहा था कि उन्हें दी गई जेड-प्लस सुरक्षा उनके बारे में जानकारी निकालने का प्रयास हो सकता है, क्योंकि महाराष्ट्र में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाला है। केंद्र सरकार ने बुधवार को शरद पवार को जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान करने की घोषणा की थी।
जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान करने को लेकर किए गए सवाल पर एनसीपी-एसपी प्रमुख ने कहा कि उन्हें इस कदम के पीछे का कारण नहीं मालूम। शरद पवार ने आगे कहा, 'गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने मुझे बताया कि केंद्र सरकार ने तीन लोगों को जेड-प्लस सुरक्षा प्रदान करने का फैसला लिया है और मैं उनमें से एक हूं। मैंने उनसे पूछा कि बाकी के दो कौन थे, तो उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का नाम लिया।" पवार ने आगे कहा, "हो सकता है कि राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाला है और वे मेरे बारे में जानकारी हासिल करने के लिए ऐसा कर रहे हैं।
केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 55 सशस्त्र कर्मियों की एक टीम को पवार के जेड प्लस सुरक्षा के हिस्से के रूप में रखा गया है। बता दें कि जेड सुरक्षा उन्हीं लोगों को दी जाती है जिन्हें जान का गंभीर खतरा रहता है। अभी भारत में प्रमुख रूप से चार सुरक्षा श्रेणियां हैं। इनमें जेड प्लस (36 सुरक्षाकर्मियों का घेरा), जेड (22 सुरक्षाकर्मियों का घेरा), वाई (11 सुरक्षाकर्मियों का घेरा) और एक्स (2 सुरक्षाकर्मियों का घेरा) शामिल हैं।
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