व्यापारी के अपहरण की साजिश रचने में एएसआई का बेटा, 4 गिरफ्तार
पकड़े गए लुटेरों में 2 युवक गुना के
शिवपुरी। शहर के फिजिकल थाना क्षेत्र में बीती 22 मई को न्यू दर्पण कॉलोनी में निवासरत कपडा व्यापारी के अपहरण का मामले को पुलिस ट्रेस कर लिया है। कपडा व्यापारी के अपहरण कर लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था। बताया जा रहा है कि कांड की साजिश रचने वाला व्यापारी का पडोसी निकला है। पुलिस ने इस मामले में 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों से लूट का माल भी बरामद हुआ है। वहीं दो फरार आरोपियों की पुलिस तलाश में जुटी हुई है। बदमाशों ने व्यापारी के पड़ोसी प्रयांश कुशवाह के सहयोग से इस लूट और अपहरण की वारदात को अंजाम दिया था।
बता दें 22 मई की रात कपड़ा व्यापरी इशांक मिश्रा निवासी न्यू दर्पण कॉलोनी अपनी कपड़े की दुकान को बंद कर घर वापस आ रहा था, तभी रास्ते में कार क्रमांक एमपी 08 टीए 6861 में सवार 5 बदमाशों ने उसे रोककर उसकी मारपीट की और उसे जबरन कार में बैठाकर अपने साथ ले गए। जहां रास्ते में उससे 10 लाख रूपए की मांग की और उसे तीन दिन की मोहलत देकर उसके तीन मोबाइल 50 ग्राम बजनी सोने की चैन, 22 ग्राम की तीन अंगूठी और 25 ग्राम के सोने का कढ़ा और पर्स लूट लिया। इसके बाद उसे घायल अवस्था में बदरवास के रास्ते में फेंककर भाग गए थे।
इस मामले में फिजिकल थाना प्रभारी अरविंद छारी ने तत्परता दिखाते हुए अज्ञात बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और बदमाशों की तलाश में जुट गए। बदमाशों की लोकेशन मिलने के बाद उनकी धरपकड़ शुरू कर 4 बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। जिनमें विवेक जाट पुत्र राजवीर जाट निवासी नजूल कॉलोनी गुना, आदित्य पुत्र राजीवर सिंह ठाकुर निवासी मोटन नगर मकरोनिया सागर, अरुण पुत्र नारायण सिंह राय निवासी भुल्लन पुरा गुना, प्रयांश पुत्र रामकिशन कुशवाह निवासी न्यू दर्पण कॉलोनी शामिल हैं।
जिन्हें पुलिस ने पकड़ लिया है। जबकि दो बदमाश पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ सके हैं। जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। पुलिस ने बदमाशों से तीनों मोबाइल, 25 ग्राम का सोने का कढ़ा और 22 गा्रम बजनी तीन अंगूठी जब्त कर ली हैं। जबकि चेन और पर्स अभी जब्त नहीं हुई। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त की गई कार भी जब्त की।
अपहरण और लूट का शिकार हुए इशांक मिश्रा ने बताया कि बदमाश लगातार उससे 10 लाख रुपए की मांग कर रहे थे। जब वह मेरा अपहरण कर ले गए थे तो रास्ते में उन्होंने रुपए मांगे और एक समय ऐसा आया कि एक बदमाश ने मेरे सिर पर पिस्टल तान दी और वह ट्रिगर दबाने वाला ही था तभी मैंने उससे कहा कि मेरी जान लेने से उन्हें क्या हासिल होगा।
मेरे पिता इतने रुपयों की व्यवस्था नहीं कर पा रहे हैं अगर वह मुझे छोड़ देंगे तो मैं उनकी मांग पूरी कर सकता हूं और रुपयों के लालच में आकर बदमाशों ने उसके मोबाइल और सोने के आभूषण लूटकर उसे जिंदा छोड़ दिया। अगर बदमाशों के मन में लालच न आता तो वह आज इस दुनिया में नहीं होता।
कपड़ा व्यापारी इशांक मिश्रा का अपहरण कर लूट की वारदात को अंजाम देने का मास्टर माइंड प्रयांश कुशवाह और विवेक जाट हैं। बता दें कि पूर्व में विवेक जाट शिवपुरी में निवास करता था और इसी दौरान उसकी दोस्ती न्यू दर्पण कॉलोनी में रहने वाले प्रयांश कुशवाह से हुई थी और उसके घर विवेक का आना जाना था।
जहां पास में रहने वाले व्यापारी के रहन सहन पर विवेक की नजर गई और तभी उसने इशांक को अपने नजर में ले लिया। इसके बाद विवेक ने प्रयांश कुशवाह की मदद से इशांक की रेकी कराई और अन्य बदमाशों से सम्पर्क कर घटना को अंजाम दे दिया।
What's Your Reaction?