वॉशिंगटन में नहीं होगी निष्पक्ष सुनवाई।
डोनाल्ड ट्रंप पर साल 2020 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को पलटने की कोशिश करने का आरोप है। इस मामले की जिम्मेदारी न्यायाधीश तान्या छुटकन को पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सौंपी थी। इसलिए ट्रंप ने न्यायाधीश को बदलने की मांग की है।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को दावा किया कि 2020 के चुनाव धोखाधड़ी मामले में उन्हें नहीं लगता कि निष्पक्ष सुनवाई होगी। इसलिए वह अपने ऊपर लगाए गए आपराधिक मुकदमे की निगरानी एक अलग न्यायाधीश से कराने और मामले को वाशिंगटन से बाहर स्थानांतरित करने के लिए याचिका दायर करेंगे।
साल 2020 में हुए चुनाव में ट्रंप को हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन उन्होंने चुनावी नतीजों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद 6 जनवरी 2021 को ट्रंप समर्थकों ने राजधानी पर धावा बोल दिया था। डोनाल्ड ट्रंप सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण में असफल माने गए। इसके बाद ट्रंप पर आरोप लगे कि वह हार के बावजूद पद पर बने रहे। इसलिए ट्रंप पर साल 2020 में हुए अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों को पलटने की कोशिश करने का आरोप है। इस मामले की जिम्मेदारी न्यायाधीश तान्या छुटकन को पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने सौंपी थी।
ट्रंप ने एक सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि वॉशिंगटन में ऐसा कोई भी रास्ता नहीं है कि उन्हें सुनवाई का निष्पक्ष मौका मिले। इसलिए मामले को किसी और अदालत में स्थानांतरित करने की मांग करेंगे। बता दें, रविवार दोपहर तक अदालत में कोई औपचारिक अनुरोध दायर नहीं किया गया था। वहीं, कोलंबिया के जिला न्यायालय ने टिप्पणी के अनुरोध का तुरंत जवाब नहीं दिया।
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने आगे कहा कि आरोप कई वर्षों बाद अब लगाए गए हैं, जब चुनाव होने वाले हैं। इससे साफ है कि यह सिर्फ साजिश है। उन्होंने कहा कि मुझे आशा है कि अमेरिका के लोग यह देख रहे हैं। हमारा देश बर्बाद हो रहा है। इसे फिर से महान बनाना होगा। उन्होंने कहा कि हम तुरंत मामले की सुनवाई किसी अन्य न्यायाधीश से करवाने की मांग करेंगे। इसके साथ ही मामले को अन्य कहीं और स्थानांतरित करवाने को लेकर एक याचिका भी दायर करेंगे।
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