वन विभाग की कार्रवाई से उजड़े 20 परिवार, बिना नोटिस उजाड़ी फसल, मुआवजे की मांग
अशोकनगर (आरएनआई) अशोकनगर के करीलाधाम के समीप वर्षो से विभिन्न समाज के लगभग 20 परिवारों के लोगो की गुजर बसर कराने वाली जमीन पर अचानक ही उस भूमि को वन विभाग की बताते हुए उन्हें जमीन से बेदखल करने का मामला सामने आया।
जेसीबी से की गई एक तरफा कार्यवाही के पूर्व न ही नोटिस दिया गया,न ही उन्हें हटने का मौका दिया गया। पीड़ित लोगो का कहना हैं कि उनको गृहस्थी के सामन सहित खड़ी फसल कट जाने में 10 दिन का भी समय नहीं दिया गया।
पीड़ित परिवार जनों ने ओबीसी जनकल्याण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष को बताया कि अगर वन विभाग की जमीन थी तो उन्हें नोटिस देते वे खुद वहा से हट जाते। अब हमारे सामने गुजर बसर के साथ खाने पीने की भी नौबत आ गई हैं।
लोगो ने बताया कि वो इस कार्यवाही के पूर्व कलेक्टर अशोकनगर से भी मिलने गए थे,लेकिन उन्होंने मिलने से मना कर दिया था।
लोगो ने कहा कि जिले के साथ पड़ोसी जिले में भी भूमाफिया ओर वन भूमि पर कब्जा करने वालो पर कार्यवाही क्यों नहीं हो रही हैं। एक तरफा कार्यवाही से है बर्बाद हो गए हैं। हमें जीवन यापन को लेकर मुआवजा दिया जाए।
उक्त पूरा मामला ग्राम कानी खेड़ी तहसील बहादुरपुर जिला अशोकनगर मध्य प्रदेश में प्रशासन के द्वारा एक तरफा कार्रवाई करके किसानों की खड़ी फसल को जो है बर्बाद कर दिया गया है जिससे किसान काफी परेशान है किसानों का कहना था कि प्रशासन हमें 10 से 15 दिन का समय देता जिससे हमारी फसल पक जाती और उसे फसल को हम काट लेते किसानों के पास आय का कोई साधन न होने के कारण किसान काफी परेशान है और वह प्रशासन से मुआवजे की मांग कर रहे हैं और हम भूखे मर रहे हैं इस तरह की मांग की आवाज उठा रहें हैं। पीड़ित परिवार से मिलने ओबीसी जनकल्याण संघ राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार सेसई और राजकुमार यादव उनसे मिले और उनकी सहायता का आश्वासन दिया।
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