वकीलों ने एक कोशिश के तहत आईपीएल क्रिकेट के सट्टे को लेकर ज्ञापन सौंपा
गुना। युवा पीढ़ी को आईपीएल क्रिकेट के सट्टे के भंवर से बचाने के लिए एक सार्थक पहल करते हुए वकीलों ने एसपी को ज्ञापन देकर ऑन लाइन सट्टा बंद कराने की मांग की है।
वकीलों के सोशल ग्रुप "एक कोशिश" के चेयरमैन एडवोकेट वृंदावन शर्मा के नेतृत्व में शहर के प्रतिष्ठित एडवोकेट अजय श्रीवास्तव, बरुन सूद, दिलीप राजपूत, धर्मेंद्र सिंह रघुवंशी, देवेंद्र शिवहरे, दीपक रजक, राहुल जैन, गजेंद्र कुशवाहा, धीरज जैन आदि ने आज एसपी राकेश कुमार सगर से मुलाकात की ओर जिला मुख्यालय समेत जिले भर में चल रहे आईपीसी के सट्टा कारोबारियों पर लगाम कसने की मांग की।
एसपी को सौंपे गए ज्ञापन में वकीलों ने लिखा है कि, गुना जिले में आईपीएल और क्रिकेट के ऑन लाइन सट्टे की लाइन चलाने वाले अलग अलग गिरोह भारी पैमाने पर सट्टे का अवैध व्यापार कर रहे हैं। मोबाइल पर लिंक भेज कर सट्टे की लाइन चलाने वालों में कई नामचीन हिस्ट्रीशीटर संलग्न हैं, जो युवाओं को अत्यधिक ब्याज पर सट्टे के लिए फाइनेंस भी करते हैं। 5-6 पुलिसकर्मियों का भी सटोरियों को खुला संरक्षण है।
क्रिकेट के सट्टे के जाल में उलझकर कई परिवार आर्थिक रूप से बर्बाद हो चुके हैं। आईपीएल सट्टा चलाने वाले गिरोह अपराधियों की गैंग बनाकर हारने वाले लोगों से पैसों की वसूली करते हैं। हार जाने पर डिप्रेशन का शिकार कई युवा वसूली के दबाव में आत्महत्या कर चुके हैं और कई ने अपने परिवार को कर्ज मे डुबा दिया है। इस अवैध कृत्य में शामिल असामाजिक तत्वों ने करोड़ों रुपए की अवैध कमाई की है। इन तत्वों पर ठोस कार्यवाही न होने से और प्रभावी अंकुश न लगाए जाने से आमजन में रोष व्याप्त है।
वकीलों ने मांग की है कि युवा पीढ़ी को बचाने के लिए एवम् प्रदेश सरकार की छवि को देखते हुए, आईपीएल और क्रिकेट के ऑन लाइन सट्टे पर अभियान चलाकर, थाना प्रभारियों की जवाबदेही भी तय करते हुए प्रभावी कार्यवाही की जाए। साथ ही इस अवैध कृत्य में संलग्न असामाजिक तत्वों के विरुद्ध ठोस कार्यवाही कर इनकी संपति की जांच कराने हेतु भी संबंधित विभाग को प्रतिवेदन भेजा जाए।
यह पहली बार हुआ है जब किसी सामाजिक बुराई को लेकर वकीलों ने प्रभावी विरोध दर्ज कराते हुए कार्यवाही की मांग की है। इस कदम की सभ्य समाज द्वारा भूरी भूरी प्रशंसा की जा रही है।
गौरतलब है कि, शहर के बच्चे बच्चे को कोतवाली और केंट क्षेत्र में आईपीएल के सट्टे की लाइन चलाने वाले सभी गिरोहों की जानकारी है। कोतवाली और केंट थाने का कौन सा पुलिसकर्मी किस गिरोह से जुड़ा है यह भी जन चर्चाओं में है। इनमें से कुछ आरक्षक स्कॉर्पियो और क्रेटा जैसी 16 - 18 लाख कीमत की गाडियां मेंटेन कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक पुलिस के सायबर सेल के दो आरक्षक भी शक के दायरे में हैं। चर्चा है कि पुलिस की मिलीभगत होने के चलते इस गिरोह के सरगनाओं पर कार्यवाही नहीं की जा रही। अलबत्ता सक्रियता दिखाने के लिए छोटे मोटे खिलाड़ी पकड़ कर पीठ थपथपाने की कोशिश की जा रही है।
What's Your Reaction?