लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन के खिलाफ कार्रवाई जारी, 22 ठिकानों पर छापेमारी, 12.41 करोड़ की नकदी जब्त
मार्टिन चुनावी बॉन्ड के जरिये राजनीतिक दलों को 1,300 करोड़ रुपये का चंदा देकर सुर्खियों में आया था। उसके खिलाफ लॉटरी में धोखाधड़ी व अवैध बिक्री के मामलों में कई एफआईआर दर्ज हैं। 15 नवंबर को भी ईडी ने मार्टिन के चेन्नई और कोलकाता कार्यालय से नकदी जब्त की थी।
चेन्नई (आरएनआई) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन के खिलाफ धनशोधन से जुड़े मामलों में कार्रवाई तेज कर दी है। सोमवार को ईडी ने मार्टिन और उसकी कंपनी मैसर्स फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े अलग-अलग प्रदेशों में 22 ठिकानों पर छापेमारी की। इस दौरान ईडी ने 12.41 करोड़ की नकदी और 6.42 करोड़ की एफडीआर जब्त की।
ईडी ने तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, मेघालय और पंजाब में उसके ठिकानों से कई आपत्तिजनक दस्तावेज, डिजिटल डिवाइस भी बरामद कीं। मार्टिन के खिलाफ लॉटरी में धोखाधड़ी व अवैध बिक्री के मामलों में कई एफआईआर दर्ज हैं। 15 नवंबर को भी ईडी ने मार्टिन के चेन्नई स्थित कॉरपोरेट कार्यालय से 8.8 करोड़ रुपये और कोलकाता से तीन करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी जब्त की थी। उल्लेखनीय है कि मद्रास हाईकोर्ट ने हाल ही में लॉटरी किंग के खिलाफ ईडी को कार्रवाई करने की अनुमति दी थी।
ईडी ने बीते वर्ष केरल में लॉटरी बिक्री में धोखाधड़ी कर सिक्किम सरकार को 900 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान पहुंचाने से जुड़े मामले में मार्टिन की करीब 457 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की थी।
मार्टिन की कंपनी फ्यूचर गेमिंग सॉल्यूशन्स इंडिया प्रा.लि. सिक्किम लॉटरी की प्रमुख वितरक है। ईडी तमिलनाडु में इस लॉटरी किंग के खिलाफ 2019 से ही जांच कर रही है। मार्टिन हाल ही में तब सुर्खियों में आया, जब चुनाव आयोग के आंकड़ों से पता चला कि उसकी कंपनी 2019 से 2024 के बीच राजनीतिक दलों को चंदे के लिए 1,300 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के चुनावी बॉन्ड की सबसे बड़ी खरीदार थी। बता दें कि मार्टिन कभी साधारण मजदूर के रूप में काम करता था। 13 साल की उम्र में लॉटरी के व्यवसाय में उतरा और साम्राज्य खड़ा कर दिया। उसका व्यवसाय ज्यादातर लॉटरी से जुड़ा रहा। वह मार्टिन ग्रुप ऑफ कंपनीज का फाउंडर और चेयरमैन भी है।
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