लैपटॉप के आयात पर सरकार नहीं लगाएगी पाबंदी
सरकार की ओर से कहा गया था कि लैपटॉप और कंप्यूटर के आयात पर बैन लगाने से भारत में हार्डवेयर का बाजार बढ़ेगा, लेकिन कई देशों की आलोचना के बाद इस फैसले को वापस ले लिया गया है।
नई दिल्ली। भारत सरकार ने अपने उस आदेश को वापस ले लिया है जिसमें लैपटॉप आयात पर बैन लगाने की बात कही गई थी। विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) की ओर से अगस्त में एक अधिसूचना जारी की गई थी जिसमें कहा गया है कि लैपटॉप, टैबलेट, ऑल-इन-वन पर्सनल कंप्यूटर और अल्ट्रा-स्मॉल कंप्यूटर और सर्वर के आयात को 31 अक्तूबर से प्रतिबंधित कर दिया गया है यानी 31 अक्तूबर तक दूसरे देश से भारत में लैपटॉप, कंप्यूटर आदि को मंगाया जा सकता है लेकिन उसके बाद नहीं।
अब इस फैसले को वापस ले लिया गया है। सरकार ने कहा था कि डाटा लीक को लेकर यह फैसला लिया गया है। भारत में सबसे ज्यादा लैपटॉप का आयात चीन से होता है। इसके अलावा सरकार की ओर से कहा गया था कि लैपटॉप और कंप्यूटर के आयात पर बैन लगाने से भारत में हार्डवेयर का बाजार बढ़ेगा, लेकिन कई देशों की आलोचना के बाद इस फैसले को वापस ले लिया गया है।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि लैपटॉप और कंप्यूटर के आयात पर कोई बैन नहीं लगाया गया है, बल्कि यह मूल रूप से निगरानी है, जो हम कर रहे हैं। इसका प्रतिबंधों से कोई लेना-देना नहीं है।
उन्होंने आगे कहा, 'लैपटॉप पर इस तरह का कोई प्रतिबंध नहीं है। हम केवल यह कह रहे हैं कि जो कोई भी इन लैपटॉप का आयात कर रहा है, उस पर कड़ी निगरानी रखनी होगी, ताकि हम इन आयातों पर नजर रख सकें। भारत लैपटॉप और कंप्यूटर के आयात पर लाइसेंस की आवश्यकता नहीं लागू करेगा बल्कि केवल उनके आने वाले शिपमेंट की निगरानी करेगा।'
आज भले ही दो महीने बाद भारत सरकार ने लैपटॉप आयात बैन के फैसले को वापस ले लिया है लेकिन इससे लैपटॉप और कंप्यूटर इंडस्ट्री को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। पिछले दो महीने से लैपटॉप और कंप्यूटर की शॉर्टेज होने के कारण इनकी कीमतों में भी भारी इजाफा हुआ है।
सरकार के इस फैसले का असर Apple, Acer, HP, Dell और रिलायंस जियो जैसी कंपनियों पर हुआ था। इन कंपनियों ने इस बैन को हटाने के लिए सरकार से गुहार भी लगाई थी। इस बैन से रिलायंस जियो भी परेशान थी, क्योंकि हाल ही में लॉन्च हुआ जियो का JioBook भी चीन से ही आयात होता है।
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