लाल किले की सुरक्षा के लिए अचूक इंतजाम
लाल किले और आसपास की सुरक्षा को अभेद बनाने के लिए 10,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। साथ ही, चेहरे की पहचान करने वाले 1000 कैमरे और एंटी ड्रोन सिस्टम भी लगाए गए हैं।
स्वतंत्रता दिवस के चलते लाल किले से लेकर दिल्ली की सीमाओं तक सुरक्षा के अचूक और पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लाल किले और आसपास की सुरक्षा को अभेद बनाने के लिए 10,000 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। साथ ही, चेहरे की पहचान करने वाले 1000 कैमरे और एंटी ड्रोन सिस्टम भी लगाए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 अगस्त को लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करेंगे।
77वें स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में भारी भीड़ जुटने की उम्मीद है, क्योंकि इस बार कार्यक्रम में कोविड-19 को लेकर कोई प्रतिबंध नहीं हैं। सरकार ने पीएम किसान योजना के लाभार्थियों समेत 1,800 विशेष मेहमानों को आमंत्रित किया है। माना जा रहा है कि इस बार 20,000 से अधिक अधिकारी और नागरिक आजादी के जश्न में शिरकत करेंगे। सुरक्षा की दृष्टि से लाल किला मेट्रो स्टेशन का गेट नंबर तीन और चार बंद रहेगा जबकि दूसरी तरफ के गेट लोगों के लिए खुले रहेंगे। संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने के लिए लगभग 300 इमारतों की पहचान की गई है, जहां आधुनिक हथियार और दूरबीन के साथ जवान तैनात रहेंगे।
पुलिस ने कहा कि हरियाणा के नूंह और आसपास के इलाकों में हाल की हिंसा को ध्यान में रखते हुए कड़ी निगरानी सुनिश्चित की जा रही है। लाल किला की सुरक्षा की जिम्मेदारी विभिन्न एजेंसियों को सौंपी गई है। इसमें एनएसजी, एसपीजी, पैरामिलिट्री फोर्स और दिल्ली पुलिस के जवान शामिल हैं।
स्वतंत्रता दिवस समारोह के लिए लाल किले की सुरक्षा दिल्ली पुलिस व अन्य सुरक्षा एजेंसियों के जवानों ने संभाल ली है। साथ ही, यमुना में दिल्ली पुलिस के विशेष प्रशिक्षित कमांडो तैनात किए गए हैं। शाहदरा जिला पुलिस उपायुक्त रोहित मीणा ने रविवार को टीम के साथ यमुना में गश्त भी की।
लाल किले की दीवार से दिल्ली की सीमाओं तक सुरक्षा के अचूक व पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। सभी सीमाएं सोमवार से सील कर दी जाएंगी। दिल्ली पुलिस आतंकी व बदमाशों से संबंधित सूचनाओं को लेकर पड़़ोसी राज्यों की पुलिस के भी संपर्क में है। उत्तरी जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार लाल किले के पास लगातार पीसीआर वैन पेट्रोलिंग कर रही हैं। इसके अलावा यमुना में भी सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है। यमुना में दिल्ली पुलिस के कमांडो, गोताखोरों की टीम के साथ लगातार गश्त पर रहेंगे, ताकि किसी भी घुसपैठ की कोशिश को नाकाम किया जा सके।
प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनजर लाल किले की सुरक्षा की जिम्मेदारी कई लेयर में विभिन्न एजेंसियों को दी गई है। इनमें एनएसजी, एसपीजी, पैरामिलिट्री फोर्स और दिल्ली पुलिस के जवान शामिल हैं। वहीं, प्रधानमंत्री के रूट से लाल किले तक 10 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। सिर्फ लाल किले के पास ही लगभग 5 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है। निगरानी के लिए कई मचान और मोर्चे बनाए गए हैं। लाल किला के पास किसी भी प्रकार के फ्लाइंग ऑब्जेक्ट को उड़ाने पर पाबंदी लगा दी गई है।
देश की राजधानी हमेशा ही आतंकियों के निशाने पर रही है। इससे निपटने के लिए दिल्ली पुलिस मुस्तैद रहती है। इस साल स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान दिल्ली पुलिस पहली बार इस्राइली तकनीक से युक्त एफआरएस कैमरों का इस्तेमाल करने जा रही है। इन कैमरों को समारोह स्थल के एंट्री गेट पर लगाया जाएगा।
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले करीब दो माह से स्वतंत्रता दिवस समारोह को देखते हुए तैयारियां की जा रही हैं। इसी कड़ी में इस बार एफआरएस कैमरों को भी शामिल किया गया है। इस्राइली तकनीक से लैस कैमरे कंट्रोल रूम से जुड़े होेंगे। दिल्ली पुलिस के रिकॉर्ड में जो भी आपराधिक प्रवृत्ति के लोग शामिल हैं, उनका डोजियर बना हुआ है।
इस रिकॉर्ड को इन कैमरों से जोड़ दिया गया है। ऐसे में पुलिस के रिकॉर्ड में शामिल जो भी व्यक्ति इन कैमरों की जद में आएगा। तुरंत कैमरे कंट्रोल रूम को उसका मैसेज भेज देंगे। जिस गेट से या कैमरे से मैसेज जाएगा तुरंत वहां तैनात सुरक्षा बलों को अलर्ट कर दिया जाएगा। फिलहाल स्वतंत्रता दिवस समारोह के कार्यक्रम से 48 घंटे पूर्व एसपीजी ने मोर्चा संभाल लिया है।
सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच रविवार शाम को आई दो कॉल के बाद पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों के होश उड़ गए। कॉल में दावा किया गया कि लाल किला, रेलवे स्टेशन और कश्मीरी गेट बस अड्डे में बम फटने वाले हैं। बम व डॉग स्क्वायड के अलावा पुलिस और तमाम सुरक्षा एंजेंसियां चौकन्नी हो गईं।
लालकिला, कश्मीरी गेट बस अड्डा और रेलवे स्टेशनों की जांच शुरू हो गई। खबर लिखे जाने तक पुलिस को कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला था। हालांकि, सर्च ऑपरेशन देर रात तक जारी था। वहीं, मामले पर दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने शरारती तत्वों पर फर्जी कॉल करने की आशंका जताई है। देर रात तक कॉलर की पहचान कर ली गई थी, लेकिन पुलिस को आरोपी नहीं मिले थे। पुलिस सूत्रों ने बताया कि रविवार रात करीब 8:26 बजे नजफगढ़ निवासी एक व्यक्ति ने कॉल कर सूचना दी कि लाल किला और रेलवे स्टेशन पर बम फटने वाले हैं।
उसके मोबाइल पर यूके के अज्ञात नंबर से कॉल आई है। एक अन्य कॉल में कश्मीरी गेट बस अड्डे पर लावारिस बैग में बम होने की खबर दी गई। कॉलर के पते पर पुलिस पहुंची तो वहां मिले व्यक्ति ने बताया कि नंबर उसके नाम पर ही है, लेकिन वह उसे इस्तेमाल नहीं करता।
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