लगातार कार्यवाही के बाद भी नहीं थम रहा अवैध कच्ची शराब का कारोबार

Jan 2, 2025 - 18:06
Jan 2, 2025 - 18:06
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लगातार कार्यवाही के बाद भी नहीं थम रहा अवैध कच्ची शराब का कारोबार

कछौना, हरदोई( आरएनआई)आखिर पुलिस प्रशासन व आबकारी प्रशासन के अथक प्रयास के बावजूद कच्ची शराब पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। कोतवाली कछौना क्षेत्र में मिलावटी कच्ची शराब का धंधा कुटीर उद्योग के रूप में फल फूल रहा है। पूर्व में पुलिस प्रशासन का कच्ची शराब बनाने का संरक्षण प्राप्त था, एक कच्ची शराब की भट्टी पर पुलिस प्रशासन द्वारा 2000 से 5000 रुपये तक का  सुविधा शुक्ल की वसूली होती थी। जिसके तहत ग्रामीण क्षेत्र में गांव गांव कुटीर उद्योग के रूप में फैल गया था।मिली जानकारी के अनुसार कोतवाली कछौना क्षेत्र के बहदिन, सांता, पल्लेपार, कलौली, दर्शन खेड़ा, पंजाबी झाला, प्रतापपुर, महिपाल खेड़ा, पूरब खेड़ा, दीननगर, समसपुर, जालिमपुर, फॉर्म खेड़ा, कस्बा नटपुरवा, कहिलैया आदि दर्जनों ग्रामों में कच्ची शराब का व्यवसाय अनवरत रूप से चल रहा है। जिसमें पुरुष, महिलाएं व बच्चे इस व्यवसाय में शामिल है। कच्ची शराब बनाने वाले गुड़ के साथ स्प्रिट, यूरिया, ऑक्सीटोसिन व अन्य प्रतिबंधित जानलेवा रसायनों का प्रयोग धड़ल्ले से करते हैं।कमजोर व मजदूर वर्ग के लोग इसका शिकार बनते हैं। घटिया शराब पीने से किडनी लीवर की गंभीर बीमारी के साथ आंख की रोशनी चली जाती है। शराबी असमय मौत के घाट उतर जाते हैं। कच्ची शराब बिक्री स्थान पर पियक्कड़ों का हमेशा जमावड़ा लगा रहता है। जिनके बीच में गाली गलौज के साथ लड़ाई झगड़ा का कारण शराब बनती है। नशे में युवा वर्ग सबसे ज्यादा चपेट में आते हैं। शराबियों के उत्पात का सबसे ज्यादा शिकार घरेलू महिलाएं होती हैं। शराबी जब आर्थिक रूप से कमजोर होता है, तब उसका सीधा असर क्षेत्र में चोरी की घटनाओं में इजाफा होता है। इस ला-इलाज बीमारी का इलाज करने के लिए ईमानदार तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक ने शिकंजा कसा है। कछौना पुलिस ने कच्ची शराब माफियाओं पर लगातार अभियान चलाकर कार्यवाही कर रही है। बीती रात प्रभारी निरीक्षक के नेतृत्व में पुलिस टीम ने विभिन्न स्थानों पर दबिश दी। प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार के लगातार कच्ची शराब माफियाओं पर अभियान से हौसले पस्त हैं। पुलिस व कच्ची शराब माफियाओं का गठजोड़ टूट चुका है। जिससे ग्रामीण राहत की सांस ले रहे हैं। इस अभियान से सबसे ज्यादा महिलाओं को राहत मिली। वह पुलिस अधीक्षक की जमकर सराहना कर रहीं हैं।

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Laxmi Kant Pathak Senior Journalist | State Secretary, U.P. Working Journalists Union (Regd.)