रेलवे स्टेशन से रोड तक जाम रही काशी: शहर में दोगुना भीड़ का दबाव, स्पेशल ट्रेनें भी फुल; नहीं मिली सीट
महाकुंभ का पलट प्रवाह काशी में जारी है। श्रद्धालु विभिन्न माध्यमों से होते हुए बनारस पहुंच रहे हैं। पदयात्राएं भी की जा रही हैं। इसे लेकर शहर में भीड़ का दबाव बढ़ गया है। प्रशासन भी भीड़ संभालने में हांफता नजर आया।

वाराणसी (आरएनआई) महाकुंभ के पलट प्रवाह के बीच कैंट रेलवे स्टेशन पर आम दिनों की अपेक्षा दोगुना से ज्यादा भीड़ का दबाव है। वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात डेढ़ बजे झूंसी-छपरा कुंभ स्पेशल ट्रेन के इंजन में यात्रियों ने कब्जा कर लिया।
अन्य कोच का दरवाजा नहीं खुलने से परेशान महिलाएं और पुरुष इंजन में चढ़ गए। लोको पायलट की सूचना पर आरपीएफ ने यात्रियों को इंजन से उतारा। उधर, रात में पवन एक्सप्रेस में भीड़ के बीच कोच में आरक्षण कराने वाले यात्रियों को ही सीट नहीं मिली। अनधिकृत यात्रियों का सीट पर कब्जा रहा।
लोहता स्टेशन पर कुंभ जाने वाली डीएमयू ट्रेन में कोच का गेट नहीं खुलने से 60 यात्रियों की ट्रेन छूट गई। अन्य ट्रेनों में ठसाठस भीड़ से यात्रियों को कोच में चढ़ने और उतरने में फजीहत हो रही है।
वाराणसी-प्रयागराज हाईवे पर जाम और वाहनों के दबाव के चलते श्रद्धालुओं का समूह कैंट और बनारस स्टेशन से स्पेशल ट्रेनें पकड़ रहा है। महाकुंभ से लौटने वाले भी जाम से बचने के लिए ट्रेनों का सहारा ले रहे हैं। ऐसे में कैंट और बनारस स्टेशन पर यात्रियों का दबाव बढ़ गया। पिछले दो दिन से लगभग दो से ढाई लाख यात्रियों की आवाजाही हो रही है। शनिवार की रात से रविवार की रात तक यात्रियों के समूह से कैंट स्टेशन पटा रहा।
पश्चिम बंगाल से बिहार-झारखंड होकर वाराणसी से महाकुंभ जाने वाली ट्रेनें भरकर आ रही हैं। जनरल कोच में 250-300 यात्रियों की भीड़ है। टाॅयलेट तक में यात्री बैठकर सफर करने को बाध्य है।
कुंभ स्पेशल के अलावा नियमित ट्रेनों में भीड़ से आरक्षण वाले यात्रियों को उनकी सीट नहीं मिल पा रही है। रात में जयनगर से मुंबई जाने वाली पवन एक्सप्रेस में आरक्षण वाले यात्री नहीं सवार हो सके। कोच का गेट अंदर से नहीं खुला। आरपीएफ को गेट खुलवाना पड़ा। इसके बाद कुछ यात्री सवार हुए तो अधिकतर ने यात्रा ही रद्द कर दी।
Follow RNI News Channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6X
What's Your Reaction?






