रेमल चक्रवात के चलते असम के कई हिस्सों में अत्यधिक बारिश
चक्रवात रेमल ने पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में दस्तक दे दी है। इसके प्रभाव के कारण सोमवार को असम में अत्यधिक बारिश हुई। असम के कई जिलों में हाई अलर्ट भी जारी किया गया है।
नई दिल्ली (आरएनआई) चक्रवात रेमल ने पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश में दस्तक दे दी है। इसके प्रभाव के कारण सोमवार को असम में अत्यधिक बारिश हुई। असम के कई जिलों में हाई अलर्ट भी जारी किया गया है।
सोमवार को चक्रवात रेमल के कारण असम के कई जिलों को अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने लोगों से सुरक्षा उपाय तैयार करने और आपातकालीन स्थिति में हेल्पलाइन नंबर से संपर्क करने के लिए कहा है। गुवाहाटी सहित असम के कई हिस्सों में रविवार देर शाम से भारी बारिश हुई। इस कारण राज्य में पारा का स्तर नीचे आ गया।
चक्रवात के कारण अबतक किसी नुकसान की कोई रिपोर्ट अभी तक नहीं मिली है। कुछ इलाकों में अलर्ट भी जारी कर दिया है। वहीं आपात स्थिति से बचाव के लिए राहतकर्मियों को तैयार किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने एक्स पर कहा, "चक्रवात रेमल असम के कुछ हिस्सों का खराब हो सकता है। हालांकि हम कई एहतियाती कदम उठा रहे हैं।" उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की टीम भी स्टैंडबाय पर हैं। नियंत्रण कक्ष चालू हैं, जबकि लोगों से स्थानीय प्रशासन के साथ सहयोग करने के लिए कहा गया है।
चक्रवात रेमल के कारण असम के मौसम में भारी बदलाव आया। अत्यधिक बारिश के कारण पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने सोमवार से दो दिनों के लिए 42 ट्रेनें रद्द कर दी।
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अत्यधिक वर्षा की चेतावनी जारी की। उन्होंने बताया कि भारत मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार और मंगलवार को असम के साथ-साथ अन्य पूर्वोत्तर राज्यों में अत्यधिक बारिश की चेतावनी दी है। चिरांग, गोलपारा, बक्सा, दिमा हसाओ, कछार, हैलाकांडी और करीमगंज जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है। वहीं धुबरी, दक्षिण सलमारा, बोंगाईगांव, बजाली, तामुलपुर, बारपेटा, नलबाड़ी, मोरीगांव, नागांव के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम कार्यालय ने कहा कि सोमवार को दक्षिण असम और मेघालय में 40-50 किमी प्रति घंटे से लेकर 60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। उन्होंने कहा कि एएसडीएमए ने 'रेमल' के कारण भारी बारिश और तेज हवाओं से उत्पन्न होने वाली हर स्थिति से निपटने के लिए अन्य विभागों, एजेंसियों और जिला प्रशासन के साथ तैयारी कर ली है।
अधिकारियों ने कहा कि एनडीआरएफ की टीमों को कछार, बोंगाईगांव और डिब्रूगढ़ में तैनात कर दिया गया है। वहीं अग्निशमन और आपातकालीन सेवाओं के कर्मी भी तैयार हैं। एएसडीएमए ने सोमवार और मंगलवार को ब्रह्मपुत्र नदी की मुख्यधारा में जरूरत पड़ने पर नावों के संचालन को विनियमित करने की भी सिफारिश की है।
गुवाहाटी नगर निगम ने प्रमुख नालों के साथ-साथ भरालु, बाहिनी, बसिष्ठा, मोरा भरालु और लखिमिजन जैसे प्रमुख नदी चैनलों से गंदगी निकालना सुनिश्चित किया है। यह भी कहा कि "गुवाहाटी, कामरूप, दिमा हसाओ, कछार, करीमगंज, हैलाकांडी, कार्बी आंगलोंग और पश्चिम कार्बी आंगलोंग जिलों में भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से आबादी को हटाया जाना चाहिए।
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