राहुल ने अडानी को लेकर सरकार को घेरा, मोदी का कॉंग्रेस सहित संपूर्ण विपक्ष पर प्रहार
डॉ. समरेन्द्र पाठक
नयी दिल्ली, 12 फरवरी 2023 (आरएनआई)। संसद में पिछले सप्ताह राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान कॉंग्रेस के नेता राहुल गांधी ने प्रसिद्ध उद्योगपति अडानी को लेकर मोदी सरकार पर तीखे हमले हमले किए, जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कांग्रेस सहित संपूर्ण विपक्ष पर तीखे प्रहार किए।
इस दौरान जहां विपक्ष अडानी अडानी के नारे लगाते रहे, वहीँ सत्ता पक्ष की ओर से मोदी मोदी के नारे लगे। प्रधानमंत्री द्वारा अपने भाषण में अडानी के सम्बन्ध में एक शब्द भी कुछ नहीं कहा गया।
बजट सत्र में पिछले सप्ताह राष्ट्रपति के अभिभाषण पर संसद में जोरदार बहस हुई। मंगलवार को श्री गांधी के सियासी वार के बाद श्री मोदी ने करारा जवाब दिया। उनका भाषण पूरी तरह से कॉंग्रेस के खिलाफ था। राज्यसभा में भी यह तकरार कायम रहा। दोनों ओर से शोर शराबा एवं नारेवाजी का आलम यह था कि हम किसी से कम नहीं हैं।
कांग्रेस ने बुधवार को सवाल किया कि प्रधानमंत्री कार्यालय ने छह हवाई अड्डों को एक अनुभवहीन अडानी समूह को सौंपने के खिलाफ नीति आयोग की सिफारिशों को अनदेखा क्यों किया? कांग्रेस का यह बयान श्री गांधी द्वारा अडानीऔर श्री मोदी पर आरोपों की बौछार करने के बाद था।
बीआरएस नेता कविता कलवकुंतला ने कहा कि प्रधानमंत्री के भाषण में नया कुछ नहीं दिखा। वही पुरानी बातें और विपक्ष पर व्यंग्य के अलावा कुछ नहीं था। विपक्ष को कोसने से आप अपनी जिम्मेदारियों से मुक्त नहीं हो जाएंगे। देश आपको देख रहा है और लोग इसे अगले चुनावों में दिखाएंगे।
इससे पहले, कांग्रेस ने वित्त वर्ष 2023-24 के बजट को 'दिशाहीन' करार देते हुए कहा कि इस सरकार में सिर्फ एक उद्योगपति के अच्छे दिन आए हैं, गरीबों के लिए बुरे दिन आए हैं। बुधवार को सदन में पार्टी के उप नेता गौरव गोगोई ने वर्ष 2023-24 के केंद्रीय बजट पर सामान्य चर्चा की शुरुआत करते हुए यह भी कहा कि अडानी समूह से जुड़े मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच होनी चाहिए। उन्होंने अपने संबोधन में आरोप लगाया कि सरकार ने बेरोजगारी, महंगाई और किसानों की समस्याओं को लेकर उपाय नहीं सुझाए हैं। सबसे बड़ी चुनौती यह है कि देश की जनसंख्या 140 करोड़ से अधिक हो चुकी है, लेकिन बेरोजगारी दर सात प्रतिशत से अधिक है।
श्री गोगोई ने कहा कि अगर 80 करोड़ लोगों को आज मुफ्त अनाज देना पड़ रहा है, तो इसका अंदाजा लगा सकते हैं कि स्थिति कितनी गंभीर है। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने भाषण तो बहुत अच्छा दे दिया, लेकिन जो भी विपक्ष द्वारा सवाल पूछे गए थे,किसी भी सवाल का जवाब उन्होंने नहीं दिया।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कवि दुष्यंत कुमार की एक कविता का उल्लेख करते हुए कहा कि तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं है, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं। इसपर सत्ता पक्ष ने मेजें थपथपाकर ख़ुशी का इजहार किया।
प्रधानमंत्री के भाषण के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर से मीडिया के सामने आए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसी मुद्दे पर जवाब नहीं दिया। अडानी मामले पर प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ नहीं बोला। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के संबंध में कुछ नहीं बोला। लग रहा है प्रधानमंत्री सभी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।
सदन में अपने भाषण में श्री मोदी ने कहा कि जो कभी यहां बैठते थे, वह वहां जाने के बाद भी फेल हुए और देश पास होता गया। मैं भी यात्रा लेकर कश्मीर तक गया था। लाल चौक पर तिरंगा लहराने का संकल्प लिया था। तब आतंकियों ने पोस्टर लगाए थे कि देखते हैं कि किसमें हिम्मत है और किसने अपनी मां का दूध पिया है, जो यहां आकर तिरंगा लहराता है। तब मैंने कहा था- आतंकी कान खोलकर सुन लें। 26 जनवरी को ठीक 11 बजे मैं लाल चौक पहुंचूंगा, बिना सुरक्षा, बिना बुलेट प्रूफ जैकेट आऊंगा और फैसला लाल चौक पर होगा कि किसने अपनी मां का दूध पिया है?
उन्होंने कहा कि जब श्रीनगर के लाल चौक में तिरंगा फहराया, तब मीडिया के लोग सवाल करने लगे कि पहले यहां ऐसे नहीं होता था। आज वहां ऐसी शांति है कि वहां चैन से जा सकते हैं। अखबारों में खबर आई थी, जिस पर ध्यान नहीं गया होगा। लोग टीवी में चमकने की कोशिश में लगे थे। उसी समय श्रीनगर के अंदर दशकों बाद थिएटर हाउसफुल हो गए और अलगाववादी दूर-दूर तक नहीं दिख रहे थे।
श्री मोदी ने कहा कि उन्होंने जीवन को देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए खपा दिया है। देशवासियों का जो मोदी पर भरोसा है, वह इनकी समझ के दायरे से बाहर ही नहीं, समझ के दायरे से काफी ऊपर है। क्या ये झूठे आरोप लगाने वालों पर मुफ्त राशन प्राप्त करने वाले देश के 80 करोड़ लोग भरोसा करेंगे? एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड के जरिए जब गरीब को राशन मिल जाता है तो वह आपकी झूठी बातों और गलिच्छ आरोपों पर कैसे भरोसा करेगा?
प्रधानमंत्री ने कहा कि जब 11 करोड़ किसानों के खाते में साल में तीन बार सम्मान निधि का पैसा जमा होता हो, वह आप पर भरोसा कैसे करेगा। मुसीबत के समय मोदी उनके काम आया है, आपके आरोपों पर वह कैसे भरोसा करेगा। आपके इन आरोपों को कोटी-कोटी भारतीयों से होकर गुजरना पड़ेगा। कुछ लोग अपने लिए और अपने परिवार के लिए जी रहे हैं। मोदी तो करोड़ों देशवासियों के परिवार का सदस्य है। 140 करोड़ देशवासियों का आशीर्वाद मेरा सबसे बड़ा कवच है। झूठ और गालियों के शस्त्रों से तुम इस कवच को भेद नहीं सकते।
उन्होंने अपने भाषण में यह भी कहा कि अरे पहले यह तो तय करो भाई कि भारत कमजोर हुआ है या मजबूत हुआ है? उन्होंने कहा कि ये लोग बिना सिर-पैर की बातें करने के आदी हैं। इस कारण उन्हें ये याद नहीं रहता कि वे खुद कितने विरोधाभासी हो जाते हैं। वे आत्मचिंतन कर खुद के विरोधाभास को भी तो ठीक करें। वे 2014 के बाद से लगातार कर रहे हैं कि भारत कितना कमजोर हो रहा है। अब कह रहे हैं कि भारत इतना मजबूत हो गया है कि दूसरे देशों को धमकाकर फैसला करवा रहा है।
लोक सभा में श्री मोदी ने कहा कि मैंने कई बार सुना है। यहां कुछ लोगों को हार्वर्ड का बड़ा क्रेज है। कोरोनाकाल में ऐसा ही कहा गया था और कांग्रेस ने कहा था कि भारत की बर्बादी पर हार्वर्ड में केस स्टडी होगी। और फिर कल सदन में हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में स्टडी की बात हुई, लेकिन बीते वर्षों में वहां एक बहुत बढ़िया और महत्वपूर्ण स्टडी हुई। उसका विषय था- द राइज एंड डिक्लाइन ऑफ इंडियाज कांग्रेस पार्टी। मुझे विश्वास है कि भविष्य में कांग्रेस की बर्बादी पर हारवर्ड नहीं, बड़े-बड़े विश्वविद्यालयों में अध्ययन होना ही होना है।
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