राहुल के बयान पर तेज हुई सियासत, समर्थन में आए उद्धव; महाराष्ट्र में भाजपा की जीत पर उठाए सवाल
महाराष्ट्र का चुनाव बीते हुए तीन महीने से ज्यादा का समय हो गया है, लेकिन इसकी गर्माहट अभी भी सत्ता पक्ष और विपक्ष में बरकरार है। हाल ही में राहुल गांधी के द्वारा महाराष्ट्र चुनाव में महायुति के जीत पर आरोप लगाने के बाद सियासत ने एक अलग हवा पकड़ ली है, तो आईए जानते है कि मामले में अभी तक किसने क्या कहा है।
मुंबई (आरएनआई) कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के द्वारा महाराष्ट्र चुनाव में महायुति की जीत पर सवाल उठाया, जिससे देश की सियासत में गर्माहट तेज हो गई है। जहां शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में अनियमितताओं के आरोपों का समर्थन किया। ठाकरे ने कहा कि भाजपा को अपनी जीत पर भी विश्वास नहीं था। उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ पार्टी की जीत विश्वसनीय नहीं लगी।
शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने एकनाथ शिंदे और भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि यदि वे सचमुच 'मर्द की औलाद' हैं, तो उन्हें ईडी, सीबीआई, आयकर और पुलिस की मदद के बिना उनके साथ लड़ना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर वे शिवसेना को तोड़ने की कोशिश करेंगे, तो उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे। बता दें कि उद्धव ठाकरे ने यह बयान अपनी पार्टी के कुछ सदस्यों के एकनाथ शिंदे की शिवसेना में शामिल होने की खबरों के बीच दिया है।
राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र की मतदाता सूची में विसंगतियों के आरोपों पर एनसीपी-एससीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि पिछले पांच महीनों में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या पिछले पांच वर्षों में पंजीकृत मतदाताओं से अधिक थी।
उन्होंने कहा कि हम पिछले साठ वर्षों में मतदाता सूची तैयार नहीं कर पाए हैं। आव्हाड ने भारत के चुनाव आयोग की आलोचना करते हुए कहा कि उसकी सबसे बड़ी विफलता मतदाता सूची है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा बिना पैसे बांटे कोई चुनाव नहीं जीत सकती।
साथ ही राहुल के आरोपों पर अब महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी से कहिए कि वे खुद इस मामले की जांच करें और अपनी टीम नियुक्त करें। कल दिल्ली चुनाव के नतीजे आएंगे और हारने के बाद लोग दोषारोपण करना शुरू कर देंगे।
उन्होंने कहा कि ऐसे आरोपों का कोई मतलब नहीं है। नतीजे जनता तय करती है। लोकतंत्र में लोग अपने वोट से अपने नेता को चुनते हैं, लेकिन कुछ लोग गलतफहमी फैलाने की कोशिश करते हैं और अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को प्रेरित करने के लिए ऐसे बयान देते हैं।
राहुल गांधी द्वारा महाराष्ट्र की मतदाता सूची में गड़बड़ी के आरोपों पर शिवसेना नेता शाइना एनसी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी हर दिन प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं और बयान देते हैं... उन्हें यह समझना चाहिए कि जनता का जनादेश ही जीत और हार तय करता है।
एनसी ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में जो परिणाम आए, वह एक उदाहरण हैं और दिल्ली विधानसभा चुनाव में भी उन्हें यही नतीजे देखने को मिलेंगे। राहुल गांधी को यह सोचना चाहिए कि वह चुनाव आयोग पर बेबुनियाद आरोप क्यों लगा रहे हैं।"
बता दें कि दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने महायुति के बहुमत को एक तमाशा करार दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष को अपनी हार पर विश्वास नहीं हो रहा था, ठीक उसी तरह भाजपा को भी अपनी जीत पर विश्वास नहीं था।
साथ ही राहुल गांधी ने राज्य में चुनावी अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए कहा था कि राज्य की वयस्क आबादी से अधिक पंजीकृत मतदाता हैं और लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बीच 5 महीने में पहले के 5 वर्षों से ज्यादा मतदाता जुड़े हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि विपक्षी दलों द्वारा चुनाव आयोग से लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए मतदाता सूची का केंद्रीकृत डेटा नहीं प्राप्त होता है, तो वे न्यायपालिका का दरवाजा खटखटाएंगे।
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