राया के अग्निकांड में झुलसे दो सगे भाइयों की मौत
राया में आतिशबाजी बाजार अग्निकांड में मुरसान क्षेत्र के गांव बमनई निवासी तीन सगे भाई और एक चचेरा भाई झुलस गए थे। उनमें से दो सगे भाईयों की उपचार के दौरान मौत हो गयी।
मथुरा, हाथरस राया में आतिशबाजी बाजार में हुए अग्निकांड के दौरान मुरसान क्षेत्र के गांव बमनई निवासी तीन सगे भाई और एक चचेरा भाई झुलस गए थे। उपचार के दौरान दो सगे भाई 35 वर्षीय ठाकुरदास व 22 वर्षीय सुशील कुमार की 13 नवंबर की रात को मौत हो गई है। मौत की खबर से परिवार में मातम छा गया।
हाथरस में मुरसान क्षेत्र के गांव बमनई निवासी तीन सगे भाई ठाकुरदास, सुशील व अनिल पुत्र सुल्तान सिंह के साथ उनका चचेरा भाई लखन पुत्र सरनाम सिंह ने अपने बहनोई निवासी नोहझील मथुरा के साथ मथुरा जिले के राया में आतिशबाजी की दुकान लगाई थी। 11 नवंबर की दोपहर को बिजली के शॉर्ट सर्किट से दुकान में आग लग गई। इस दुर्घटना में ठाकुरदास, सुशील, अनिल, लखन सहित इनके रिश्तेदार घायल हो गए थे। पुलिस प्रशासन व लोगों की सहायता से उपचार के लिए राया ले जाया गया लेकिन हालत गंभीर होने के कारण इन्हें रेफर कर दिया गया था।
मुरसान के गांव बमनई निवासी घायलों के परिजनों के द्वारा चारों युवकों को आगरा के निजी अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था। हालत गंभीर होने के कारण ठाकुरदास को दिल्ली के लिए रेफर कर दिया गया, जिसकी सोमवार की रात करीब 11 बजे उपचार के दौरान दिल्ली में मौत हो गई। वहीं सुशील कुमार ने भी आगरा में सोमवार की रात को दम तोड़ दिया है। अनिल कुमार व चचेरे भाई लखन की हालत नाजुक बनी हुई है। एक ही परिवार में दो युवकों की मौत से कोहराम मचा हुआ है। गांव में अचानक हुई दो मौत से मातमी सन्नाटा छाया हुआ है। बता दें कि ठाकुरदास की शादी करीब 10 साल पहले चंदपा क्षेत्र के गांव बिसाना से हुई थी, जिस पर दो बेटी व एक बेटा है।
मुरसान के गांव बमनई के रहने वाले सुल्तान सिंह के तीन बेटों ने अपने चचेरे भाई के साथ मिलकर राया में आतिशबाजी की दुकान लगाई थी। ठाकुरदास के बहनोई काफी समय से आतिशबाजी का काम करते हैं। उनके साथ काम करने के लिए ठाकुरदास, सुशील, अनिल व लखन राया में पहली बार आतिशबाजी की दुकान लगाई थी। जिसमें शनिवार की दोपहर को अचानक बिजली का शॉर्ट सर्किट होने से रिश्तेदार सहित ठाकुरदास, सुशील, अनिल, लखन घायल हो गए। जिसमें ठाकुरदास व सुशील की सोमवार की रात उपचार के दौरान मौत हो गई है।
गांव बमनई के रहने वाले सुल्तान सिंह की पत्नी राजवती देवी का एक साल पहले गंभीर बीमारी के कारण निधन हो चुका है। सुल्तान सिंह अपने छह पुत्र टुंडा, ठाकुरदास, महेश, सुशील, अनिल, पुनीर के साथ मेहनत मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करते थे। लेकिन उनके दो पुत्र ठाकुरदास व सुशील की एक साथ मौत होने के कारण वह सदमे में है। गांव के पूर्व प्रधान कन्हैयालाल सहित अन्य लोग उनके साथ हैं।
गांव बमनई में मृतक ठाकुरदास के ताऊ के बेटे जय किशोर की बेटी की शादी है। जिसकी 20 नवंबर को बारात आनी है। जिसकी तैयारियां परिवार में जोर-जोर से चल रही थी। रिश्तेदारों के पास निमंत्रण भी काफी संख्या में पहुंच चुके हैं। परिवार में अचानक दो युवकों की मौत के बाद शादी का माहौल गम में बदल चुका है। शादी में होने वाले खर्च को लेकर सुल्तान सिंह के तीनों बेटे पैसे कमाने के लिए आतिशबाजी की दुकान लगाई थी। परिवार के लोगों के लिए अच्छे कपड़े लाने के लिए पैसे कमाने को घर से गए थे।
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