शाहाबाद: "हमारा आँगन हमारे बच्चे" कार्यक्रम का भव्य आयोजन संपन्न, निपुण बच्चे, उत्कृष्ट शिक्षकों एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को किया गया सम्मानित
शाहाबाद हरदोई। ब्लॉक संसाधन केंद्र, भरखनी में "हमारा आँगन हमारे बच्चे" कार्यक्रम का भव्य आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में विकासखंड के को-लोकेटेड आंगनवाड़ी केंद्रों के प्रधानाध्यापकों, शिक्षकों, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों सहित बड़ी संख्या में बच्चों एवं उनके अभिभावकों ने सहभागिता की। कार्यक्रम का उद्देश्य पूर्व-प्राथमिक शिक्षा को सुदृढ़ बनाना एवं माता-पिता की भागीदारी को बढ़ावा देना था।कार्यक्रम की अध्यक्षता खंड शिक्षा अधिकारी डाक्टर सुनील कुमार सिंह ने की। उन्होंने अपने संबोधन में निपुण भारत मिशन एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत पूर्व-प्राथमिक एवं बुनियादी शिक्षा, माता उन्मुखीकरण, लर्निंग कॉर्नर, आदर्श बाल वाटिका, कक्षा कक्ष एवं बाला बाल अनुकूल शिक्षण वातावरणकी महत्ता पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि छोटे बच्चों के समग्र विकास के लिए अनुकूल वातावरण, रोचक शिक्षण सामग्री एवं प्रेरक शिक्षकों की आवश्यकता होती है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि धीरेन्द्र प्रताप सिंह सेनानी, प्रदेश अध्यक्ष, ब्लॉक प्रमुख संघ, उत्तर प्रदेश रहे। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि प्री-प्राइमरी शिक्षा बच्चों के मानसिक एवं सामाजिक विकास की नींव रखती है। उन्होंने माता-पिता को बच्चों की शिक्षा में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए प्रेरित किया एवं आंगनवाड़ी केंद्रों को और अधिक संसाधनयुक्त बनाने पर बल दिया। इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी अशोक कुमार द्विवेदी ने उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों में दी जा रही सुविधाओं एवं सुधार योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सरकार बाल शिक्षा को सशक्त करने के लिए निरंतर प्रयासरत है एवं आंगनवाड़ी केंद्रों में संसाधनों का विस्तार किया जा रहा है।निपुण बच्चे, उत्कृष्ट शिक्षक एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां सम्मानित कार्यक्रम में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बच्चों, शिक्षकों एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को सम्मानित किया गया। निपुण भारत मिशन के तहत जिन बच्चों ने पढ़ने, लिखने एवं गणना में असाधारण दक्षता प्राप्त की थी, उन्हें विशेष रूप से सम्मानित किया गया। साथ ही, आंगनवाड़ी केंद्रों को प्रभावी रूप से संचालित करने वाली एवं बच्चों के समग्र विकास में योगदान देने वाली आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को प्रशस्ति पत्र एवं स्मृति चिह्न प्रदान किए गए। इसके अलावा, शिक्षकों को भी उनकी शिक्षण पद्धति, नवाचार एवं उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस पहल का उद्देश्य अन्य शिक्षकों एवं आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को प्रेरित करना एवं शिक्षा के स्तर में सुधार लाना था। कार्यक्रम में अभिभावकों और बच्चों ने भी सक्रिय रूप से भाग लिया। बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम, कविताएं एवं शैक्षिक गतिविधियां प्रस्तुत की गईं, जिससे शिक्षा के प्रति उनका उत्साह स्पष्ट रूप से दिखाई दिया। अभिभावकों को पूर्व-प्राथमिक शिक्षा की महत्ता, घर पर बच्चों को पढ़ाने के तरीकों एवं आंगनवाड़ी केंद्रों में उनकी भूमिका के बारे में जागरूक किया गया। "हमारा आँगन हमारे बच्चे" कार्यक्रम शिक्षा, जागरूकता एवं सामुदायिक सहभागिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ। इस आयोजन ने पूर्व-प्राथमिक शिक्षा के महत्व को रेखांकित किया एवं सभी हितधारकों – बच्चों, शिक्षकों, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों एवं अभिभावकों – को एक साझा मंच प्रदान किया। कार्यक्रम के अंत में आंगनवाड़ी कार्यकर्त्रियों, शिक्षकों एवं अभिभावकों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया और सभी से आह्वान किया गया कि वे मिलकर बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए निरंतर प्रयास करें।
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