राजौरी में जारी है रहस्यमयी बीमारी का तांडव, 24 घंटे में 5 और बीमार; संपर्क में आए 60 लोग क्वारंटाइन
राजौरी के बडाल गांव में रहस्यमयी बीमारी का कहर थम नहीं रहा है। बुधवार को गांव में तीन सगी बहनों समेत चार युवतियां बीमार हो गईं। इनमें से तीनों बहनों को वायुसेना के हेलीकॉप्टर से जम्मू रेफर किया गया है। पिछले 24 घंटे में गांव के पांच लोग बीमार हो चुके हैं। अब तक गांव में 17 लोगों की मौत हो चुकी है।
राजौरी (आरएनआई) जिला राजौरी के बडाल गांव को कनटेंमेंट जोन (नियंत्रित क्षेत्र) घोषित करने और कई एहतियातन कदम उठाने के बाद भी बीमार होने वाले मरीजों का सिलसिला थम नहीं रहा।
बुधवार को भी गांव में तीन सगी बहनों समेत चार युवतियां बीमार हो गईं। इनमें तीनों बहनों को वायुसेना के हेलीकाप्टर से जम्मू रेफर कर दिया गया। इनमें एक की हालत गंभीर बनी हुई है। इन्हें आगे के उपचार के लिए पीजीआई चंडीगढ़ भेजने की भी तैयारी की जा रही है।
पिछले 24 घंटे में गांव के पांच लोग बीमार हो चुके हैं। इससे पहले मंगलवार रात को गांव के एक युवक की गंभीर हालत होने पर पीजीआई चंडीगढ़ रेफर किया गया था। वहीं, इन बीमार लोगों के संपर्क में आए ग्रामीणों को प्रशासन की ओर से राजौरी के नर्सिंग कॉलेज में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है।
देर रात तक गांव के ऐसे 60 लोगों को क्वारंटाइन सेंटर में लाया जा चुका था और बाहर कंटीली तार लगाकर पुलिस की तैनाती की जा चुकी है। इस बीच, गृह मंत्रालय की ओर से भेजी गई अंतर मंत्रालयीय टीम तीन दिन गांव का दौरा कर व विभिन्न सैंपल लेकर देर शाम दिल्ली के लिए रवाना हो गई।
अब यह टीम सैंपल की जांच करेगी और रिपोर्ट गृह मंत्रालय को सौंपेगी। इसके बाद ही यह साफ हो पाएगा कि बडाल गांव में हो रही मौतों के पीछे क्या कारण है। वहीं, जम्मू जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) आनंद जैन के साथ जम्मू के मंडलायुक्त रमेश कुमार ने भी बडाल गांव का दौरा कर राजौरी में अधिकारियों के साथ हालात को लेकर बैठक भी की।
राजौरी के बडाल गांव में पिछले डेढ़ माह में 13 बच्चों समेत 17 लोगों की मौत हो चुकी है और कई अभी भी बीमार हैं और अस्पतालों में भर्ती हैं। इन सभी लोगों को तेज बुखार, सांस लेने में दिक्कत व बेहोशी की शिकायत हुई थी। वहीं, बुधवार दोपहर को मोहम्मद फजल की साली की तीन बेटियां बीमार हो गई।
मोहम्मद फजल की गांव में सात दिसंबर को बीमारी से पहली मौत हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि बीमार हुई तीनों सगी बहनों नाजिया कौसर (16), खालिदा बेगम (18) पुत्री बाग हुसैन, तजीम अख्तर (22) पत्नी मुश्ताक अहमद की पहले गांव में तैनात डॉक्टरों ने जांच की। इसके बाद उन्हें राजौरी अस्पताल ले जाया गया। जहां उन्हें प्राथमिक उपचार दिया गया।
विधायक जावेद इकबाल चौधरी, जीएमसी राजौरी के प्रिंसिपल डॉ. एएस भाटिया, जीएमसी एसोसिएटेड अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शमीम अहमद ने तीनों को पीजीआई चंडीगढ़ में स्थानांतरित करने का फैसला किया। इसके बाद वायुसेना के हेलीकॉप्टर से तीनों को जम्मू रेफर कर दिया गया।
दो बहनों को एसएमजीएस अस्पताल व एक को जीएमसी में भर्ती करवाया गया है। एसएमजीएस में भर्ती एक बहन को वेंटीलेटर पर रखा गया है। बडाल की एक अन्य युवती (18) शबनम कौसर पुत्री जमील हुसैन भी बेचौनी की शिकायत होने पर बीमार हो गई और उसे जीएमसी राजौरी में भर्ती कराया गया है।
हालात को देखते हुए राजौरी के जिला उपायुक्त कार्यालय ने अधिकारियों को क्वारंटाइन सेंटर में सौ सिंगल बेड, गद्दे, चौबीस घंटे डॉक्टरों की टीम की तैनाती, रसोई में सीसीटीवी, एंबुलेंस आदि तैनात करने के निर्देश दिए।
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