राजस्थान-मध्य प्रदेश सहित 17 राज्यों में अलर्ट; उत्तराखंड में हाईवे बहा
नई दिल्ली (आरएनआई) देश में मानसूनी बारिश का कहर शनिवार को भी जारी रहा। उत्तराखंड से लेकर गुजरात और महाराष्ट्र तक लगातार हो रही भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त है। दोनों राज्यों में कई बस्तियां जलमग्न हैं। वहीं, उत्तराखंड में सोन गंगा नदी के उफान से रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड राष्ट्रीय राजमार्ग का 100 मीटर हिस्सा बह गया। इस दौरान हाईवे के दोनों तरफ वाहनों के साथ ही यात्रियों की लंबी कतार लगी रही। उधर, गढ़वाल क्षेत्र में भूस्खलन के मलबे से घर ढह गया, जिसमें दबने से मां-बेटी की मौत हो गई। वहीं, घनसाली में धर्मगंगा के उफान में मां-बेटी बह गए। भारतीय मौसम विभाग ने शनिवार को 17 राज्यों में बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया।
रुद्रप्रयाग में शुक्रवार रात से शनिवार सुबह तक हुई मूसलाधार बारिश से सोन गंगा नदी उफना गई। सोनप्रयाग में एक्रो पुल से पहले रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे का 100 मीटर हिस्सा नदी में बह गया। गनीमत रही कि इस दौरान हाईवे के इस हिस्से पर छोटे वाहनों के साथ कोई पैदल आवाजाही नहीं हो रही थी। बिजली के पोल ध्वस्त हो गए। बिजली की आपूर्ति के लिए वैकल्पिक इंतजाम किए गए। प्रशासन, पुलिस और डीडीआरएफ ने दूसरी ओर रोके गए 2,500 लोगों को सुरक्षित निकाला। मौसम विभाग ने गोवा, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, उत्तराखंड, राजस्थान और कर्नाटक में बहुत भारी बारिश का अनुमान जताया है। वहीं, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, चंडीगढ़, तमिलनाडु, केरल, ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक के तटीय क्षेत्रों में अगले दो दिनों तक मूसलाधार बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग ने मध्य भारत में अगले दो दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना व्यक्त की है।
गुजरात में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। नवसारी में 2,200 और तापी जिले में 500 लोग बाढ़ की चपेट में आ गए। इन 2,700 लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया। उधर, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कोल्हापुर और राज्य के अन्य हिस्सों में बाढ़ की स्थिति पर स्थानीय प्रशासन से चर्चा की और उन्हें मदद करने का निर्देश दिया।
शिंदे ने अधिकारियों को कर्नाटक अलमाटी बांध से छोड़े गए पानी से बिगड़े हालात पर कर्नाटक सरकार से समन्वय करने का भी निर्देश दिया। राज्य में पुणे सहित कई स्थानों पर स्थिति बेहद खराब है।
हिमाचल प्रदेश में सोमवार से मानसून रफ्तार पकड़ेगा। राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में 29 जुलाई से दो अगस्त तक भारी बारिश का यलो अलर्ट जारी हुआ है। शनिवार को राजधानी शिमला में हल्की बारिश हुई। धौलाकुआं, नाहन, हमीरपुर के कुछ इलाकों और धर्मशाला में झमाझम बारिश हुई। रविवार को भी कई जगह बारिश होने के आसार हैं। शनिवार को धौलाकुआं में 69, नाहन में 36, धर्मशाला में 20 और शिमला-कांगड़ा में एक-एक मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई। प्रदेश के सभी क्षेत्रों में अभी मानसून सक्रिय नहीं है। इस कारण कुछ क्षेत्रों में बारिश नहीं हो रही है।
गढ़वाल क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण ऋषिकेश में गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। टिहरी जिले के डीएम मयूर दीक्षित ने कहा कि बुधकेदार इलाके में भूस्खलन के कारण घर पर मलबा गिरने से शनिवार को एक महिला और उसकी बेटी की मौत हो गई। सरिता देवी (42) और उनकी बेटी अंकिता का शव बरामद हो गया है। गांव के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा और उनके लिए उचित व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के सभी डीएम को अलर्ट रहने और राहत व बचाव दलों के साथ समन्वय रखने का निर्देश दिया है।
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