राजनीतिक स्थिरता, सुधारों की वजह से निवेश की आकर्षक मंजिल बना भारत : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि पिछले आठ साल के दौरान राजनीतिक स्थिरता और सतत सुधारों के चलते भारत निवेश की आकर्षक मंजिल बन चुका है। उन्होंने निवेशकों से कहा कि वे भारत में स्वास्थ्य, कृषि, पोषण, कौशल विकास, नवाचार तथा हरित हाइड्रोजन सरीखे क्षेत्रों में उभर रही संभावनाओं को भुनाएं और देश के साथ मिलकर नयी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के निर्माण में शामिल हों।
इंदौर, 11 जनवरी 2023, (आरएनआई)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि पिछले आठ साल के दौरान राजनीतिक स्थिरता और सतत सुधारों के चलते भारत निवेश की आकर्षक मंजिल बन चुका है। उन्होंने निवेशकों से कहा कि वे भारत में स्वास्थ्य, कृषि, पोषण, कौशल विकास, नवाचार तथा हरित हाइड्रोजन सरीखे क्षेत्रों में उभर रही संभावनाओं को भुनाएं और देश के साथ मिलकर नयी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के निर्माण में शामिल हों।
मोदी ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा इंदौर में आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन ‘इन्वेस्ट मध्यप्रदेश’ के उद्घाटन सत्र को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करते हुए कहा कि देश 2014 से ‘‘रिफॉर्म’’ (सुधार), ट्रांसफॉर्म (परिवर्तन) और ‘परफॉर्म’ (प्रदर्शन) के रास्ते पर चल रहा है।
उन्होंने गुजरे वक्त में कोविड-19 के भीषण प्रकोप की ओर परोक्ष इशारा करते हुए कहा,’यहां तक कि सदी में एक बार सामने आने वाले भीषण संकट के दौरान भी हमने सुधारों की राह नहीं छोड़ी। आत्मनिर्भर भारत अभियान ने देश में सुधारों को बड़ी गति दी है। नतीजतन आज भारत निवेश की एक आकर्षक मंजिल बन चुका है।’’
प्रधानमंत्री ने कहा,‘‘स्वास्थ्य, कृषि, पोषण, कौशल विकास, नवाचार के क्षेत्र में नयी संभावनाएं आपका (निवेशकों का) इंतजार कर रही हैं। यह भारत के साथ मिलकर एक नयी वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला के निर्माण का समय है।’’
मोदी ने कहा कि सरकार ने कुछ दिन पहले ही आठ लाख करोड़ रुपये के संभावित निवेश वाले मिशन ‘‘ग्रीन हाइड्रोजन’’ को हरी झंडी दी है ताकि इस हरित ईंधन की वैश्विक मांग को पूरा किया जा सके। उन्होंने निवेशकों से अपील की कि वे सरकार के इस महत्वाकांक्षी अभियान में अपनी भूमिका तलाश करें।
प्रधानमंत्री ने सड़कों, हवाई अड्डों और बंदरगाहों के विस्तार के साथ ही औद्योगिक गलियारों और लॉजिस्टिक्स केंद्रों के विकास की विभिन्न योजनाओं का हवाला देते हुए कहा कि देश का आधुनिक और बहुस्तरीय बुनियादी ढांचा निवेश की नयी संभावनाओं को जन्म दे रहा है।
मोदी ने बताया कि घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए उत्पादन आधारित प्रोत्साहन योजना (पीएलआई) के तहत 2.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की सरकारी मदद की घोषणा की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि यह योजना दुनियाभर के विनिर्माताओं के बीच चर्चा में है और इसके तहत देशभर में अबतक अलग-अलग क्षेत्रों में लगभग चार लाख करोड़ रुपये मूल्य का उत्पादन हो चुका है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस योजना के चलते मध्यप्रदेश में भी सैकड़ों करोड़ रुपये का निवेश आया है और सूबे को दवा तथा वस्त्र उत्पादन का बड़ा केंद्र बनाने में इस योजना का बड़ा महत्व है। उन्होंने निवेशकों से कहा कि वे पीएलआई योजना का ज्यादा से ज्यादा लाभ लेने के लिए आगे आएं।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार कारोबार और जीवन-यापन को और आसान बनाने वाले फैसले ले रही है जिससे वृद्धि को अभूतपूर्व गति मिल रही है। उन्होंने माल एवं सेवा कर (जीएसटी), बैंक पुनर्पूंजीकरण, श्रम कानूनों और दिवाला संहिता (आईबीसी) का जिक्र करते हुए कहा कि बीते आठ साल के दौरान सरकार ने सुधारों के पैमाने और रफ्तार को बढ़ाया है तथा निवेश के रास्ते से कई रोड़े हटाए हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि नया भारत निजी क्षेत्र की ताकत पर भी पूरा भरोसा करते हुए आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा,’‘हमने रक्षा, खनन और अंतरिक्ष जैसे कई रणनीतिक क्षेत्रों को भी निजी क्षेत्र के लिए खोल दिया है।’’
मोदी ने बताया कि केंद्र और राज्य सरकारों के अभूतपूर्व तालमेल से बीते कुछ समय में करीब 40,000 अनुपालन हटाए जा चुके हैं। ‘‘राष्ट्रीय एकल खिड़की व्यवस्था के तहत 50,000 मंजूरियां दी जा चुकी हैं।’’
‘मध्यप्रदेश : भविष्य के लिए तैयार राज्य’ विषय पर आयोजित वैश्विक निवेशक सम्मेलन में गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली और सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिकाप्रसाद संतोखी के साथ ही देश के कई दिग्गज उद्योगपति शामिल हुए।
केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने भी कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंस से संबोधित किया।
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