योग्य उम्मीदवारों की सूची जारी न होने से भड़के शिक्षक, WBSSC मुख्यालय घेरा
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद, नौकरी गंवाने वाले पश्चिम बंगाल के हजारों शिक्षक और स्कूल कर्मचारी अब पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) मुख्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। आंदोलनकारियों की मांग है कि एसएससी 2016 की भर्ती परीक्षा में पास हुए योग्य उम्मीदवारों की सूची जारी करे। भर्ती निकाय ने कहा है कि वह सिर्फ पहले तीन राउंड की काउंसलिंग में शामिल योग्य उम्मीदवारों की सूची देगा, बाकी राउंड की नहीं। इस पर शिक्षकों का गुस्सा फूट गया।

कोलकाता (आरएनआई) पश्चिम बंगाल के हजारों आंदोलनकारी शिक्षक सोमवार रात को पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग (डब्ल्यूबीएसएससी) मुख्यालय आचार्य सदन के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। आंदोलनकारियों की मांग है कि एसएससी 2016 की भर्ती परीक्षा में पास हुए योग्य उम्मीदवारों की सूची जारी करे, लेकिन भर्ती निकाय ने शाम छह बजे तक एसएससी क्वालीफायर की सूची जारी नहीं की।
एसएससी ने कहा कि अमान्य घोषित शिक्षकों के लिए आयोजित 12 राउंड की काउंसलिंग में से केवल पहले तीन राउंड ही वैध हैं। इसका अर्थ यह है कि चौथे राउंड से भर्ती किए गए शिक्षकों के नाम योग्य उम्मीदवारों की सूची में नहीं होंगे, जिसके चलते शिक्षकों का गुस्सा फूट गया। प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने एसएससी कार्यालय की घेराबंदी करने के लिए बैरिकेड्स तोड़ने का प्रयास किया। जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की तो प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ भी झड़प हुई।
शिक्षकों ने एसएससी के अध्यक्ष सिद्धार्थ मजूमदार और अन्य कर्मचारियों को भवन से बाहर जाने से रोकने के लिए घेराव किया। इसके अलावा, उन्होंने बोर्ड के अध्यक्ष रामानुज गांगुली को भी कार्यालय से बाहर जाने से रोकने के लिए बगल के डेरोजियो भवन, पश्चिम बंगाल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के कार्यालय के सामने भी घेराव किया। करीब 2,000 आक्रोशित शिक्षकों ने एसएसी कार्यालय के सामने सड़क पर भी जाम लगा दिया। साथ ही घोषणा की कि जब तक आयोग वादे के मुताबिक सूची जारी नहीं कर देता, तब तक वे यहीं रहेंगे।
आंदोलनकारी शिक्षकों के 13 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने एसएससी अध्यक्ष सिद्धार्थ मजूमदार के साथ बैठक की, जो शाम साढ़े चार बजे से शुरू होकर कई घंटों तक चली। बैठक से बाहर निकलते हुए 13 शिक्षकों में से एक ने कहा कि एसएससी दागी और बेदाग उम्मीदवारों की पूरी सूची जारी करने के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं दे सका। आंदोलनकारी शिक्षकों ने एसएससी के अध्यक्ष और राज्य के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु के इस्तीफे की भी मांग की। वहीं, एसएससी अध्यक्ष मजूमदार ने कहा कि इस मुद्दे पर कोई भी बयान देने से पहले उन्हें वकीलों के बात करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि शिक्षकों का धैर्य जवाब दे चुका है।
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