ये कैसा हैरिटेज स्टेशन ?
2 साल में निर्माण कार्य की खुली पोल, निर्माण कार्य में भयंकर भ्रष्टाचार, करोड़ों रुपए गए पानी में, जनप्रतिनिधियों का भी नहीं ध्यान, रेल्वे अधिकारियों को भी नहीं सुध
अशोकनगर। जिला मुख्यालय अशोकनगर रेल्वे स्टेशन को हैरिटेज लुक देने के लिए करोड़ों रुपए लगाकर निर्माण कार्य किया गया था। लेकिन थोड़े समय में ही निर्माण कार्य में हुए भयंकर भ्रष्टाचार की पोल खुल गई है। जनता के द्वारा दिए जाने वाले टैक्स का करोड़ों रूपया पानी में बहता और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ता नजर आ रहा है।
हैरिटेज लुक देने के लिए अशोकनगर रेल्वे स्टेशन पर लगाए गए टाइल्स जगह जगह उखड़े पड़े हैं। साथ ही जगह जगह लगाया मार्वल और काला पत्थर भी उखड़ चुका है, वहीं यात्रियों को बैठने के लिए लगाई गईं कुर्सियां भी जगह जगह से टूट गई हैं।
स्टेशन के बाहर हैरिटेज लुक देने के नाम पर नक्कासी वाले पत्थरों से रेल्वे स्टेशन को सजाया गया था साथ ही इन्हीं पत्थरों से रेलिंग भी बनाई गई थी जो कि जगह जगह से उखड़ गए हैं।
इसके अलावा स्टेशन के बाहरी परिसर को आकर्षक बनाने के लिए पौधे लगाए गए थे जो कि पूरी तरह से सूख गए हैं और उनका नाम ओ निशान भी नहीं बचा है।
खास बात यह है कि करोड़ों रुपयों के इस निर्माण कार्य को पूरा हुए तकरीबन 3 वर्षों का समय भी पूरा नहीं हुआ है, और निर्माण कार्य में हुए भ्रष्टाचार की पोल साफ खुल गई है। आपको बता दें कि जब यह निर्माण कार्य चल रहा था उस दौरान भी शहरवासियों ने कई मर्तवा निर्माणकार्य की गुणवत्ता को लेकर शिकायतें दर्ज कराई थीं। तब उस समय रेलवे के अधिकारियों और ठेकेदार का कहना था कि निर्माण पूरा होते होते सभी कार्य दुरुस्त कर दिए जाएंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ, और रेल्वे स्टेशन को हैरिटेज लुक देने के नाम पर हुए निर्माण कार्य के भ्रष्टाचार की परतें अपने आप खुल गई हैं।
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