यूएस मीडिया की रिपोर्ट पर राणा सनाउल्लाह ने उठाए सवाल
राणा सनाउल्लाह ने कहा, संभावित रूप से यह एक बहुत ही भयावह, विश्वासघाती और देशद्रोही कृत्य है। उन्होंने कहा, हालांकि इस कहानी में कुछ भी नया नहीं है, लेकिन जानकारी या स्रोत दस्तावेज की प्रामाणिकता स्थापित करने के लिए जांच की जानी चाहिए।
पाकिस्तान के निवर्तमान गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने गुरुवार को एक अमेरिकी पब्लिकेशन की समाचार रिपोर्ट में इस्तेमाल किए गए स्रोत दस्तावेज की प्रामाणिकता निर्धारित करने के लिए जांच का आह्वान किया। रिपोर्ट में पिछले साल इमरान खान की सरकार को गिराने की अमेरिकी साजिश के सबूत होने का दावा किया गया था।
लगातार कई ट्वीट्स कर सनाउल्लाह ने कहा, संभावित रूप से यह एक बहुत ही भयावह, विश्वासघाती और देशद्रोही कृत्य है। उन्होंने कहा, हालांकि इस कहानी में कुछ भी नया नहीं है, लेकिन जानकारी या स्रोत दस्तावेज की प्रामाणिकता स्थापित करने के लिए जांच की जानी चाहिए। सनाउल्लाह एक ऑनलाइन यूएस-आधारित समाचार संगठन 'द इंटरसेप्ट' में प्रकाशित एक रिपोर्ट का जिक्र कर रहे थे, जिसमें दावा किया गया था कि उन्होंने उस "गुप्त" दस्तावेज प्राप्त कर लिया है, जो पूर्व प्रधानमंत्री खान के अनुसार पिछले साल अप्रैल में उनकी सरकार के पतन का कारण बना था।
70 वर्षीय इमरान खान वर्तमान में भ्रष्टाचार के एक मामले में अदालत द्वारा सजा सुनाए जाने के बाद तीन साल की जेल काट रहे हैं। कथित सिफर (गुप्त राजनयिक दस्तावेज) में अमेरिकी विदेश विभाग के अधिकारियों के बीच एक बैठक का विवरण था, जिसमें दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के ब्यूरो के सहायक सचिव डोनाल्ड लू और पाकिस्तानी दूत असद मजीद खान शामिल थे।
द इंटरसेप्ट ने बुधवार को "गोपनीय पाकिस्तानी सरकार के दस्तावेज" का हवाला देते हुए रिपोर्ट दी, अमेरिकी विदेश विभाग ने सात मार्च, 2022 की बैठक में यूक्रेन पर रूसी आक्रमण को लेकर अपनी तटस्थता के लिए इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से हटाने के लिए पाकिस्तानी सरकार को प्रोत्साहित किया था। साथ ही, प्रकाशन ने यह भी दावा किया कि उसने दस्तावेज को प्रमाणित करने के लिए व्यापक प्रयास किए, लेकिन पाकिस्तान में सुरक्षा माहौल को देखते हुए पाकिस्तानी सरकार के स्रोतों से स्वतंत्र पुष्टि संभव नहीं थी।
खान पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अध्यक्ष भी हैं। उन्हें अप्रैल 2022 में अविश्वास प्रस्ताव हारने के बाद नेशनल असेंबली से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने आरोप लगाया था कि मॉस्को का दौरा करने और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के बाद वाशिंगटन इसमें शामिल हो गया।
खान ने आरोप लगाया था कि अमेरिका ने उन्हें पद से हटाने की योजना बनाई और अपने दावों का समर्थन करने के लिए एक सार्वजनिक रैली में गुप्त राजनयिक दस्तावेज को लहराया। अमेरिका ने बार-बार ऐसे आरोपों का खंडन किया है और उन्हें पूरी तरह से झूठा बताया। खान ने पिछले साल फरवरी में मास्को की यात्रा की थी और यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के दिन राष्ट्रपति पुतिन से मुलाकात की थी।
सनाउल्लाह ने कहा कि खान के पास गुप्त राजनयिक दस्तावेज की एक प्रति थी, जिसे उन्होंने वापस नहीं किया है और उन्होंने स्वीकार किया है (रिकॉर्ड पर) कि उन्होंने इसे किसी गलत जगह पर रख दिया या खो दिया है। उन्होंने कहा, दोषी साबित होने पर खान के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत मुकदमा चलाया जाना चाहिए।
इस बीच, अमेरिकी विदेश विभाग ने कहा कि वह दस्तावेज की प्रामाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकता। बुधवार को वाशिंगटन में एक प्रेस ब्रीफिंग के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा, मैं इस बारे में नहीं कह सकता कि यह वास्तविक पाकिस्तानी दस्तावेज है या नहीं; इसके बारे में मुझे नहीं पता है।
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