युद्ध विराम के बीच इस्राइल ने गाजा से छह बंधकों के शव किए बरामद
युद्ध विराम के अमेरिकी प्रयासों के बीच इस्राइली सैनिकों ने हमास के विशाल सुरंग नेटवर्क में एक अभियान चलाकर गाजा से छह बंधकों के शव बरामद किए हैं। ये उन लोगों में शामिल थे, जिन्हें हमास ने पिछले साल सात अक्तूबर को इस्राइल पर हमले के दौरान बंधक बना लिया था।
इस्राइल (आरएनआई) युद्ध विराम के अमेरिकी प्रयासों के बीच इस्राइली सैनिकों ने हमास के विशाल सुरंग नेटवर्क में एक अभियान चलाकर गाजा से छह बंधकों के शव बरामद किए हैं। ये उन लोगों में शामिल थे, जिन्हें आतंकी संगठन हमास ने पिछले साल सात अक्तूबर को इस्राइल पर हमले के दौरान बंधक बना लिया था। छह बंधकों के शव की बरामदगी ऐसे समय में हुई है, जब अमेरिका, मिस्र और कतर, इस्राइल-हमास के बीच संघर्ष विराम समझौते के प्रयास में जुटे हैं। इस नवीन घटनाक्रम से संघर्ष विराम वार्ता के प्रभावित होने की आशंका बढ़ गई है।
इस्राइली सेना ने मंगलवार को एक बयान में कहा, सैनिकों ने दक्षिण गाजा में सोमवार रात अभियान के दौरान छह बंधकों के शव बरामद किए। हालांकि उनकी मौत कब और कैसे हुई, इसकी जानकारी नहीं दी गई। बंधकों के परिवारों ने कहा है कि उन्हें जिंदा बंधक बनाया गया था। दूसरी तरफ, हमास ने कहा कि कुछ बंधक इस्राइली हवाई हमले में हताहत हुए हैं।
शवों का बरामद होना हमास के लिए भी एक झटका है, जो बंधकों के बदले फलस्तीनी कैदियों को रिहा कराना, इस्राइली सैनिकों की गाजा से वापसी तथा दीर्घकालिक संघर्ष विराम की उम्मीद रखता है। इससे इस्राइल सरकार पर भी समझौते पर पहुंचने का दबाव पड़ने की संभावना है। इस्राइल भी चाहेगा कि जिंदा बचे बंधकों को जल्द से जल्द छुड़ाया जाए। बंधक परिवार फोरम ने कहा कि सभी बंधकों की रिहाई सिर्फ वार्ता से ही संभव है।
मृत बंधकों की पहचान काइम पेरी (80), योरम मेट्जेगर (80), अवराहम मंडर (79), एलेक्जेंडर डेनसिग (76), नदाव पोपलवेल (51) व यागेव बुश्ताव (35) के रूप में हुई। मेट्जेगर, मंडर, पोपलवेल व बुश्ताव उस परिवार में शामिल थे, जिसके सदस्यों का अपहरण किया गया था। हालांकि, नवंबर में हुए संघर्ष विराम के दौरान उन्हें छोड़ दिया गया था। मंगलवार को किबुत्ज नीर ओज नामक कृषक समुदाय ने मंडर की मौत की पुष्टि की। ओज ने कहा कि मंडर की मौत कई महीनों तक शारीरिक व मानसिक यातना सहने के बाद हुई।
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बचाव प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, इस भयानक नुकसान के लिए हमारा मन दुखी है। इस्राइल अपने सभी जीवित व मृत बंधकों को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास जारी रखेगा। इस्राइल के रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि यह अभियान हमास के विशाल सुरंग नेटवर्क के अंदर चलाया गया था। अभियान में फिलहाल किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।
सात अक्तूबर के हमले के बाद हमास ने बड़ी संख्या में इस्राइली व विदेशी लोगों को बंधक बना लिया था। बाद में हमास ने कुछ लोगों को छोड़ दिया, जबकि कुछ को इस्राइल ने छुड़ा लिया था। हालांकि, अब भी उसके पास करीब 110 लोग बंधक हैं। इजराइली अधिकारियों का अनुमान है कि इनमें से करीब एक तिहाई बंधकों की मौत हो चुकी है।
गाजा के एक स्कूल पर इस्राइली हमले में 10 फलस्तीनी नागरिक मारे गए। स्कूल में विस्थापित परिवारों ने आश्रय ले रखी थी। दूसरी तरफ, इस्राइली सेना ने कहा कि उसने उस स्कूल को निशना बनाया, जहां हमास के आतंकी छुपे हुए थे।
इस्राइली सेना ने बताया कि हिजबुल्ला की तरफ से किए गए ड्रोन हमले में उसके एक बेडौइन सैनिक की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। यह हमला पश्चिमी गैलिली की तरफ से किया गया था। अक्तूबर के बाद हिजबुल्ला ने इस्राइल पर हमले तेज कर दिए हैं, जिसके कारण उसे लेबनान के सीमावर्ती क्षेत्र से 80 हजार नागरिकों को विस्थापित करना पड़ा है।
गाजा युद्ध समाप्त कराने के प्रयासों के तहत नौवीं बार पश्चिम एशिया के दौरे पर पहुंचे अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने मंगलवार को कहा कि इस्राइल ने युद्ध विराम प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। हमास को भी इसे स्वीकार कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा, अगर आतंकी समूह प्रस्ताव स्वीकार भी कर लेता है, तो वार्ताकारों को समझौते को लेकर समझ बनाने में काफी समय लगेगा। युद्ध विराम एक जटिल मुद्दा है और नेताओं को इसे लेकर सख्त फैसले करने होंगे। इस्राइल में सोमवार को प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मुलाकात के बाद ब्लिंकन ने मंगलवार को मिस्र व कतर का दौरा किया।
हमास ने अमेरिका पर इस्राइल की नई शर्तें स्वीकार करने का लगाया आरोप
हमास ने एक नए बयान में कहा कि उसके समक्ष प्रस्तुत नवीनतम प्रस्ताव उसके ठीक विपरीत है, जिस पर उसने सहमति जताई थी। उसने अमेरिका पर इस्राइल की नई शर्तों को स्वीकार करने का आरोप लगाया। अमेरिका ने फिलहाल इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। उधर, इस्राइल भी गाजा के रणनीतिक गलियारे पर अपने नियंत्रण की मांग पर अड़ा हुआ है।
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