मौनी अमावस्या से पहले 5 करोड़ लोगों ने संगम में किया स्नान, अब तक 20 करोड़ लोग लगा चुके डुबकी
मौनी अमावस्या का महास्नान बुधवार को है, लेकिन दो दिन पहले ही स्नान के लिए भारी भीड़ उमड़ी। अभी तक 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने स्नान कर लिया है।
प्रयागराज (आरएनआई) प्रयागराज में बुधवार को मौनी अमावस्या के लिए श्रद्धालुओं को उनके गंतव्य के लिए सही ट्रेनों में चढ़ने में मदद करने के लिए रेलवे ने विभिन्न स्टेशनों पर क्लर कोडेड आश्रय स्थल बनाए हैं। अनुमान के मुताबिक इस अवसर पर लगभग 10 करोड़ श्रद्धालु पवित्र संगम में पवित्र डुबकी लगाएंगे।
बुधवार को लाखों की संख्या में ट्रेनों से रवाना होने वाले तीर्थयात्रियों की सुगम और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रयागराज रेलवे डिवीजन ने भीड़ प्रबंधन के लिए एक व्यापक क्लर कोडेड आश्रय प्रणाली विकसित की है, जो कुशल स्टेशन संचालन और श्रद्धालुओं की परेशानी मुक्त आवाजाही पर केंद्रित रहेगी।
प्रयागराज में चल रहे कुंभ मेले के मद्देनजर ग्रेजुएट एप्टीट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग (गेट) और ज्वाइंट एडमिशन टेस्ट फॉर मास्टर्स (जेएएम) परीक्षा के केंद्रों को लखनऊ में स्थानांतरित कर दिया गया है। गेट की परीक्षा 1 और 2 फरवरी को तथा जनवरी 2025 की परीक्षा 2 फरवरी को निर्धारित है। गेट की परीक्षा 1 और 2 फरवरी और जेम 2025 की परीक्षा 2 फरवरी को निर्धारित है।
गेट आयोजन संस्थान आईआईटी रुड़की और जेम आयोजन संस्थान आईआईटी दिल्ली ने एक संयुक्त बयान में कहा कि कई अभ्यर्थियों ने अनुरोध किया है कि उन्हें प्रयागराज में परीक्षा केंद्रों तक पहुंचने में कठिनाई हो रही है, क्योंकि 1 और 2 फरवरी को महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ने वाली है।
मौनी अमावस्या से पहले ही लगभग 5 करोड़ लोगों ने संगम में स्नान किया। अब तक करीब 20 करोड़ लोग महाकुंभ में डुबकी लगा चुके हैं।सीएम योगी ने संतों, साधकों और श्रद्धालुओं को मौनी अमावस्या की बधाई और शुभकामनाएं दी। मौनी अमावस्या से पहले ही करोड़ों की संख्या में संगम तट पर श्रद्धालु पहुंचे। रविवार और सोमवार को भी 3.3 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने स्नान किया।
मौनी अमावस्या की पूर्व संध्या पर महाकुंभ नगर कोहरे की सफेद चादर में चिपटा नजर आया। लेकिन ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं के यहां आने का सिलसिला जारी है।
प्रयागराज के महाकुंभ नगर में सेक्टर नंबर 6 के पास लोगों को संगम जाने के लिए रोक दिया गया है। इसलिए लोगों की भीड़ एकत्र हो रही है।
कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच मौनी अमावस्या पर सबसे बड़ा अमृत स्नान संगम तट पर बुधवार की सुबह 6:15 बजे आरंभ होगा। इसके लिए अखाड़ों की सवारियां सज गई हैं। आधी रात के बाद तक जूना अखाड़े के माईबाड़ा से लेकर नागा संन्यासियों के धूने तक संन्यासिनियों और नागाओं का भस्म, चंदन शृंगार होता रहा। देर रात सवारियां भी सजा दी गईं। रथों, बग्घियोें, हाथी, ऊंट, घोड़ों की सवारियों के साथ अखाड़ों के पीठाधीश्वर, महंत, महामंडलेश्वर सज धज कर अमृत स्नान के लिए निकलेंगे।
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार को अपने एक्स अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें लोगों की भारी भीड़ दिख रही है। अखिलेश ने वीडियो को कैप्शन दिया है 'आस्था के सहारे… रैन बसेरा!'
महाकुंभ नगर के सेक्टर-6 स्थित नागवासुकी द्वार के पास श्रद्धालुओं का रेला संगम में स्नान के लिए जा रहा है। इस रास्ते पर अधिक भीड़ होने का कारण यह भी है कि गंगा के उस पार स्थित सेक्टर 18, 19 , 20 आदि की तरफ से आने के लिए 17 नंबर पुल को खोला गया है, जो सेक्टर-6 होते हुए रोड की तरफ जाता है।
संगम में स्नान को आने वाले लोग नागवासुकी मंदिर दर्शन को पहुंच रहे हैं, यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ हैं। नागवासुकी भगवान के दर्शन के बिना संगम स्नान अधूरा माना जाता है। ऐसे में यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है।
त्रिवेणी मार्ग पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी है। ऐसे में भीड़ से बचने के लिए संगम में स्नान करने बचें। श्रद्धालु स्नान के लिए अन्य घाटों का रुख कर सकते हैं, जिससे समय की बर्बादी और भीड़ दोनों से वह बच सकते हैं।
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