'मैं इन सबके लिए बहुत मजबूत', लगातार दूसरे दिन ईडी की पूछताछ से पहले बोले रॉबर्ट वाड्रा
प्रवर्तन निदेशालय ने व्यवसायी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा को भूमि सौदे से जुड़े धन शोधन मामले में मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया था। उनसे आज भी पूछताछ होगी। 56 साल के रॉबर्ट वाड्रा को इस मामले में पहली बार 8 अप्रैल को बुलाया गया था। वाड्रा के खिलाफ जांच हरियाणा के शिकोहपुर में एक भूमि सौदे से जुड़ी है।

नई दिल्ली (आरएनआई) गुरुग्राम भूमि सौदे के मामले में प्रवर्तन निदेशालय आज भी रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ करेगी। इससे पहले बीते दिन वायनाड सांसद प्रियंका गांधी के पति कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा से करीब छह घंटे पूछताछ हुई थी। लगातार दूसरे दिन पूछताछ से पहले जानेमाने कारोबारी ने बुधवार को कहा कि वह इन सबके लिए बहुत मजबूत हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष करते हुए एक सियासी कार्टून भी पोस्ट किया। इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि उनके और कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ साजिश रची जा रही है। हमारे खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध के तहत कार्रवाई की जा रही है।
राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा को आज (16 अप्रैल) फिर से पूछताछ के लिए बुलाया गया है। इससे पहले वाड्रा ने कहा कि वह निर्दोष हैं और सत्य की जीत होगी। वाड्रा ने फेसबुक पर पोस्ट किया, 'मेरे जन्मदिन के सप्ताह के दौरान की जा रही सेवाएं कुछ दिनों के लिए रोक दी गई है। मैंने बुजुर्गों को भोजन कराने और विभिन्न क्षेत्रों के सभी बच्चों को उपहार देने की जो योजनाएं बनाई हैं, उन्हें मैं तब तक जारी रखूंगा, जब तक कि सरकार मुझे अच्छे काम करने और अल्पसंख्यकों के प्रति उनके अन्यायपूर्ण व्यवहार के बारे में बोलने से नहीं रोकती या फिर अगर मेरे राजनीति में आने की इच्छाएं और बातें भी होती हैं। लोगों की इच्छाओं और जरूरतों को पूरा करने से मुझे कोई नहीं रोक सकता। मैं यहां किसी भी तरह के अन्यायपूर्ण दबाव के लिए तैयार हूं। मैं सत्य में विश्वास करता हूं, और सत्य की जीत होगी।
गुरुग्राम भूमि मामले में प्रवर्तन निदेशालय की ओर से की गई घंटों पूछताछ के बाद रॉबर्ट वाड्रा ने आरोप लगाया कि संघीय एजेंसियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। उन्होंने कहा, 'मैंने पहले जिन सवालों के जवाब दिए हैं, उन सभी के जवाब फिर से देने पड़ रहे हैं। कोई मुद्दा ही नहीं है। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है। हर सवाल का जवाब दिया जा चुका है। हर सवाल का फिर से जवाब दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि उन्होंने 2019 में भी एजेंसी को 20,000 से ज्यादा दस्तावेज सौंपे थे, उन्होंने समन को राजनीति से प्रेरित बताया। वाड्रा ने कहा, '2019 में 23,000 दस्तावेज जमा किए गए थे। जिस मामले के बारे में वे मुझसे पूछ रहे हैं, वह 20 साल पुराना मामला है। यह राजनीति से प्रेरित है। जब हम कोई लेन-देन करते हैं तो हम सभी नियमों और विनियमों का पालन करते हैं। सत्तारूढ़ सरकार हमेशा एजेंसी का दुरुपयोग करती है। वे मुझसे जितने चाहें सवाल पूछ सकते हैं। मेरे पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है। सब ठीक है। हम किसी के दबाव में आने वाले नहीं हैं।'
ईडी ने मंगलवार को हरियाणा के शिकोहपुर भूमि सौदे से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में रॉबर्ट वाड्रा को समन भेजा है। वाड्रा पहले समन पर उपस्थित नहीं हुए थे, जो 8 अप्रैल को जारी किया गया था। उन्हें पूछताछ के लिए ईडी के सामने उपस्थित होने के लिए कहा गया, क्योंकि केंद्रीय जांच एजेंसी उनकी फर्म स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी से संबंधित कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है। ईडी के मुताबिक, रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी ने फरवरी 2008 में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से गुड़गांव के शिकोहपुर में 3.5 एकड़ का प्लॉट 7.5 करोड़ रुपये में खरीदा था। उनकी कंपनी ने इसके बाद जमीन को रियल एस्टेट दिग्गज डीएलएफ को 58 करोड़ रुपये में बेच दिया।
इससे पहले बीते दिन ही रॉबर्ट वाड्रा ने राजनीति में शामिल होने की इच्छा जाहिर की थी। उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस पार्टी को लगता है कि उन्हें यह कदम उठाना चाहिए, तो वह अपने परिवार के आशीर्वाद से यह कदम उठाएंगे। एएनआई से खास बातचीत में वाड्रा ने कहा था कि राजनीति से उनका जुड़ाव काफी हद तक गांधी परिवार से उनके जुड़ाव के कारण है। पिछले कुछ सालों में कई राजनीतिक दलों ने उन्हें राजनीतिक चर्चाओं में खींचने की कोशिश की है और अक्सर चुनाव या अन्य मुद्दों के दौरान उनके नाम का इस्तेमाल ध्यान भटकाने के लिए किया जाता है।
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