मेटा पर चीनी एजेंडा चला रहे थे 7704 फेसबुक खाते
चीन के विदेश मंत्रालय ने कहा कि उसे ऐसे निष्कर्षों की कोई जानकारी नहीं है। हालांकि उसने कहा कि व्यक्तियों और संस्थानों ने अक्सर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चीन के खिलाफ अभियान चलाया है।
वाशिंगटन। (आरएनआई) फेसबुक की मूल कंपनी मेटा ने खुलासा किया कि उसके प्लेटफॉर्म पर चीन समर्थक प्रचार को बढ़ावा देने के लिए फर्जी खाते के एक बड़े समूह का इस्तेमाल किया गया था। चीनी कानून प्रवर्तन से जुड़े इन खातों को कंपनी ने हटा दिया। लोगों का एक ही समूह अन्य प्लेटफॉर्मों पर भी इसी तरह के फर्जी खाते संचालित करते पाया गया है। मेटा ने इन खातों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।
‘स्पैमोफ्लेज’ अभियान से जुड़े 7,704 फेसबुक खाते, 954 पेज, 15 ग्रुप और 15 इंस्टाग्राम अकाउंट हटा दिए गए हैं। ये कंपनी द्वारा अब तक खोजे गए फर्जी खातों के सबसे बड़े संग्रह में से एक है। मेटा के ग्लोबल थ्रेट इंटेलिजेंस लीड बेन निम्मो ने कहा, यह ऑपरेशन सबसे बड़ी गोपनीय कार्रवाई रही। ये फर्जी खाते कई प्लेटफॉर्मों पर फैले हुए हैं। नेटवर्क की गतिविधियों को प्रमुख प्लेटफॉर्मों से हटा दिया गया। मेटा ने खुलासा किया है कि फर्जी खातों से चीन के पक्ष में संदेश फैलाने की कोशिश की जा रही थी।
उसे ऐसे निष्कर्षों की कोई जानकारी नहीं है। हालांकि उसने कहा कि व्यक्तियों और संस्थानों ने अक्सर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर चीन के खिलाफ अभियान चलाया है। मेटा ने बताया कि स्पैमोफ्लेज नेटवर्क फर्जी खातों से चीन के पक्ष में एक माहौल बनाने का प्रयास कर रहा था। इन संदेशों में चीनी प्रांत शिनजियांग के बारे में सकारात्मक कमेंट, साथ ही अमेरिका व पश्चिमी देशों तथा चीनी सरकार के आलोचकों की नकारात्मक टिप्पणियां शामिल हैं। मेटा ने चीन में कानून प्रवर्तन आंकड़ों के आधार पर अकाउंट का पता लगाया है, लेकिन किसी विशिष्ट एजेंसी या संगठन की पहचान नहीं की है।
‘स्पैमोफ्लेज’ नेटवर्क ने सबसे पहले फेसबुक, यूट्यूब और एक्स जैसे बड़े प्लेटफॉर्मों पर पोस्ट करना शुरू किया। मेटा के मुताबिक, हाल की गतिविधि से पता चला है कि इसने मीडियम, रेडिट, क्वोरा और वीमियो जैसे छोटे प्लेटफॉर्मों को भी शामिल करने के लिए अपने प्रभाव का विस्तार किया है। इसने फेसबुक पर अपने पेजों के लिए करीब 5.60 लाख खातों का अनुसरण किया, लेकिन अधिकांश खाते नकली थे।
दुनिया में विभिन्न देशों के बीच जिस तरह अविश्वास बढ़ रहा है और जिस तरह महाशक्तियां अपने परमाणु हथियारों की ताकत और सटीकता बढ़ा रही हैं। ये सब मिलकर विनाश की आहट दे रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरस ने ‘अंतरराष्ट्रीय परमाणु परीक्षण विरोधी दिवस’ पर यह चेतावनी देते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया में करीब 13,000 परमाणु हथियार मौजूद हैं और परमाणु परीक्षणों पर रोक समय की जरूरत हो गई है। गुटेरस ने कहा, परमाणु हथियार मुक्त दुनिया का लक्ष्य हासिल करने के लिए परमाणु परीक्षणों पर कानूनी तौर पर बाध्य रोक लगाना एक आधारभूत कदम होगा।
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