मिलीसेकंड विज्ञापन नीलामी तकनीक पर गूगल का केस वर्जीनिया के कोर्ट में, मुकदमा बताएगा एकाधिकार अवैध या नहीं
न्याय मंत्रालय का कहना है कि हर दिन अरबों इंटरनेट विज्ञापनों को नियंत्रित करने वाली तकनीक पर गूगल का गहरा प्रभाव तोड़ना जरूरी है। उसने बताया, कैसे गूगल के उत्पाद इलेक्ट्रॉनिक नीलामी के लिए मिलकर काम करते हैं, जो उपभोक्ताओं के सामने विज्ञापन पेश कर देते हैं।
अलेक्जेंड्रिया (आरएनआई) कंप्यूटर, सॉफ्टवेयर नेटवर्क पर विज्ञापनों की मिलीसेकंड विज्ञापन नीलामी में गूगल एकाधिकार को लेकर अमेरिकी न्याय मंत्रालय व राज्यों के संगठन वर्जीनिया के कोर्ट पहुंचे हैं। यह मुकदमा बताएगा कि गूगल तकनीक अवैध एकाधिकार है या नहीं।
हर दिन अरबों इंटरनेट विज्ञापनों को नियंत्रित करने वाली तकनीक पर गूगल का गहरा प्रभाव तोड़ना जरूरी है। उसने बताया, कैसे गूगल के उत्पाद इलेक्ट्रॉनिक नीलामी के लिए मिलकर काम करते हैं, जो उपभोक्ताओं के सामने विज्ञापन पेश कर देते हैं।
उसने यूजरों द्वारा देखे जाने वाले विज्ञापनों की गुणवत्ता में सुधार के लिए अरबों डॉलर का निवेश कर यह सुनिश्चित किया है कि विज्ञापनदाता उन उपभोक्ताओं तक पहुंच सकें जिन्हें वे चाह रहे हैं। उधर, न्याय मंत्रालय का तर्क है कि गूगल ने विज्ञापन बिक्री की स्वचालित नीलामी में हेराफेरी करके बड़ा लाभ कमाया है।
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