माले के राष्ट्रीय महासचिव बोले- 30 लाख करोड़ के घोटाले की जांच हो
दीपांकर भट्टाचार्य ने कहा- बिहार में 40 और देश में 400 पार की बात कहने वाले को करारा जवाब मिला है। उत्तर प्रदेश जो मोदी, शाह, योगी का गढ़ है। चुनाव परिणाम आने के बाद वहां लोगों ने यह मैसेज दिया कि मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल किया जाए।
पटना (आरएनआई) भाकपा माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने एनडीए पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि एग्जिट पोल की आड़ में 30 लाख करोड़ रुपए का एक बड़ा घोटाला सामने आया। चुनाव परिणाम के बाद शेयर बाजार काफी गिरा। इससे छोटी कंपनियों को काफी नुकसान हुआ और विदेश कंपनियों को फायदा हुआ। इसकी जांच ज्वाइंट पार्लियामेट्री कमेटी द्वारा करवानी चाहिए। उन्होंने मोदी और शाह पर आरोप लगाया कि चुनाव के समय प्रधानमंत्री और गृह मंत्री शेयर खरीदने की बात कर रहे थे। इसके बाद लोग शेयर खरीदने लगते हैं। चार जून को जब परिणाम आया तो लोगों को काफी नुकसान हुआ। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र द्वारा अग्निवीर भर्ती योजना को तत्काल वापस लेने की मांग की। युवाओं के बीच आज भी अग्निवीर योजना को लेकर काफी आक्रोश है। केंद्र सरकार इसपर विचार करे।
केंद्र को जाति जनगणना कराने और राज्य के समग्र विकास के लिए बिहार को विशेष श्रेणी का दर्जा देने की भारत गुट की मांग पर विचार करना चाहिए। सीएम नीतीश कुमार को लेकर जो बातें हुई वह काफी दुखद है। नरेन्द्र मोदी से जाति जनगणना, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा जैसी गारंटी नीतीश कुमार को लेनी चाहिए। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की पार्टी की मांग के बारे में बताते हुए भट्टाचार्य ने कहा कि केंद्र की एनडीए सरकार को बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देना चाहिए। हमें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जो एनडीए गठबंधन का हिस्सा हैं, इस पर दबाव डालेंगे। बिहार को विशेष दर्जा देने से राज्य को तेज गति से विकास करने में मदद मिलेगी, इससे अधिक रोजगार भी पैदा होगा और राज्य में निवेश को भी आमंत्रित किया जा सकेगा।
माले के राष्ट्रीय महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि इस लोकसभा चुनाव में हमलोग तीन सीट पर चुनाव लड़ें। इसमें से दो सीट पर जीते। नालंदा में कड़ी टक्कर दी। संदीप सौरभ दूसरे नंबर पर रहे। हमें जो उम्मीद थी लेकिन, वैसा परिणाम बिहार में नहीं मिला। हमें लगा था 2020 से विधानसभा चुनाव में जिस तरह का परिणाम आया था, उसके इर्द गिर्द ही परिणाम आएगा। ऐसा हो नहीं पाया। कायदे से इंडी गठबंधन को 20 सीटें आने की उम्मीद थी। पूर्णिया सीट जोड़ कर देखें तो इंडी गठबंधन को दस सीटें मिली। हम इसकी समीक्षा करेंगे। लेकिन, जो जनादेश आया है वह मोदी सरकार के खिलाफ है। खासकर 2019 के चुनाव की तुलना में काफी बेहतर परिणाम है। बिहार में 40 और देश में 400 पार की बात कहने वाले को करारा जवाब मिला है।
उत्तर प्रदेश जो मोदी, शाह, योगी का गढ़ है। चुनाव परिणाम आने के बाद वहां लोगों ने यह मैसेज दिया कि मोदी सरकार को सत्ता से बेदखल किया जाए।
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