मानव जीवन में भगवद चिंतन परम आवश्यक : आचार्य मृदुल कृष्ण गोस्वामी महाराज
वृन्दावन।रमणरेती क्षेत्र स्थित फोगला आश्रम में द भागवत मिशन फाउंडेशन के द्वारा अष्टदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ एवं गुरु पूर्णिमा महोत्सव के अंतर्गत भक्तों-श्रृद्धालुओं को श्रीमद्भागवत की महिमा बताते हुए विश्वविख्यात भागवताचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज ने कहा कि मानव जीवन में भगवद चिंतन परम आवश्यक है। नाम जप के बाद में अगली सीढी चिंतन की ही है।भगवान श्रीकृष्ण ने उद्धव को उपदेश देते हुए कहा कि जो व्यक्ति मेरे साथ संबंध जोड़ कर भक्ति करेगा और मुझे पूर्णत: मानेगा, तभी उसकी भक्ति पुष्ट होगी और मेरी प्राप्ति भी
अवश्य ही होगी।
उन्होंने कहा कि पद्म पुराण के अनुसार भगवान शंकर ने नारदजी से कहा कि जो भी मनुष्य भगवान श्रीकृष्ण की आत्मा स्वरूपा श्रीराधा रानी के चरणों में समर्पित हो जाता है, उसको भगवान श्रीकृष्ण की प्राप्ति निश्चित ही जाती हैं।
इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, आचार्य किशोर कुमार शर्मा,वरिष्ठ पत्रकार चंद्रप्रताप सिंह सिकरवार, आचार्य राजा पंडित, डॉ. राधाकांत शर्मा,अमित पाठक आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
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