महुआ मोइत्रा के जज लोया की मौत का जिक्र करने पर लोकसभा में हंगामा
लोकसभा में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने बीएच लोया की मृत्यु पर एक संक्षिप्त टिप्पणी की। जिसे लेकर लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ है। इसकी वजह से कई बार कार्यवाही भी स्थगित हुई। वहीं इस मामले में केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने उन पर 'उचित संसदीय कार्रवाई' की चेतावनी दी।
नई दिल्ली (आरएनआई) तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा की तरफ से न्यायाधीश बीएच लोया की मौत का जिक्र 'अपने समय से बहुत पहले' किए जाने से शुक्रवार को लोकसभा में जोरदार हंगामा मच गया। वहीं केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने उन पर सर्वोच्च न्यायालय की तरफ से सुलझाए गए मामले को उठाने का आरोप लगाया और 'उचित संसदीय कार्रवाई' की चेतावनी दी।
भारतीय संविधान के 75 वर्ष पूरे होने पर आयोजित बहस में भाग लेते हुए, महुआ मोइत्रा ने बीएच लोया की मृत्यु पर एक संक्षिप्त, लेकिन विवादास्पद टिप्पणी की, क्योंकि उन्होंने आलोचनात्मक आवाजों को चुप कराने के लिए संस्थानों और विपक्षी नेताओं को कथित रूप से निशाना बनाने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा पर हमला किया। इस मामले पर हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही दो बार थोड़ी-थोड़ी देर के लिए स्थगित हुई।
भाजपा सदस्य निशिकांत दुबे ने उनके भाषण के खत्म होने के बाद सबसे पहले इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की आलोचना पर भी आपत्ति जताई, जो हाल ही में सेवानिवृत्त हुए थे, जिसमें गणपति उत्सव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उनके आवास पर स्वागत करना भी शामिल है। निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर बीएच लोया की मौत के बारे में आक्षेप लगाने का आरोप लगाया। किरेन रिजिजू ने कहा कि मामला सुलझा लिया गया है और टीएमसी सांसद की टिप्पणी बहुत गंभीर थी। उन्होंने कहा कि किसी भी तरह के संबंध या हस्तक्षेप का कोई सवाल ही नहीं है।
सुप्रीम कोर्ट ने कुछ याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए बीएच लोया की मौत में किसी भी तरह की गड़बड़ी की संभावना को खारिज कर दिया था और कहा था कि उनकी मौत प्राकृतिक कारणों से हुई थी। 2014 में उनकी मौत ने एक मीडिया रिपोर्ट के बाद बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था, जिसमें गड़बड़ी का आरोप लगाया गया था, क्योंकि वह एक राजनीतिक रूप से संवेदनशील मामले की सुनवाई कर रहे थे। मामले पर गौर करने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि गड़बड़ी का आरोप लगाने वाली जनहित याचिकाओं में कोई दम नहीं है। संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, 'हम उचित संसदीय कार्रवाई करेंगे। आप बच नहीं सकते। आप बहुत गलत मिसाल कायम कर रहे हैं।' वहीं इस मामले में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि वह रिकॉर्ड की जांच करेंगे।
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