महिलाओ की सुरक्षा हर नागरिक का दायित्व है
देश में महिलाओं के साथ अपराधो की सूचि लंबी है ।नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि महिलाओं के प्रति अपराध लगातार बढ़ रहा है। इसमें सबसे ज्यादा महिलाओं के साथ अपराधो में बलात्कार और हत्या है ।
भारत में २०२१ में बलात्कार के कुल मामले ३१६७७ यानी रोजाना औसतन ८७ से भी ज्यादा मामले दर्ज किए गए है ।
बलात्कार के अब तक के जितने मामले दर्ज किए गए है इनमें २०१२ में हुए निर्भया कांड , हैदराबाद उत्तरप्रदेश में हाथरस कांड, ८ साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म का नाम बहुत दर्द और दुःख के साथ याद किया जाता है ।कम उम्र की बच्चिया भी दुष्कर्म का शिकार हो रही है ।
हाल ही में श्रद्धा मर्डर केस जैसी कितनी लड़की है जिसके साथ ऐसा हो रहा है ।कितनो की खबर तो मीडिया में अखबार में नहीं आती है। ऐसी मासूम लड़कियों के साथ वारदाते होती रहती है ।
किन किन शहरो में वारदाते बढ़ रही है -
२०२१ में दिल्ली में अपराध के १३८९२ मामले दर्ज हुए हैं । २०२० की तुलना से ४०% अधिक है ।राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के मुताबिक दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ अपराधो के मामले ३२.२० प्रतिशक हैं।दिल्ली के बाद राजधानी मुंबई का नाम आता है ।
मुंबई में ५५४३ ऐसे मामले दर्ज किए गए है। वहीं बेंगलुरु में ३१२७ मामले सामने आए है।
हरियाणा में महिलाओं के विरुद्ध अपराध के मामले २७% फीसदी बढ़े है ।२०२१ में आकड़े 1७१६ मामले सामने आए है ।
पंजाब में बलात्कार की कुल ५०८ घटनाएं हुई है ।
बाकी सभी राज्यों में भी घटनाएं होती रहती है कई मामले ऐसे होते है, जो की दर्ज ही नहीं कीये होते है ।
इस अपराध के लिये भारतीय दंड संहिता यानी इंडियन पैनल कोड में धारा ३७६ के तहत सजा का प्रावधान है।
अपराध के श्रेणी के अनुशार ७ साल की कठोर कारावास , मृत्यु तक का प्रावधान है ।
दूसरे देशो में बलात्कारियो के लिए क्या दंड है -
दक्षिण अफ्रीका में २० साल की जेल होती है ।
कुवैत : सात दिनों कै अंदर मोत की सजा दी जाती है ।
ईरान : २४ घंटो के अंदर पत्थरो से मार कर अपराधी को फ़ासी दी जाती है ।
मलेशिया: अपराधी को मत्यु दंड दिया जाता है ।
मंगोलिया: अपराधी को परिवार द्वारा बदले स्वरूप मत्यु की सजा दी जाती है ।
इराक : अपराधी को पत्थरो से मार कर फ़ासी दी जाती है।
हमारे देश में भी दंड की कठोरता को बढ़ाने की आवस्यकता है।
महिलाओ की सुरक्षा -
महिलाओं की सुरक्षा से जूड़े कई प्रश्न मन में गूंजते है ।आज के समय में कोई भी लड़की सुरक्षित नहीं है। कोई भी महिला अपने काम के लिए बाहर जाती है तो उनके परिवार जानो की चिंताएं बढ़ जाती है ।
महिलाओं को कैसे करे सुरक्षित ?
महिलाए को सेल्फ डिफेंस की प्रशिक्षण लेनी चाहिए। हर महिला को अपनी रक्षा करनी चाहिए ।हर महिलाए को जागरूक रहना चाहिए।
सुनशान जगह में अकेले जाने से बचना चाहिए। गवर्नमेंट को स्कूल , कॉलेज , सब जगह महिलाओं के लिए सुरक्षा का प्रावधान करना चाहिए।
बाजार में महिलाओं के लिए कई तरह के सेफ्टी स्प्रे मौजूद है, इसका आसानी से महिलाए इस्तेमाल कर सकती है। खाली बस , खाली कार , खाली ऑटो में यात्रा करने से बचे ।यदि महिलाए कोई रास्ता भूल जाए तो सामने वाले को पता ना चल पाए की रास्ता भूल गई है।
महिलाए जब भी कही भी यात्राएं करे तो अपना लोकेशन अपने प्रियजनों से शेयर किया करे।
सड़क पर कोई भी लड़का आप के साथ छेड़छाड या बदसूकी करे तो नजर अंदाज कभी भी नहीं करे, चिलाना होगा , शोर मचाना होगा और अपनी आवाज उठानी ही होगी । महिलाओ को अपना आत्मविश्वास और दढ़ता को बढ़ाना होगा ।
हर महिला में दुर्गा और लक्ष्मी है। महिलाओ को अपना दुर्गा रूप धारण करना ही होगा ।
महिलाए कभी भी घनराए नहीं और आवाज उठाए ।आज के समय में जो हो रहा है, इससे महिलाओ का डर बढ़ता ही जा रहा है । जिससे महिलाए अंदर से कमजोर हो रही है । कमजोर नहीं होना चाहिए , जो भी गलत हो रहा है उसके खिलाफ हर महिला को आवाज उठाना ही चाहिए । महिलाए इस देश की ताकत है , महिलाओं की सुरक्षा पहले होनी चाहिए ।
जिस देश में माता दुर्गा , माता लक्ष्मी , माता काली की पूजा होती है उस देश में ही महिलाओं के साथ ऐसा हो रहा है ।
महिलाए देश की सशक्तिकरण है , महिलाए देश की ताकत है , महिलाए देश की मर्यादा है ।
महिलाओ को सुरक्षित किये बिना कोई भी देश तरक्की की ओर कभी भी आगे नहीं बढ़ सकता है ।
एक छोटा पर बहुत उपयोगी उपाय
स्त्रियों की अश्लील फोटोए, अभिनेत्रियों की भड़कती तस्वीरों को वायरल करना बंध कर दे। इनको जब आप और हम नहीं देखेंगे तो ऐसी फोटोए नहीं बनाई जाएंगी और दिमाग में अश्लीलता कम बढ़ेगी और यही सरल उपाय है स्त्रियों के सम्मान को बढ़ाने का। बॉलीवुड , अख़बार, टीवी के लिए शख्त नियम बनने चाहिए जिससे की अश्लीलता बंध हो और सकारात्मक वातावरण बने।
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