महिला पत्रकार का मोबाइल फोन पुलिस कर्मियों ने मीडिया कवरेज के दोरान छीना
वी पी एस खुराना / सोनम कुमारी
मथुरा (आरएनआई) जनपद के महीर्षदयानंद सरस्वती जिला अस्पताल में शाम को मीडिया कर्मी कवरेज करने के लिए घूम रहे थे जब ही इमरजेंसी वार्ड में चार-पांच पुलिसकर्मी एक ट्रैकसूट पहने व्यक्ति को पकड़ कर मेडिकल कराने के लिए आए वहां पर मौजूद डॉक्टर से पत्रकारों के द्वारा उक्त मामले की जानकारी की गई तो डॉक्टर ने कोई जानकारी नहीं दी और उल्टा ही डॉक्टर पत्रकारों से बोला मीडिया कर्मी हो तो क्या हुआ किसी की जान लोगे उक्त डाक्टर का यह व्यवहार ऐसा प्रतीत होता है की मीडिया कर्मियों से बात करने की तहजीब ही नहीं है उन डॉक्टर साहब को अपने डॉक्टर होने पर बहुत ही घमंड सा महसूस हो रहा है उन डॉक्टर साहब के द्वारा उक्त पुलिसकर्मी का ना तो नाम बताया गया ना ही कोई जानकारी बताई गई सूत्रों की माने तो उक्त पुलिसकर्मी का नाम वीर प्रताप नारायण है बाद के पास पीएसी पुलिस मैं तैनात है जब मीडिया कर्मियों ने उक्त मामले के बारे में जानकारी की तो जिस व्यक्ति को पकड़ रखा था वह भी पीएसी पुलिस का व्यक्ति था तथा नशे में धुत था जब मीडिया कर्मियों ने उक्त पुलिसकर्मी की वीडियो बनानी शुरू की तो उक्त पुलिसकर्मी चिड गए और कहने लगे कि यह हमारा विभागीय ममला वीडियो क्यो बना रहे हो तभी एक पुलिसकर्मी के द्वारा महिला पत्रकार से जबरदस्ती करते हुए हाथ से मोबाइल फोन छीन लिया और वीडियो को डीलिट कर दिया साथ में सहयोगी पत्रकार के द्वारा विनम्र निवेदन करने पर महिला पत्रकार का मोबाइल फोन वापस दिया मीडिया कर्मियों को कवरेज करने से रोकने के लिए और सच को दबाने और पुलिसकर्मियों को बचाने के लिए पुलिसकर्मी किस हद तक जाते हैं इससे ज्यादा जीता जागता क्या उदाहरण होगा क्या मथुरा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ऐसे डॉक्टरों पर व वरिष्ठपुलिस अधीक्षक मथुरा कोई कार्रवाई ऐसे पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही करेंगे जो मीडिया कर्मियों के साथ अभ्रद्रता का व्यवहार करते हैं तथा स्वतंत्र मीडिया पर अंकुश लगाने की कोशिश करते हैं
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