महाराष्ट्र में समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर बस में आग लगने से 25 यात्रियों की मौत
महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर एक बस में आग लगने से 25 यात्रियों की झुलस कर मौत हो गई जबकि आठ घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
नागपुर, 1 जुलाई 2023, (आरएनआई)। महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर एक बस में आग लगने से 25 यात्रियों की झुलस कर मौत हो गई जबकि आठ घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी।
पुलिस ने बताया कि एक निजी ट्रैवल्स की बस नागपुर से पुणे जा रही थी, रास्ते में बुलढाणा जिले के सिंदखेडराजा के पास शुक्रवार देर रात करीब डेढ़ बजे बस डिवाइडर से टकरा गई और इसमें आग लग गई।
बुलढाणा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सुनील कडासने ने बताया कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बस का एक टायर फट जाने से वाहन एक खंभे से टकराने के बाद डिवाइडर से टकरा गया और उसमें आग लग गई।
अधिकारी ने बताया कि बस में सवार 33 यात्रियों में से 25 की झुलसने से मौत हो गई। उन्होंने बताया कि बाकी आठ यात्रियों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया और वे सुरक्षित हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजन को पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा भी की है।
उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा कि शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि उनकी पहचान कर पाना मुश्किल है, पहचान नहीं हो पाने की स्थिति में डीएनए परीक्षण कराया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और अन्य नेताओं ने हादसे पर दुख व्यक्त किया है।
पुलिस ने कहा कि ‘विदर्भ ट्रेवल्स’ की बस शुक्रवार शाम चार बजे नागपुर से पुणे के लिए निकली थी। पुलिस ने बताया कि रात के खाने के लिए बस यवतमाल जिले के कारंजा में रुकी थी और यात्रा फिर से शुरू करने के कुछ समय बाद बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
बुलढाणा के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘डिवाइडर से टकराने के बाद बस दाहिनी ओर गिर गई जिससे बस के प्रवेश/निकास द्वार से निकलना लगभग नामुमकिन हो गया। कुछ ही मिनटों में गाड़ी में आग लग गई। कुछ यात्री टूटी खिड़कियों से बाहर निकलने में सफल रहे।’’
बस दुर्घटना में जीवित बचे एक यात्री ने बताया कि उसने और कुछ अन्य यात्रियों ने बस की खिड़की तोड़कर अपनी जान बचाई। हादसे में जीवित बचे व्यक्ति ने कहा, ‘‘बस का एक टायर फट गया और गाड़ी में तुरंत ही आग लग गई। देखते ही देखते आग फैल गई।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं और मेरे बगल में बैठा एक यात्री पिछले हिस्से की खिड़की तोड़कर निकलने में सफल रहे।’’
एक स्थानीय निवासी ने कहा कि चार से पांच यात्री बस की एक खिड़की तोड़कर निकलने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हर कोई ऐसा नहीं कर सका।’’
स्थानीय निवासी ने कहा, ‘‘जो लोग बाद में बस से निकल सके उन्होंने हमें बताया कि उन्होंने राजमार्ग पर दूसरे वाहनों से मदद मांगी, लेकिन कोई नहीं रुका।’’
उन्होंने कहा कि अगर राजमार्ग से गुजर रहे वाहन मदद के लिए रुकते तो और यात्रियों की जान बचाई जा सकती थी।
मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि मुख्यमंत्री शिंदे ने बुलढाणा जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से बात की और स्थिति का जायजा लिया।
बयान में कहा गया कि एक्सप्रेस-वे पर तैनात मेडिकल टीम और दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे तथा बचाव कार्य शुरू किया। इसमें कहा गया कि घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
शिंदे ने दुर्घटना को ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण’’ बताया और एक्सप्रेस-वे पर चालकों द्वारा वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की जरूरत पर जोर दिया।
इस बीच, प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र के बुलढाणा में हुई भीषण बस दुर्घटना की खबर सुनकर दुखी हूं। मृतकों के परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है।’’
शाह ने ट्वीट किया, ‘‘महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले में हुआ सड़क हादसा हृदय विदारक है। दु:ख की इस घड़ी में, मेरी संवेदनाएं इस भीषण हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के साथ हैं। प्रशासन द्वारा घायलों को त्वरित उपचार उपलब्ध कराया जा रहा है। मैं ईश्वर से उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।’’
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट करके कहा कि हादसे में यात्रियों की मौत बेहद ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद’’ है।
उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने यात्रियों की मौत पर शोक व्यक्त किया और कहा कि घायल यात्री खतरे से बाहर हैं।
फडणवीस ने कहा, ‘‘बुलढाणा के पुलिस अधीक्षक द्वारा दी गई प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, विदर्भ ट्रैवल्स की बस एक खंभे से टकरा गई और इसका डीजल टैंक फट गया, फिर उसमें आग लग गई।’’
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि समृद्धि एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाएं रोकने के लिए एक ‘स्मार्ट सिस्टम’ स्थापित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह ‘सिस्टम’ वाहनों की गति की जांच कर उन्हें सचेत करेगा। हालांकि, इसमें कुछ समय लगेगा। तब तक, हमें टोल बूथ पर वाहन चालकों के बीच जागरूकता पैदा करनी होगी कि रात में दुर्घटनाओं को रोकने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के शव इतनी बुरी तरह जल गए हैं कि उनकी पहचान नहीं हो पा रही है। पहचान होने के बाद शव परिवारों को सौंप दिये जाएंगे। लेकिन, अगर किसी वजह से शिनाख्त नहीं हो पाती है, तो डीएनए परीक्षण कराया जाएगा।’’
एक्सप्रेस-वे के निर्माण की खराब गुणवत्ता की आलोचना को दरकिनार करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘एक्सप्रेसवे पर अब तक हुई दुर्घटनाओं में केवल वाहनों की गड़बड़ी और मानवीय त्रुटि ही देखी गई है।’’
प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल दिसंबर में नागपुर-मुंबई समृद्धि महामार्ग के 520 किलोमीटर लंबे पहले चरण का उद्घाटन किया था। आधिकारिक तौर पर इसे ‘हिंदू हृदयसम्राट बालासाहेब ठाकरे महाराष्ट्र समृद्धि महामार्ग’ का नाम दिया गया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) प्रमुख शरद पवार ने हादसे पर दुख व्यक्त किया और कहा कि सरकार को निजी वाहनों की गति सीमा पर अंकुश लगाने के लिए कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘सरकार को दुर्घटनाओं को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए।’’
पवार ने कहा कि उन्होंने एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं को लेकर पिछले हफ्ते ही चिंता व्यक्त की थी।
महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता अजित पवार ने कहा कि इस बस दुर्घटना से वाहनों और यात्रियों की सुरक्षा का मुद्दा एक बार फिर सामने आ गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि निर्माण की खराब गुणवत्ता और मानवीय त्रुटियों के कारण एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटनाओं का सिलसिला जारी है।
What's Your Reaction?