महाराणा प्रताप की जयंती पर होने वाले त्रिदिवसीय संवाद एवं मंथन कार्यक्रम की तैयारियां जोरों पर
वृन्दावन।परिक्रमा मार्ग स्थित सुखधाम आश्रम में भारतीय चरित्र निर्माण संस्थान एवं ब्रजभूमि कल्याण परिषद के संयुक्त तत्वावधान में पीपाद्वाराचार्य जगद्गुरु बाबा बलरामदास देवाचार्य महाराज की अध्यक्षता में एक आवश्यक बैठक संपन्न हुई। जिसमें इन दोनों संस्थाओं के द्वारा महाराणा प्रताप की 483 वी जयंती के उपलक्ष में आगामी 7 से 9 मई 2023 को आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम "संवाद एवं मंथन" की तैयारियों पर चर्चा की गई। साथ ही कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए दो समूहों का गठन किया गया।जिसमें पीपाद्वाराचार्य जगद्गुरु बाबा बलरामदास देवाचार्य महाराज के नेतृत्व में चतु:सम्प्रदाय के श्रीमहंत फूलडोल बिहारीदास महाराज, महामंडलेश्वर कृष्णानंद महाराज,भक्तिवेदांत मधुसूदन महाराज, जगतगुरु अनिरुद्धाचार्य महाराज, संत प्रवर गोविंदानंद तीर्थ महाराज, संत महेशानंद सरस्वती, गौसेवी संत गोपेश बाबा,आचार्य महंत चंद्र दास महाराज,महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. आदित्यानंद महाराज,महामंडलेश्वर सच्चिदानंद शास्त्री, धर्मगुरू स्वामी बलरामाचार्य महाराज आदि को संतों के मार्ग दर्शक मंडल में शामिल किया गया।इसके अलावा पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ, पंडित रामकृष्ण गोस्वामी, कपिलआनंद चतुर्वेदी, डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, आचार्य रामविलास चतुर्वेदी,एडवोकेट महेंद्र प्रताप सिंह,आचार्य करन कृष्ण गोस्वामी, डॉ. राधाकांत शर्मा, आचार्य ईश्वरचंद्र रावत, जितेंद्र सिंह आदि को संयोजक मंडल में सम्मिलित किया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए पीपाद्वाराचार्य जगद्गुरु बाबा बलरामदास देवाचार्य महाराज ने कहा कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की 483 वीं जयंती के उपलक्ष में आयोजित होने वाले इस त्रिदिवसीय कार्यक्रम में देश के विभिन्न प्रांतों के न्याय, प्रशासन, पुलिस, अध्यात्म, शिक्षा, विज्ञान आदि क्षेत्रों के तमाम विशिष्ट व्यक्ति भाग लेंगे।
पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ व डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि संवाद एवं मंथन कार्यक्रम के अंतर्गत राष्ट्र धर्म पर प्रकाश डाला जाएगा।जिससे आज की युवा पीढ़ी में भी राष्ट्र के प्रति चेतना जागृत हो।
ब्रजाचार्य बाबा कर्मयोगी महाराज एवं कपिल आंनद चतुर्वेदी ने कहा कि इस आयोजन में प्रख्यात संतों व धर्माचार्यों की सन्निधि में श्रीमद्भगवद्गीता के सम्बन्ध में विचार व्यक्त किए जाएंगे।साथ ही उसके महत्व को भी बताया जाएगा।
महामंडलेश्वर कृष्णानंद महाराज व एडवोकेट महेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि इस त्रिदिवसीय आयोजन में मानव अधिकार व सड़क सुरक्षा के लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा।
संचालन डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने किया।
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