महामंडलेश्वर स्वामी विकास दास महाराज "भागवत रत्न" एवं "विप्र विभूति" से अलंकृत
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वृन्दावन।परिक्रमा मार्ग (निकट यमुना पुल) स्थित श्रीनील माधव धाम में चल रही श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान में व्यास पीठ पर आसीन मोहड़ा धाम पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर स्वामी विकासदास महाराज को "भागवत रत्न" एवं "विप्र विभूति" सम्मान से अलंकृत किया गया।
महाराजश्री का यह सम्मान ब्रजभूमि कल्याण परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ, ब्रह्म कीर्ति रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित जुगेंद्र भारद्वाज, ब्रज सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, आचार्य बद्रीश महाराज,प्रख्यात चित्रकार द्वारिका आनंद, पंडित रामनिवास गुरुजी,ब्रजवासी जगद्गुरु कृष्णकन्हैया पदरेणु, ब्रजाचार्य बाबा कर्मयोगी,डॉ. राधाकांत शर्मा, पंडित वीरपाल मिश्रा, पंडित भूदेव प्रसाद शर्मा एवं पंडित जयगोपाल शास्त्री आदि ने प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिन्ह, अंगवस्त्र, ठाकुरजी का पटुका प्रसादी माला भेंट कर व शॉल ओढ़ा कर किया।
ब्रजभूमि कल्याण परिषद के अध्यक्ष पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ व ब्रह्म कीर्ति रक्षक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित जुगेंद्र भारद्वाज ने कहा महाराजश्री के द्वारा ब्रज चौरासी कोस की लीलाओं का भागवत के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जा रहा है,जो कि सभी के लिए प्रेरणादायक रहेगा। परमार्थ सेवा ही सर्वोपरि सेवा है।
ब्रज सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी व आचार्य बद्रीश महाराज ने कहा कि महाराजश्री को सम्मानित कर हम सभी लोग अपने को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं । महाराजश्री के द्वारा जो आज श्री कृष्ण की कथा का प्रसंग सुनाया गया उससे सभी भक्तों में आनंद रस प्राप्त हुआ।भगवान श्रीकृष्ण के द्वारा रचित श्रीमद्भागवद गीता एवं वेदव्यासजी के द्वारा रचित श्रीमद्भागवत महापुराण का ब्रज चौरासी कोस में यदि कोई कथा रूप में वर्णन करता है,तो उसे मोक्ष प्राप्त होता है।
इस अवसर पर ऊना के बाल बाबा महाराज,संत सच्चिदानंद महाराज, चित्रकार द्वारिका आनंद,ब्रजवासी जगद्गुरु कृष्ण कन्हैया पदरेणु,युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा, ब्रजाचार्य बाबा कर्मयोगी महाराज, आचार्य अंशुल पाराशर,युगल गोस्वामी, विष्णुकांत भारद्वाज ब्रजवासी भैया, आचार्य मुरारी, आचार्य नीलेश आदि के अलावा देश के विभिन्न प्रांतों से आए असंख्य भक्त-श्रृद्धालु उपस्थित रहे।
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