महाकुंभ नगर में भगदड़ आखिर कहां मची, हालात काबू में आने के बाद अब कैसी व्यवस्था?
महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या के मौके पर संगम तट के पास भगदड़ मच गई। भगदड़ में कई लोगों के हताहत होने की खबर है। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। पीएम मोदी ने हादसे की जानकारी सीएम योगी से ली है।
प्रयागराज (आरएनआई) महाकुंभ में मंगलवार को मौनी अमावस्या पर बड़ा हादसा हो गया। अचानक भीड़ उमड़ने और धक्का-मुक्की होने से यह स्थिति पैदा हुई। इस दौरान कई लोग गिर गए। लोगों में अफरा-तफरी मच गई। भीड़ की वजह से हादसा हुआ। एक तरफ से लोग वापस आ रहे थे, दूसरी तरफ से लोग जा रहे थे। धक्का-मुक्की हुई तो लोग गिर गए, जो गिर गया वो खड़ा नहीं हो पाया। भीड़ ऊपर से रौंदती हुई गई। इसमें कई श्रद्धालु हताहत हो गए। कई श्रद्धालु जख्मी भी हुए। उन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया। घटना रात एक से दो बजे के बीच हुई।
हादसे में हताहत लोगों के परिजनों ने बताया कि बड़ी संख्या में लोग स्नान के लिए संगम नोज की ओर बढ़ रहे थे। वह पोल नंबर 11 से 17 के बीच चल रहे थे तभी अचानक बहुत तेज गति में पीछे से भीड़ का रेला आया। कुछ लोग संभल नहीं सके और नीचे गिर पड़े तो भीड़ उन्हें रौंदते हुए निकल गई। आइए जानते हैं कि संगम नोज क्या है, जहां भारी भीड़ देखी जा रही है। अब वहां कैसे हालात हैं।
जगह के आकार के कारण संगम नोज नाम पड़ा। स्नान के लिए संगम नोज को सबसे अहम जगह माना जाता है। यहीं पर यमुना और मिथकीय नदी सरस्वती गंगा से मिलती भी है। अधितर साधु-संत यहीं पर स्नान करते हैं। श्रद्धालु भी इसी स्थान पर स्नान को सबसे अधिक महत्व देते हैं।
शुरुआती जानकारी में यह बात सामने आई है कि यहीं पहुंचने को लेकर भगदड़ मची। भारी संख्या में लोग संगम नोज पहुंच रहे थे, भीड़ का दबाव अधिक था। इसी वजह से स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई। देखते ही देखते भगदड़ मच गई, प्रशासन ने राहत एवं बचाव कार्य चलाया। साथ ही कई रास्तों को खोल दिया। भीड़ को डायवर्ट भी किया गया। इसके बाद स्थिति नियंत्रण में आई।
प्रयागराज में जिस जगह यह भगदड़ मची, अब वहां हालात नियंत्रण में हैं लेकिन भीड़ का दबाव बहुत बना हुआ है। संगम की ओर जाने वाला रास्ता खाली करा दिया गया है। अब भीड़ कम हो गई है। साधु-संतों के स्नान के लिए बनाए गए घाट भी खाली हो गए हैं। मौनी अमावस्या के अवसर पर अमृत स्नान के लिए अखाड़ों और संतों के लिए पुलिस ने रास्ता साफ करने के साथ ही त्रिवेणी संगम पर भारी सुरक्षा तैनात की गई है।
महाकुंभ के डीआईजी वैभव कृष्ण ने कहा कि हमें आज 10 करोड़ से ज्यादा लोगों के आने की उम्मीद है। हमारे सभी अधिकारी और कर्मचारी कल शाम से ही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए तैनात हैं। लोग यहां सभी घाटों पर शांतिपूर्वक स्नान कर रहे हैं। सुबह के समय दबाव था और भीड़ बहुत ज़्यादा थी। अब जब भीड़ नियंत्रण में है। पूरे इलाके को सैनिटाइज किया गया है। हमारे पास भगदड़ में हताहतों की आधिकारिक संख्या नहीं है क्योंकि हम यहां भीड़ नियंत्रण में लगे हुए हैं। घायलों का इलाज किया जा रहा है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ है। प्रयागराज में आज लगभग 8-10 करोड़ श्रद्धालु मौजूद हैं। कल लगभग 5.5 करोड़ श्रद्धालुओं ने महाकुंभ का स्नान किया था। श्रद्धालुओं के संगम नोज पर जाने से भारी दबाव बना हुआ है। रात एक से दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेड्स को फांद कर आने में कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं। उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया है। कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं। प्रशासन स्थानीय स्तर पर श्रद्धालुओं को सकुशल स्नान कराने के लिए लगातार लगा हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी सुबह से चार बार श्रद्धालुओं के बारे में जानकारी ले चुके हैं। भाजपा अध्यक्ष जे.पी. नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सुबह से ही श्रद्धालुओं के बारे में जानकारी ली। प्रयागराज में हालात वर्तमान में नियंत्रण में हैं लेकिन भीड़ का दबाव बहुत बना हुआ है। संतों के साथ भी मेरी बात हुई है, उन्होंने बड़ी विनम्रता से कहा है कि पहले श्रद्धालु स्नान करके निकल जाएंगे उसके बाद ही हम स्नान के लिए संगम की तरफ करेंगे। सभी अखाड़े इसके लिए सहमत हैं। लोगों से अपील है कि अफवाह पर ध्यान न दें। संयम से काम लें। ये आयोजन लोगों का है। प्रशासन उनकी सेवा के लिए लगा है। सरकार मजबूती के साथ हर प्रकार का सहयोग करने के लिए तत्पर है... आवश्यक नहीं है कि संगम नोज की तरफ ही आएं। 15-20 किलोमीटर के दायरे में अस्थायी घाट बनाए गए हैं, आप जहां पर हैं वहीं पर स्नान करें।
Follow RNI News Channel on WhatsApp: https://whatsapp.com/channel/0029VaBPp7rK5cD6X
What's Your Reaction?